Solutions for every business need
Growth comes in all shapes and sizes. Whether it’s smoother operations, sharper insights, higher revenue—or all of the above—we’ve got you covered
Warehouse management made simple
Gain full control over your inventory with smart automation, real-time tracking, and efficient workflows—ensuring your stock moves smoothly, every time
Launch hyperlocal commerce instantly
Set up and scale your hyper-local e-commerce with easy tools for web, orders, and delivery management—bringing you closer to customers, faster
Delivery management made easy
Gain control over your deliveries with real-time visibility, smart automation, and seamless coordination—ensuring on-time arrivals, every time
Order management made easy
Master every order with full visibility, smart automation, and effortless control—delivering the right outcomes, every time
Speak to an expert
Explore how Fynd Commerce can improve every aspect of your business, from online to instore and beyond
Speak to an expert
Explore how Fynd WMS powers operational excellence with our solution experts
Speak to an expert
Explore how Fynd Quick powers hyperlocal businesses with our solution experts
Speak to an expert
Explore how Fynd TMS powers better deliveries with our solution experts
Speak to an expert
Explore how Fynd OMS powers seamless order management with our solution experts
Featured Blog
Empower your business, every step of the way
Simplify operations, scale smarter, and deliver better experiences with solutions designed to grow with your business
Take your warehouse management to the next level
Experience hassle-free inventory management with Fynd WMS, designed to keep your operations efficient and accurate. Book a demo to see how Fynd WMS can boost productivity and profits for your business!
Kickstart your quick delivery website
Experience seamless hyper-local commerce with Fynd Quick—engineered to keep things running smoothly and help you reach customers in record time. Book a demo and see how Fynd Quick can drive efficiency and growth for your business!
Level up your delivery management
See how you can manage deliveries with Fynd TMS, designed to streamline operations and keep your customers delighted. Book a demo with our team and find out how Fynd TMS can boost your efficiency and bottom line!
Take your order management to the next level
Discover how effortless order management can be with Fynd OMS, built to keep things running smoothly and make your customers happy. Book a demo with our team and see how Fynd OMS can help boost your efficiency and profits!
दोस्तों गहने के शौकीन तो हम सभी है और जब बात हो गोल्ड ज्वेलरी कि तो वो हम सभी को बहुत पसंद होते हैं। लगभग सभी महिलाओं को सोने के गहने पहनना बहुत ज्यादा पसंद होता है। और शादियों का सीजन हो या फिर कोई दिपावली धनतेरस और अक्षय तृतीया जैसे कोई बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार इन सभी अवसरों पर आपने बहुत बार सुनार की दुकान से गहने तो खरीदे होंगे।
पर क्या कभी आपने यह सोचा है कि इसका बिजनेस कैसे किया जा सकता है। इसीलिए दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको गोल्ड ज्वेलरी बिज़नेस प्लान से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को प्रदान करने वाले हैं। इस बिजनेस से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को प्राप्त करने हेतु हमारे आज के आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
गोल्ड कितने प्रकार का होता है। -
दोस्तों गोल्ड ज्वेलरी बिजनेस प्लान को शुरू करने से पहले आपका यह जानना बेहद आवश्यक है कि आखिर गोल्ड कितने प्रकार के होते हैं। चूंकि अब आप इस क्षेत्र में बिजनेस करने के बारे में सोच रहे हैं तो चलिए आइए जानते हैं कि गोल्ड यानी कि सोना कितने प्रकार का होता है। -
1. 24 कैरेट गोल्ड
2. 22 कैरेट गोल्ड
3. 18 कैरेट गोल्ड
दोस्तों वैसे तो हम सभी को 24 कैरेट गोल्ड का ही पता है। लेकिन आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि इन सभी के अलावा 14 कैरेट 12 कैरेट और 10 कैरेट का गोल्ड भी होता है।
1 - 24 कैरेट का गोल्ड -
दोस्तों हम सभी जानते हैं कि 24 कैरेट का सोना शुद्ध होता है हमने बहुत सारे लोगों को गोल्ड में इन्वेस्टमेंट करते सुना है। वह भी खासतौर पर 24 कैरेट गोल्ड में और अधिकतर लोग जो गोल्ड खरीदते हैं तो वह 24 कैरेट का ही गोल्ड खरीदते हैं।
यह सोना बहुत ही मुलायम होता है और बिना मिलावट के होता है इससे बने हुए आभूषण जल्द ही मुड़ जाते हैं और दाम में भी इसका बट्टा कम कटता है। लेकिन 24 कैरेट गोल्ड से किसी भी तरह की ज्वेलरी नहीं बनाई जा सकती अधिकतर नक्काशी वाली ज्वेलरीओं में 24 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी का इस्तेमाल नहीं होता।
जितने भी नक्काशी वाले काम होते हैं वह सब 24 कैरेट ज्वैलरी में नहीं हो सकते क्योंकि इसमें किसी प्रकार की मिलावट नहीं होती यह एकदम शुद्ध होता है। इसलिए यह बहुत अधिक मुलायम होता है जिससे इसे आकार नहीं दिया जा सकता।
2 - 22 कैरेट गोल्ड -
अधिकतर लोग के द्वारा आभूषण बनाने में 22 कैरेट सोना का इस्तेमाल किया जाता है। क्योंकि यह 91 परसेंट शुद्ध होता है और इसमें गहने बनाने के लिए अन्य धातुओं कि थोड़ी मिलावट की जाती है। शुद्ध सोने की ज्वेलरी नहीं बनाई जा सकती और बिना मिलावट के कोई डिजाइन नहीं दिया जा सकता।
हम सभी बहुत ही सुंदर सुंदर डिजाइन देखते हैं हर तरह की ज्वेलरी में एक से एक नक्काशी देखते हैं मीनाकारी का काम देखते हैं। इन सभी को 22 कैरेट गोल्ड में ही बनाया जाता है और इस कैटेगरी में बनने वाले सभी डिजाइन इसी गोल्ड ज्वेलरी के अंतर्गत आता है।
3 - 18 कैरेट गोल्ड -
दोस्तों 18 कैरेट गोल्ड बहुत ज्यादा मिलावटी वाला गोल्ड होता है और यह गोल्ड 22 कैरेट और 24 कैरेट दोनों से बहुत सस्ता होता है। इसमें तरह तरह की डिजाइन भी नही बनाई जा सकती है और 18 कैरेट की गोल्ड ज्वेलरी अधिकतर चिपकाने वाली चीजों के लिए इस्तेमाल होती है।
जितने भी नग वाली चीजें बनती है जैसे हीरा हो गया या अमेरिकन डायमंड हो गया उससे जो भी ज्वेलरी बनाई जाएगी उसमें 18 कैरेट गोल्ड का इस्तेमाल किया जाता है। 18 कैरेट गोल्ड लगभग 75% शुद्ध होती है।
गोल्ड ज्वेलरी बिज़नेस के फायदे -
1. गोल्ड ज्वेलरी बिजनेस करने के बहुत सारे फायदे हैं सबसे बड़ा फायदा तो यही है कि जब भी इसका दाम गिरे तो हम इसको खरीद सकते हैं और जब दाम बढ़ जाए तो हम इसे बेच सकते हैं तो बढ़े हुए दाम के प्रॉफिट के साथ ही हमें मिलेगा।
2. चूंकि यह एक सदाबहार बिजनेस है इसलिए इसमें नुकसान के चांसेज उतने ज्यादा नहीं होते हैं।
3. गोल्ड एक धातु है और इसे मोडिफाई किया जा सकता है इसलिए अगर डिजाइन पुराना हो जाता है या फिर और किन्हीं कारणों से वह ज्वेलरी नहीं बिकती है तो आप उसे गलाकर नया डिज़ाइन बना सकते हैं।
4. आप दुकान खोले या फिर शोरूम आपका पुरा बिजनेस आपके द्वारा प्रदान किए जा रही गोल्ड कि क्वालिटी और डिजाइन पर निर्भर करता है। इसलिए आपको शुरुआत में दुकान के इंटिरियर पर बहुत ज्यादा पैसे खर्च करने कि आवश्यकता नहीं होती है। आप घर से एक दुकान खोल सकते हैं और जब आपकी मार्केट में पकड़ मजबूत हो जाएं तो अपना अच्छा सा शोरुम खोल सकते हैं।
गोल्ड ज्वेलरी बिजनेस प्लान क्या है।
दोस्तों अगर आप गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस को करने के बारे में सोच रहे हैं तो बेशक ही यह आपको अच्छा खासा मुनाफा दिलाने वाला व्यवसाय हैं। लेकिन इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले आपको बिज़नेस प्लान बनाने की आवश्यकता होती है
जैसे कि आप गोल्ड में किस तरीके का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं? इसे शुरू करने के लिए जगह का सही चुनाव आपके दुकान या शोरूम का इंटीरियर डिजाइन वही आप इसमें कितने पैसे तक का निवेश करेंगे ?
इन सभी पहलुओं के बारे में अच्छे से प्लान बनाना आपके लिए इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले आवश्यक हो जाता है अगर आप अपना गोल्ड ज्वेलरी बिजनेस शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो अपने इस बिजनेस प्लान को ध्यान में रखकर अपना कदम आगे बढ़ाएं।
गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस क्यों शुरू करें -
दोस्तों हमारे देश में गहनों का महत्व बहुत पहले से चला आ रहा है पुरापाषाण काल के लोग भी गहने पहना करते थे और आज भी मार्केट में गहनों के बहुत से प्रकार और डिजाइंस उपलब्ध है। मगर जब बात हो गोल जोड़ने की हो तो इसे हर कोई पसंद करता है। और यही वजह है की समय के साथ इतने आगे बढ़ जाने के बावजूद भी हमारी संस्कृति में सोने के गहनों का क्रेज़ बिल्कुल भी खत्म नहीं हुआ और इसने तो समय के साथ और भी ज्यादा मार्केट बना लिया है।
वर्तमान समय में लोग गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस प्लान कर रहे हैं क्योंकि आने वाले समय में इसकी मार्केट डिमांड और भी ज्यादा बढ़ने वाली है। यह एक सदाबहार बिजनेस है जिसकी डिमांड और जरूरत कभी खत्म नहीं होने वाली है। रत्न और आभूषण का बिजनेस सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 6 से 7% तक योगदान देता है।
ऐसे में अगर आप गोल्ड ज्वेलरी बिजनेस को शुरू करते हैं तो यह आपके लिए एक बहुत ही सही निर्णय होगा। पहले के समय में यह मान्यता थी कि सोने का बिजनेस सिर्फ सुनार ही कर सकते हैं लेकिन आज दौर पूरी तरह से बदल चुका है।
वर्तमान समय में हर कोई इस बिजनेस को कर सकता है बशर्ते उसके पास सोने को परखने की पारखी नजर हो। यही कारण है कि हम हर मार्केट में एक या दो सुनार की दुकान जरूर देख लेते हैं। अगर आप आने वाले समय में बिजनेस के मामले में तरक्की करना चाहती है तो यह एक अच्छा कारण है कि आप इस का बिजनेस शुरू करें।
गोल्ड आभूषण बिजनेस के प्रकार -
दोस्तों कुछ चीजें हमें जैसी दिखती हैं वैसी होती नहीं है हम जब भी सुनार की दुकान पर जाते हैं तो हमें ऐसा लगता है कि अब इसमें बहुत ही पैसे वाला और आरामदायक व्यवसाय हैं। लेकिन इस व्यवसाय को करने की कई प्रकार हो सकते हैं कोई भी व्यवसाई सोने के हर तरीके के आभूषणों का व्यवसाय खुद ही नहीं कर सकता है।
वह किसी एक प्रकार का ही गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस सकता है जो हमें देखने में बहुत ही आसान लगता है लेकिन उसके लिए उस व्यवसाई के लिए कितना रिस्क भरा होता है यह सिर्फ वह व्यवसाई ही जानता है। दोस्तों अगर आप गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस शुरू करना चाहते हैं
तो हम आपको यहां कुछ गोल्ड बिजनेस प्लान के प्रकार के बारे में जानकारियां दे रहे हैं जिसे आप गोल्ड आभूषण बिजनेस शुरू करने के लिए इनमें से किसी एक प्रकार को चुनकर उसे अपने व्यवसाय का रूप दे सकते हैं। तो आइए जान लेते हैं कि हम किन किन प्रकार से गोल्ड ज्वेलरी बिज़नेस को शुरू कर सकते हैं।
1. खुदरा आभूषण की दुकानें -
दोस्तों अगर आप गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो आप खुदरा तरीके से आभूषण बेचकर भी इस व्यवसाय में कदम रख सकते हैं। इस तरीके से आप ग्राहकों को उनकी पसंद के अनुसार आभूषण बेचते और उनसे पुराने आभूषण खरीदते हैं इस तरीके से आप गोल्ड का खुदरा व्यवसाय करके इस व्यवसाय में धीरे-धीरे आगे बढ़ सकते हैं और आगे जाकर अच्छा खासा मुनाफा इस व्यवसाय से आप कमा पाएंगे।
2. ऑनलाइन ज्वैलरी रिटेल -
दोस्तों डिजिटल होती आज कि इस दुनिया में अब आप एक नई तरीके से भी अपना गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस शुरू कर सकते हैं। आप ऑनलाइन तरीके से भी अपना गोल्ड ज्वेलरी रिटेल कर सकते हैं इसमें आप अपने पास रखे हुए सभी प्रकार के ज्वेलरी स्कोर ग्राहकों तक वीडियो के जरिए या ऑनलाइन माध्यम से उन तक पहुंचा कर ऑनलाइन तरीके से अपने सोने चांदी के व्यवस्थाएं को आगे बढ़ा सकते हैं।
क्योंकि ऑनलाइन तरीके से सोने और चांदी के आभूषणों को खरीदना थोड़ा रिस्की होता है कि लेकिन इससे आपके और आपके शॉप का प्रचार होने के बाद ग्राहकों को उसके पसंद के अनुसार आभूषण दिखाकर अपनी दुकान तक आने के लिए आप उन्हें मजबूर कर सकते हैं। इस तरीके से आप अपने ज्वेलरी की ऑनलाइन मार्केटिंग करके अपने गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस का ऑनलाइन ज्वैलरी रिटेल बिजनेस भी इस तरीके से शुरू कर सकते हैं।
3. गोल्ड ट्रेडिंग -
दोस्तों हमारे विश्व में सोना एक लोकप्रिय और फायदेमंद धातु बन चूका है और सदियों से यह काफी ज़्यादा ख़रीदा और बेचा जा रहा है। अगर आप गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आप गोल्ड ट्रेडिंग करके भी इस व्यवसाय में कदम रख सकते हैं।
मसलन सोने का व्यवसाय आप जिस पैमाने पर करना चाहे जिससे आप जितना निवेश चाहते हैं उतने निवेश तक का सोना खरीद कर उसे ग्राहकों को बेच कर भी आप व्यवसाय कर सकते हैं इसे गोल्ड ट्रेडिंग के रूप में भी जाना जाता है।
इस तरीके से भी आप अपने गोल्ड ज्वेलरी बिजनेस को शुरू कर सकते हैं। और अपने लगाए गए निवेश से हम उससे ज्यादा से ज्यादा मुनाफा इस व्यवसाय से कमा सकते हैं तो गोल्ड ट्रेडिंग आपके लिए गोल्ड ज्वेलरी बिज़नेस में मुनाफा कमाने में आपके लिए लाभदाई हो सकता है।
4. Gold Import (सोना आयात) -
दोस्तों अगर आप गोल्ड ज्वेलरी बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो एक तरीका यह भी है कि आप गोल्ड इंपोर्ट करके भी इस व्यवसाय में कदम रख सकते हैं गोल्ड इंपोर्ट करके आप अच्छे खासे पैसे गोल्ड ज्वेलरी बिज़नेस में कमा सकते हैं।
इसमें आप अपना व्यवसाय विदेशों से भारत मे कर सकते हैं और करोड़ों में अपना गोल्ड का व्यवसाय कर सकते हैं तो यह तरीका भी आपके लिए लाभदाई हो सकता है। अगर आप अच्छे खासे निवेश के साथ इस बिजनेस को शुरू कर रहे हैं
तो आपके लिए गोल्ड इंपोर्ट करके इस बिजनेस को चलाना आपको काफी लाभदायक हो सकता है और आपके लिए मुनाफे भरा व्यवसाय भी साबित हो सकता है। आप इस व्यवसाय में विदेशों से कम दाम में सोना खरीद कर यहां भारत में चल रहे उच्च दामों के आधार पर अपना गोल्ड इंपोर्ट करके व्यवसाय कर सकते हैं।
5. आभूषण निर्माता Jewellery Manufacturers. -
दोस्तों अगर आप गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस शुरू करना चाहते हैं और आपके पास सबसे बड़ा यह है कि आपको ज्वैलरी बना आती है तो आप इसे बिजनेस का रूप दे सकते हैं। आप दुकानदारों से ज्वेलरी बनाने का ऑर्डर खुद लेकर इस बिजनेस में अपना कदम रख सकते हैं।
शुरुआती दौर में आप चाहें तो पहले दूसरे दुकानदारों से सोने चांदी के आभूषणों को बनाने का और ऑर्डर और उनको उनके सुविधानुसार ज्वैलरी बनाकर दे सकते हैं। वही धीरे-धीरे आप इसमें अपना कदम भी रख सकते हैं और खुद अपनी ज्वेलरी शॉप खोल कर वहां ज्वेलरी खुद बनाकर भी ग्राहकों को बेच सकते हैं तो इस तरीके से भी आप अपने गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस को शुरू करने के बारे में सोच सकते हैं। जो आपके लिए लाभदाई भी हो सकता है।
गोल्ड ज्वेलरी बिजनेस हेतु आवश्यक दस्तावेज -
दोस्तों हम किसी भी व्यवसाय को करने के बारे में सोच तो लेते हैं लेकिन उस व्यवसय को सुचारू रूप से चलाने के लिए हमें बहुत सारी प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है। अगर हम अपने व्यवसाय को ऊंचे स्तर पर शुरू कर रहे हैं या हमारा व्यवसय आए ऐसा व्यवसाय है जिसमें निवेश करोड़ों में करना होता है और मुनाफा भी उसी प्रकार से मिलता है। तब उस व्यवसाय के लिए हमारे पास प्लान बनाना और जरूरी दस्तावेजों को इकट्ठा करने या उनकी जरूरत पड़ने पर उसके लिए अप्लाई करना जरूरी हो जाता है।
दोस्तों क्योंकि आप अपना गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस शुरू करने जा रहे हैं और यह एक ऐसा व्यवसाय हैं जिसमें सरकार द्वारा टैक्स भी लिया जाता है। इसलिए आपको इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले कुछ जरूरी दस्तावेजों को अपने पास रखने की आवश्यकता पड़ती है जो भविष्य में आपके व्यवसाय को कोई भी नुकसान होने से बचाने के लिए जरूरी होगा और यही नहीं आपके व्यवसाय को शुरू करने के लिए भी कुछ ऐसे जरूरी दस्तावेज हैं जिनका आपके पास होना अति आवश्यक है।
हम नीचे आपको उन सभी जरूरी दस्तावेजों और लाइसेंसों के बारे में जानकारी दे रहे हैं जो आपको गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस प्लान शुरू करने के लिए आवश्यक होंगे हमारे यह दस्तावेज निम्नलिखित प्रकार से हैं।
1. हालमार्क ज्वैलरी हेतु लाइसेंस -
दोस्तों अगर आप अपना गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस शुरू कर रहे हैं और अपने ग्राहक की विश्वसनीयता पर खरा उतरना चाहते हैं तो आप हॉल मार्क वाले ज्वेलरी अपने ग्राहकों को प्रदान करें। लेकिन आप ग्राहकों को हॉल मार्क वाले ज्वेलरी देने के लिए आपको एक लाइसेंस की जरूरत होगी जिसे BIS लाइसेंस कहते हैं।
वैसे तो यह सभी गोल्ड ज्वेलरी बिजनेस करने वाले व्यवसाय के लिए जरूरी नहीं है। इसकी जरूरत सिर्फ उन्हीं गोल्ड व्यवसायियों को होती है जो अपने सोने के सामान या आभूषण हॉल मार्क के साथ ग्राहक को उपलब्ध कराते हैं। ऐसे व्यवसायियों को बीआईएस लाइसेंस की जरूरत पड़ती है।
दोस्तों अगर आप अपने ग्राहकों को हॉल मार्क वाले सामान्य आभूषण देंगे तो इसका मतलब यह होता है कि आप उसमें सोने की गुणवत्ता की पहचान बता रहे हैं इसलिए हॉल मार्क लगा कर बेचने वाले सभी गोल्ड व्यवसायियों को बीआईएस लाइसेंस की जरूरत होती है।
2. कॉर्पोरेट लाइसेंस -
दोस्तों व्यवसाय कोई भी हो हर व्यवसाय को और पूरे तरीके से काम करने के लिए आपको लाइसेंस की जरूरत पड़ती है। अगर आप अपना गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको कॉरपोरेट्स लाइसेंस की जरूरत पड़ती है। जिसके लिए आप रजिस्ट्रेशन करा कर इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं। कॉरपोरेट लाइसेंस से आप अपने व्यवसाय को सुचारू रूप से आगे बढ़ा पाएंगे और आपको अपना सोने का व्यवसाय करने में आसानी होगी।
3. आइडेंटिटीफाई लाइसेंस -
दोस्तों अगर आप अपना कोई भी व्यवसाय शुरू कर रहे हैं तो उसको आप एक नाम जरूर देंगे ऐसे ही अगर आप अपना गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले आईडेंटिफाई लाइसेंस की जरूरत होगी जो आपके व्यवसाय को पहचान दिलाएगा।
इसके लिए आपको अप्लाई व्यवसाय शुरू करने से पहले ही करना होगा इसके मिलने के बाद ही आप अपना सोने चांदी से जुड़े व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं। इसलिए इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको आईडेंटिफाई लाइसेंस की भी आवश्यकता पड़ती है।
4. कुछ अन्य जरूरी दस्तावेज -
1. इन सब दस्तावेजों के अलावा कुछ ऐसे दस्तावेज हैं जिनकी आपको जरूरत पड़ती है जैसे कि आपको गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस करने के लिए सबसे पहले तो जीएसटी नंबर की जरूरत होती है जिसके लिए आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
2. इसके बाद आप अपने दुकान या शोरूम को एक वैधानिक रूप प्रदान करने के लिए प्रोपराइटरशिप या फिर वन पर्सन कंपनी के रूप में रजिस्टर्ड कराना होगा।
3. यही नहीं आपको इसके अलावा अपने दुकान या शोरूम के नाम से बैंक में चालू खाता होना चाहिए और उसी के नाम से पैन कार्ड भी होना चाहिए
4. जिससे आपको आपके व्यवसाय में कानूनी दांवपेच में पड़ने पर यह सभी लाइसेंस काम आएंगे वही अगर आप अपना गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस विदेशों में करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको इंपोर्ट एक्सपोर्ट कोड की जरूरत होती है जिसके लिए आपको इसके लिए भी अप्लाई करके अपना इस कोड को बनवाना होता है जिससे आप अपना बिजनेस विदेशों में भी कर सकते हैं।
गोल्ड ज्वेलरी का बिजनेस शुरू करने से पहले के चरण -
दोस्तों व्यापार कोई भी हो उसे शुरू करने से पहले कुछ ऐसे निर्धारित चरण होते हैं जिनको हमें समझने और जाने की आवश्यकता होती है। गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस प्लान को शुरू करने से पहले आपको निम्नलिखित चरण पर कार्य करने की अत्यधिक आवश्यकता होती है।
1 - बिजनेस प्लान बनाए
दोस्तों अगर आप अपना गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको सबसे पहले इस बिजनेस को शुरू करने के लिए एक अच्छे प्लान को बनाने की जरूरत है। जिस पर चरणबद्ध तरीके से चलकर अपने व्यवसाय को आप आगे बढ़ा पाएंगे जैसे कि आप गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस को किस तरीके से शुरू करना चाहते हैं
और आपको इस बिजनेस को शुरू करने का पैमाना कितना बड़ा है और आपको इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले किन-किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी यही नहीं इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले आपको किस प्रकार के प्रशिक्षण और अनुभव की आवश्यकता होगी इन सभी पहलुओं पर हमें ध्यान रखने की आवश्यकता होगी।
2 - जगह निर्धारित करें
दोस्तों हमारे द्वारा गोल्ड ज्वेलरी बिजनेस शुरू करने के लिए हमारे लिए जो सबसे जरूरी चीज होगी वह यह कि हम किस जगह पर अपना यह ज्वैलरी शॉप या शोरूम खोलना चाहते हैं। हमारे ज्वेलरी बिजनेस के लिए जगह का निर्धारण हमारे बिजनेस को आगे बढ़ाने या उसे बर्बाद करने के लिए जरूरी बात हो सकती हैं।
क्योंकि गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस हमारे लिए करोड़ों के निवेश वाला बिजनेस है इसलिए हमें इसे एकदम सुन शान या खाली रास्तों वाले जगह पर नहीं खोलना चाहिए। हमें अपने बिजनेस को ऐसी जगह खोलने के बारे में जगह निर्धारित करनी चाहिए जहां हजारों की संख्या में लोगों का रोज का आना जाना हो और वे लोग हमारे दुकान की ओर आकर्षित हो सके इसलिए जगह का निर्धारण हमारे गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस के लिए बहुत ही आवश्यक है।
3 - वित्त का प्रबंध करें
दोस्तों यद्यपि आप एक गोल्ड ज्वेलरी बिज़नेस में अपना हाथ आजमाना चाहते हैं तो आपको इसका अंदाजा लगाना बहुत आवश्यक है कि इसमें हमारा निवेश हमारे सोच से भी ऊपर होता है। क्योंकि गोल्ड एक ऐसा सामान है जो बहुत ही महंगा मिलता है इसलिए आपको इसमें निवेश करोड़ों में करना पड़ सकता है।
अगर आप इसके लिए पहले से बजट बनाकर चल रहे हैं या आपके पास इस बिजनेस को शुरू करने का प्लान सालों पहले से था और अब आपके पास पर्याप्त धन है तो आप इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं या फिर आप अपने इस व्यवसाय के लिए बैंक से लोन लेकर इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं।
4 - प्रशिक्षण ले
दोस्तों इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले आपके पास सोने चांदी के आभूषण को पहचानने या उसे निर्मित करने का अनुभव होना चाहिए। इसलिए आप इस व्यवसाय में आने से पहले इसका प्रशिक्षण प्राप्त कर लेंगे तो यह आपको आपके बिजनेस को आगे बढ़ाने में आप की अच्छी खासी मदद कर सकता है।
गोल्ड ज्वेलरी के बिजनेस को कैसे शुरू करे -
आपके मन मे अगर ये सवाल आ रहा है कि आपने गोल्ड ज्वैलरी बिज़नेस करने के बारे में सोच तो लिया है। लेकिन किस तरीके से उसे शुरू कर सकते हैं ये निर्णय नही ले पा रहे हैं तो हम आपको इससे जुड़ी बात ही यहाँ बताने जा रहे हैं। आप अपने गोल्ड ज्वैलरी बिज़नेस को इन निम्नलिखित बातों का ध्यान रख कर शुरू कर सकते हैं जिसके बारे में नीचे हम बता रहे हैं।
1 - बिजनेस का प्रकार चुनें -
आपको अपना गोल्ड ज्वैलरी बिज़नेस शुरू करने से पहले ये निर्णय लेना होगा कि आप किस तरीके से अपना गोल्ड ज्वैलरी बिज़नेस करना चाहते हैं। जैसे कि आप गोल्ड की ज्वैलरी खरीद कर बेचना चाहते हैं या फिर आप गोल्ड की ज्वैलरी को बना कर उस तरीके से बिज़नेस करना चाहते हैं या फिर आप गोल्ड की ज्वैलरी सप्लाई करना चाहते हैं। .
दोस्तों यहां हम आपको बता दें कि यदि आप गोल्ड की ज्वैलरी बेचकर इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं तो आपको इस व्यवसाय के लिए करोड़ों की लागत लगाकर सोने और चांदी के आभूषणों को बने बनाए हुए खरीदना होगा और अपने दुकान पर रखना होगा।
जिससे आप सिर्फ ग्राहक को उसकी मांग और पसंद के अनुसार आभूषण दिखाकर उसे सीधा बेच दे। वही अगर आप सोने और चांदी के आभूषणों को बनाना जानते हैं तो आप अपना गोल्ड का बिजनेस सोने व चांदी के आभूषणों को बनाकर उसे बेचकर शुरू कर सकते हैं।
इस बिजनेस के प्रकार में आपको ग्राहक के पसंद अनुसार आभूषणों को बनाने का ऑर्डर मिलता है और उसकी पसंद अनुसार आप जल्दी बनाकर उसे बेचकर पैसे कमा सकते हैं। वही अगर आप बड़े पैमाने पर सोने और चांदी को सप्लाई करके बिजनेस करना चाहते हैं तो आप इस तरीके से भी अपना गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस कर सकते हैं। आप एक सप्लायर के तौर पर एक रिटेलर को अपना सोना और चांदी बेचकर इस तरीके से भी बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
2 - सप्लायर्स का रिसर्च
दोस्तों अगर आप गोल्ड ज्वैलरी का बिजनेस करना चाहते हैं तो उसके लिए जो सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात है। वह यह है कि आपको सोने चांदी के आभूषण खरीदने के लिए सप्लायर का चुनाव बहुत ही सावधानी पूर्वक करना होगा।
क्योंकि सोने चांदी के व्यवसाय बहुत ही रिस्की व्यवसाय होता है क्योंकि इसमें हमारी छोटी सी भी अनदेखी या गलती हमारे लिए भारी पड़ सकती हैं और हमें करोड़ों का चूना लग सकता है। दोस्तों इसमें आपको सोने और चांदी को पहचानने का अनुभव होना चाहिए ताकि कोई भी आपको गलत तरीके से फसाकर ना चला जाए।
इसलिए इस काम को शुरू करने से पहले आपको गोल्ड के सप्लायर का चुनाव बहुत ही सोच समझकर करने की जरूरत होती है। आप जिस भी सप्लायर से अपना सोना चांदी खरीद रहे हैं उसके बारे में आप अच्छी तरीके से जांच पड़ताल कर ले। सभी रिसर्च कर लें और जहां उसने अपने सोने-चांदी और भी दुकानदार को सप्लाई किए हैं आप उनसे भी संपर्क करके उस सप्लायर के विश्वसनीयता के स्तर की जांच कर सकते हैं।
3 - प्रशिक्षण और अनुभव प्राप्त करें -
दोस्तों अगर आपको अपना गोल्ड ज्वेलरी का बिजनेस शुरू करना है तो इसके लिए आपके पास पर्याप्त प्रशिक्षण और अनुभव की जरूरत होती है। जैसे कि आपको सोने चांदी को पहचानने की परख है या नहीं और सोने चांदी के आभूषणों को बेचने के लिए और उसे बनाने के लिए कितना चार्ज या परसेंटेज होता है।
इसके साथ ही किस धातु को कितनी मात्रा में मिलाकर ज्वैलरी बनाई जाती है। इन सब महत्वपूर्ण बातों के बारे में भी सम्पूर्ण ज्ञान होना चाहिए। आप इस बिजनेस को शुरू करने से पहले चाहे तो कुछ महीने किसी अच्छे ज्वेलरी शॉप या रिटेलर के यहां काम कर सकते हैं जिससे काम करते करते आप को प्रशिक्षण भी मिलेगा और इस व्यवसाय में आने के लिए आपका अनुभव भी बढ़ेगा जो आपको आपका बिजनेस शुरू करने में काफी मदद करेगा।
4 - दस्तावेज बनवाएं
दोस्तों हर बिजनेस की महत्ता को ध्यान में रखते हुए हमें कुछ जरूरी दस्तावेजों की और कुछ जरूरी रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होती है। क्योंकि गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस आमतौर पर करोड़ों की टर्न ओवर वाला बिजनेस माना जाता है।
इसलिए आपको इस बिजनेस को शुरू करने से पहले अपने बिजनेस को रजिस्टर्ड कराना आवश्यक है। गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस शुरू करने वाले उद्यमी को अपने बिजनेस के नाम को रजिस्टर कराना जरूरी हो जाता है वहीं इसके अलावा इस व्यवसाय को शुरू करने वाले उद्यमी को जीएसटी और हालमार्क संबंधित रजिस्ट्रेशन कराना भी बहुत ही अनिवार्य होता है।
दोस्तों यदि आप अपना गोल्ड ज्वेलरी का बिजनेस विदेशों में शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए भी आपको एक जरूरी लाइसेंस की आवश्यकता होगी जिसे BIS लाइसेंस कहते हैं। अमूमन यह लाइसेंस हर गोल्ड का बिजनेस शुरू करने वाले व्यवसाई के लिए नहीं है
यह सिर्फ उन्हीं गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस शुरू करने वाले व्यवसाय के लिए आवश्यक है जो अपना गोल्ड का बिजनेस विदेश में करना चाहते हैं या तो अपना गोल्ड विदेश बेचना चाहते हैं या विदेश से गोल्ड खरीद रहे हैं तो उसके लिए उन्हें इस लाइसेंस की जरूरत पड़ती है।
हम एक और जरूरी दस्तावेज की बात करें तो आपको यदि आप गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको IEC इम्पोर्ट एक्सपोर्ट कोड दस्तावेज की जरूरत पड़ सकती हैं। यह भी हर गोल्ड ज्वेलरी का बिजनेस शुरू करने वाले व्यापारी के लिए नहीं है आप जो उद्यमी हॉलमार्क के साथ अपना गोल्ड का ज्वेलरी कस्टमर को बेचते हैं उनके लिए इस लाइसेंस को बनवाना जरूरी होता है।
क्योंकि हॉलमार्क उस दिए गए ज्वेलरी या आभूषण की सोने की गुणवत्ता की पहचान कराता है। इसलिए कुछ व्यापारी हॉलमार्क के साथ अपना गोल्ड का बिजनेस शुरू करते हैं उन्हें यह लाइसेंस बनाना जरूरी हो जाता है।
5 - दुकान किराए पर ले और इंटीरियर
दोस्तों अगर आप अपना गोल्ड ज्वेलरी का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं और भीड़भाड़ वाले या मार्केट में जहां लोगों की हजारों की भीड़ हो वहां पर आप की जमीन या दुकान है तो यह आपके लिए बहुत अच्छी बात है। लेकिन अगर आपके पास जगह या दुकान नहीं है तो आप अपना यह शॉप खोलने के लिए दुकान किराए पर भी ले सकते हैं।
क्योंकि सोने चांदी का बिजनेस आपके लिए करोड़ों की लागत लगाता है इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि एकदम सुनसान वाली जगह पर आप दुकान किराए पर ना लें। आप अपने दुकान मार्केट में जहां दिन भर लोगों का आना जाना है और ऐसे लोग जो ज्वेलरी शॉप की तलाश में हो। अगर आपका दुकान मार्केट में बीचो-बीच होगा तो उनकी नजर जरूर पड़ेगी।।
इसलिए आप ऐसी जगह पर अपना ज्वेलरी शॉप खोलने के लिए दुकान किराए पर ले लें। दुकान किराए पर लेने के बाद बारी आती है उसकी साज-सज्जा और इंटीरियर की क्योकी दोस्तों हमारा दुकान और उसमें रखे आभूषण का डिस्प्ले जितना सुंदर दिखेगा और आकर्षक दिखेगा और उसके साथ ही उसमें लाइटिंग जितनी अच्छी तरीके से होगी ग्राहक आपके दुकान कि ओर उतना है ज्यादा आकर्षित होगा।
इसलिए आभूषण की दुकान का इंटीरियर इस तरीके से डिजाइन करें कि उसमें रखे हुए हमारे सभी सोने के आभूषण लोगों को डिस्प्ले में सामने आए और ग्राहकों एक नजर में हमारे आभूषण पसंद आए और वह उसे लेने के लिए मजबूर हो जाए। इसलिए हमें अपने गोल्ड ज्वेलरी शॉप का इंटीरियर बहुत ही आकर्षक तरीके से डिजाइन करना हमारे व्यवसाय के लिए लाभदाई हो सकता है।
6 - कर्मचारी नियुक्त करें।
दोस्तों अगर आप गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस शुरू करना चाहते हैं और आपको आभूषणों को बनाने का ज्ञान भी है तो आप इसे अकेले भी शुरू कर सकते हैं। लेकिन अगर आप सिर्फ इस बिजनेस में निवेश करने की सोच रहे हैं और इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं तो आपको ज्वेलरी बनाने वाले कारीगर की आवश्यकता होगी।
इसलिए आपको अपने शॉप में एक कारीगर को नियुक्त करना होगा वहीं अगर आप बड़े पैमाने पर अपना शोरूम खोलना चाहते हैं तो उसमें आपको जरूरत के हिसाब से अन्य कर्मचारी की आवश्यकता होगी। जो कस्टमर को डील करें और उन्हें उनकी जरूरत और बजट के हिसाब से ज्वैलरी दिलाने और दिखाने में उनको सहायता प्रदान करें। इसलिए इस व्यवसाय में आपको अपने ग्राहकों कि सुविधानुसार कर्मचारियों को भी नियुक्त करना पड़ सकता है।
7 - जानकारी और व्यवहारिक ज्ञान ले।
दोस्तों अगर आप गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस को शुरू करने के प्रति गंभीरता से सोच रहे हैं तो इसके लिए जो सोचने वाली बात है तो वह यह कि आप इस बिजनेस के प्रति जानकारी और व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त कर लें। जैसे कि आपको पुराने गहनों को पहचानने और उनका सही दाम लगाने का अनुभव होना चाहिए।
क्योंकि इस व्यवसाय में ऐसे भी ग्राहक आपके पास आएंगे जो अपना पुराना सोने व चांदी का सामान आप को बेचना चाहेंगे तो यदि आप ऐसे व्यापारी हैं जिसे किसी धातु को पहचान कर खरीदने और उसे पुनः निर्माण कर ज्वेलरी का रूप देकर दोबारा बेचने का अनुभव है तो आप इस व्यवसाय में अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं।
इसलिए आपको इस व्यवसाय में आने से पहले इन छोटे-छोटे जानकारी और व्यवहारिक ज्ञान को प्राप्त कर लेना आवश्यक होता है। इसके लिए आप चाहें तो अपने एरिया के ज्वेलरी शॉप में कुछ दिनों के लिए एक कर्मचारी के तौर पर काम करके भी छोटी-छोटी बारीकियों को सीख सकते हैं और इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए अनुभव भी प्राप्त कर सकते हैं।
गोल्ड ज्वेलरी हेतु मार्केटिंग -
दोस्तों सभी महत्वपूर्ण चरणों के बारे में बात करने के बाद अब हम गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस प्लान ई मार्केटिंग की ओर बढ़ते हैं। दोस्तों वैसे तो गोल्ड ज्वेलरी बिज़नेस प्लान हेतु मार्केटिंग पूर्ण रूप से आपके बिजनेस के स्तर पर निर्भर करता है कि आप गोल्ड में किस प्रकार का और किस स्तर में बिजनेस करने के बारे में सोच रहे हैं।
अगर हम गोल्ड ज्वेलरी बिजनेस हेतु सामान्य तौर पर मार्केटिंग की बात करें तो आप समाचार पत्रों, पंपलेट, पोस्टर, सोशल मीडिया अथवा टेलीविजन विज्ञापन के माध्यम से अपने बिजनेस की या फिर यूं कहें अपनी गोल्ड ज्वेलरी की मार्केटिंग कर सकते हैं।
इस तरह से आप हर तबके के लोगों तक आसानी से अपनी पहुंच बना सकते हैं। हालांकि अब विज्ञापन करने के लिए अलग-अलग तरह के विज्ञापन एजेंसी अलग-अलग तरह के टूल्स और तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। आप अपने बिजनेस से संबंधित विज्ञापन हेतु इनसे भी संपर्क कर सकते हैं।
गोल्ड ज्वेलरी बिज़नेस हेतु प्रबंधन उपकरण -
दोस्तों अगर आप तो गोल्ड ज्वैलरी का बिजनेस करने के लिए गहनों को घर पर ही डिजाइन देना चाहते हैं या अपनी दुकान की फैक्ट्री में ही डिजाइन करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको मशीन लेनी होगी। इसके लिए जो मशीन आती है उसकी लागत लगभग 50 हजार रुपए है और इसके साथ ही जो छोटे-मोटे मशीन है उन सभी की लागत मिलाकर आपका गोल्ड ज्वेलरी की मशीन पर ही 60 से 70 हजार रुपए खर्च हो जाएगा।
इस मशीन से आप तरह-तरह के डिजाइन अपने ही कारखाने में सोने को गला कर मार्केट से कच्चा माल अच्छी-अच्छी डिजाइन बनाकर अपनी ही दुकान में बेच सकते हैं। इस मशीन में सिर्फ एक बार लागत आती है यदि एक बार आप अच्छे खरीद लेते हैं तो उसके बाद आप काफी दिनों तक इसकी मेंटेनेंस से भी छुट्टी पा जाएंगे। क्योंकि इसकी मेंटेनेंस बहुत आसान है और इसे आराम से हैंडल भी किया जा सकता है।
अगर आपको मशीन के बारे में ज्यादा जानकारी ना हो तो आप इसका प्रशिक्षण भी ले सकते हैं जहां से आप मशीन खरीदेंगे वहां से वह व्यक्ति भेज कर आपको पहले सिख आएगा जब आप सीख जाएंगे तो उसके बाद आप खुद से ही कर सकते हैं। इसके अलावा आपको अपने गोल्ड ज्वेलरी के बिजनेस के अंतर्गत गोल्ड को परखने और तौलने वाली मशीन और इसके अलावा अन्य जरूरी उपकरण भी खरीदना होता है।
गोल्डन ज्वेलरी बिज़नेस हेतु लागत -
दोस्तों यह बात तो हम सभी जानते हैं कि सोने और चांदी के गहने बहुत ही महंगे होते हैं और समय के साथ इनके भाव और भी बढ़ रहे हैं। यही वजह है कि दोस्तों सोने और चांदी के बिजनेस करने के लिए लागत बहुत ज्यादा लगती है।
अगर हम यह बिजनेस बहुत बड़े पैमाने पर कर रही हैं तो यह लागत करोड़ों तक जा सकती है। अगर हमें यह बिजनेस छोटे पैमाने पर करना चाह रहे हैं तो कम से कम 20 से 50 लाख रुपए तक की लागत तो लगेगी। बाकी आप चाहे तो इसके लिए आप बिजनेस लोन ले सकते हैं। अगर आप अपने घर में ही दुकान खोलना चाहते हैं तो आपका दुकान का पैसा तो बच जाएगा और उसके साथ ही आप जो भी वर्कर रखेंगे उनको पेमेंट करेंगे।
हालांकि शुरू शुरू में यह थोड़ा मुश्किल है मगर एक बार जब आप मार्केट में अपनी पकड़ बना लेते हैं तो आप मार्केट से उधार पर या आधा पेमेंट करके भी माल ला सकते हैं। जैसे जैसे आपके पास पेमेंट आता जाएगा आप उसका पेमेंट कर सकते हैं। इसमें किलो के भाव से चांदी सोने चांदी के बर्तन और डिजाइनर गहने शामिल है।
इसके लिए आपको मार्केट की अच्छी समझ होना भी जरूरी है और अगर आप पहले से ही इस क्षेत्र में एक्टिव है तो आपका बिजनेस बहुत अच्छी तरीके से चल सकता है। नहीं तो इस क्षेत्र में व्यवहार बनाने की बहुत आवश्यकता है।
गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस प्रॉफिट -
दोस्तों गोल्ड ज्वेलरी के बिजनेस में यदि प्रॉफिट की बात की जाए तो यह प्रॉफिट पुर्ण रुप से इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितने कम रेट पर अपना माल खरीदते हैं। सोने का जो दाम होता है वह आर्थिक स्थिति पर निर्भर रहता है तो यह कोशिश करें कि जब भी दाम नीचे गिरे तो आप माल खरीदें और जब ऊपर जाए तो आप यह माल बेचे।
ऐसे में यह कहा जा सकता है कि 1 किलो सोना पर आप लगभग 10000000 रुपए तक कमा सकते हैं। इतना मुनाफा आप शायद ही किसी बिजनेस में कमा सकते है। इसी तरह अन्य धातुओं जैसे कि चांदी की भी खरीद करें अगर आप इसे भी किलो के भाव खरीदते हैं तो वह भी चांदी के भाव गिरते समय और जब चांदी का भाव उठने लगे तो आप इसे मार्केट में सेल करें, जब आप इसे सेल करेंगे उस समय जो भी दाम चल रहा होगा उसी दाम के हिसाब से आप सेल करेंगे तो यह प्रॉफिट परसेंटेज के हिसाब से आपको प्राप्त होगा।
अगर आप प्रति किलो चांदी के हिसाब से प्रॉफिट की बात करें तो आप 1 किलो चांदी पर लगभग 5 हजार रुपए तक का प्रॉफिट कमा सकते हैं। आसान शब्दों में कहा जाए तो आपका प्राफिट गोल्ड ज्वेलरी के मार्केट रेट और आपके द्वारा दी जा रही बिजनेस के प्रकार पर निर्भर करता है।
गोल्ड ज्वेलरी बिज़नेस में जोखिम -
दोस्तों जब भी हम कोई बिजनेस करते हैं तो उसमें अगर प्रॉफिट होता है तो नुकसान भी होता है हमें उस नुकसान का ध्यान रखना चाहिए। इसलिए अपने गोल्ड ज्वेलरी बिजनेस प्लान को बहुत सावधानी और सुनियोजित तरीके से शुरू करें।
1. क्वालिटी हमेशा जांच कर ले सोने और चांदी के गहने प्योर सोने और चांदी से नहीं बनाया जाते अगर आप 24 कैरेट का भी सोना लेते हैं तो उसमें भी थोड़ी मिलावट जरूर की जाती है। क्योंकि बिना मिलावट के कोई भी आभूषण तैयार नहीं हो सकता। इसलिए गोल्ड ज्वेलरी बनाते और खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें कि वह मिलावट बहुत ज्यादा ना हो ऐसे में आप पूरे सोने का पैसा देंगे पर आप को सामान मिलावट वाला मिलेगा।
2. हमेशा मंदी का ध्यान रखें कई बार ऐसा होता है कि आर्थिक मंदी में हम गहने खरीद लेते हैं। लेकिन वह मंदी और भी ज्यादा गिर जाती है यानी कि दाम और ज्यादा कम हो जाते हैं तो ऐसे में हमें नुकसान हो सकता है। इसलिए मार्केट रेट पर अपनी कड़ी नजर बनाए रखें।
3. कई बार अधिक मात्रा में सोने के गहने खरीद लेने पर हमें उसका टैक्स भी देना पड़ता है। अगर वह समय पर नहीं बिके या फिर उनका डिजाइन पुराना हो गया तो ऐसी स्थिति में हमें सही दाम नहीं मिलता। अगर इससे बचना चाहते हैं तो हमेशा वर्तमान समय की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखें उसके बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त करें तभी ज्वेलरी खरीदें।
4. सोने और चांदी का बिजनेस करने से पहले इसके बारे में अच्छे से जानकारी जरूर प्राप्त करें। बिना जानकारी के यह बिजनेस ना शुरू करें क्योंकि इसमें लागत बहुत ज्यादा लगती है अगर यह डूब जाता है तो बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है।
गोल्ड ज्वेलरी बिज़नेस की मार्केट डिमांड -
दोस्तों आज बढ़ती आबादी और कांपटीशन के इस दौर में हर कोई ऐसा बिजनेस करना चाहता है जो उसे अधिक से अधिक मुनाफा कमा कर दे। और गोल्ड ज्वेलरी बिजनेस प्लान आज के समय का एक बहुत ही ट्रेडिंग बिजनेस है।
हालांकि इसमें प्राफिट है तो लागत भी लाखों-करोड़ों में है। हमारे देश में सोने को सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है और यही वजह है कि गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस की मार्केट डिमांड हमेशा से बनी रही है। और वर्तमान समय में ज्यादातर लोग गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस प्लान करने के बारे में ही रहे हैं। क्योंकि आने वाले समय में इसकी मार्केट डिमांड और भी ज्यादा बढ़ने वाली है। यह एक सदाबहार बिजनेस है जिसकी डिमांड और जरूरत कभी खत्म नहीं होने वाली है।
पहले के जमाने में गोल्ड ज्वेलरी का प्रचलन तो बहुत था लेकिन मांग बहुत कम थी क्योंकि लोगों के पास उतनी लागत नहीं थी। अब लोगों के पास की लागत भी है और डिमांड भी लोग तरह-तरह की ज्वेलरी बनवाने की मांग करते हैं अलग-अलग डिजाइंस की मांग करते हैं।
लेकिन इन सभी चीजों में एक चीज जो नहीं बदली वह है पारंपरिक गहनों की मांग यह पहले भी ट्रेंड में थी और आज भी इसका क्रेज़ वैसे ही बरकरार है। दोस्तों ज्यादातर लोगों को गोल्ड में ट्रेडिशनल ज्वेलरी पसंद होता है और वह पुराने गहने बदलकर नई डिजाइन और नए गहने लेना पसंद करते हैं और ऐसे में हमेशा नए डिजाइन की मांग बनी रहेगी।
यही कारण है कि भारत सोने और चांदी और हीरे के बिजनेस का सबसे बड़ा व्यापारी बनकर उभर रहा है। सोने और चांदी का बिजनेस भी सकल घरेलू उत्पाद में एक बड़ा प्रतिशत का योगदान देता है यह प्रतिशत धीरे-धीरे बढ़ ही रहा है। क्योंकि लोग इस बिजनेस में तेजी से बढ़ रहे हैं यह भी एक कारण है कि यह बिजनेस करना चाहिए।
निष्कर्ष -
दोस्तों हमारे देश भारत सोने और हीरे के आभूषणों के लिए बहुत ही फेमस है यहां के गोल्ड ज्वेलरी और उसके डिजाइन न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों में भी बहुत डिमांड है। यही कारण है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोने और हीरे का बाजार है और इसके साथ ही यह जीडीपी में 6.7% तक योगदान भी देता है।
इसे देखते हुए और मार्केट की डिमांड को देखते हुए यह कहना कहीं भी गलत नहीं है कि सोना और चांदी आगे चलकर और भी डिमांड में आने वाला है और डिमांड बढ़ेगी तो लोग इस बिजनेस की तरफ आकर्षित भी होंगे। यही कारण है कि आने वाले समय में लोग ज्यादा से ज्यादा इस बिजनेस को करने के बारे में सोचेंगे।
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको गोल्ड ज्वेलरी बिज़नेस प्लान से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को प्रदान करने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको हमारा आजकल आर्टिकल बेहद पसंद आया होगा ऐसे ही ज्ञानवर्धक आर्टिकल को पढ़ने हेतु जुड़े रहिए हमारे साथ धन्यवाद।
Frequently asked questions
दोस्तों अगर आप भी सोने का व्यापार यानी कि गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस प्लान कर रहे हैं तो आप इसे शुरू करने के लिए हमारे आर्टिकल का अनुसरण कर सकते हैं। हमारे द्वारा गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस प्लान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गई हैं और जो इस बिजनेस को शुरू करने में आपके बहुत काम आएंगी।
दोस्तों सोने और चांदी के व्यापार को सर्राफ और जो कारिगर इन ज्वेलरी को बनाते हैं यानि कि जो इन गहनों को तैयार करते है उन्हें सुनार कहा जाता है।
ग्राम सोने की ज्वेलरी पर लगने वाले मेकिंग चार्ज की बात करें तो यह प्रति 10 ग्राम पर 200 रुपए से 700 रुपए तक चार्ज किया जाता है और वही अगर हम चांदी पर लगने वाले मेकिंग चार्ज की बात करें तो यह प्रति 10 ग्राम के लिए 5 रुपए से 65 रुपए तक लगता है या फिर उससे ज्यादा भी लग सकता है।
गोल्ड ज्वेलरी बिज़नेस के लिए शुरुआती निवेश ₹10 लाख से ₹50 लाख या उससे अधिक हो सकता है। यह स्थान, स्टॉक, दुकान की साज-सज्जा और मार्केटिंग पर निर्भर करता है।
ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए निम्नलिखित रणनीतियां अपनाई जा सकती हैं:
- त्योहारों और शादियों के सीजन में विशेष ऑफर और छूट।
- कस्टम डिज़ाइन की सुविधा।
- गुणवत्ता और हॉलमार्क गोल्ड की गारंटी।
- सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग।
गोल्ड ज्वेलरी बिज़नेस में निम्नलिखित जोखिम हो सकते हैं:
- सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव।
- नकली सोने और ज्वेलरी की पहचान करना।
- सुरक्षा और चोरी का खतरा।
इन जोखिमों से बचने के लिए सही पॉलिसी और सुरक्षा उपाय अपनाएं।