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आपने अक्सर लोगों को यह कहते सुना होगा कि व्यापर तो ऊपर नीचे होता रहता है। लेकिन कभी आपने यह सोचा है कि यह ऊपर-नीचे क्यों होता है? इसका उत्तर है डिमांड। जी हाँ किसी भी प्रोडक्ट की बाजार में कितनी माँग है यह तय करता है कि उस चीज़ का व्यापर करने वाले लोगों का व्यापर ऊपर जाएगा या नीचे।
चीज़ों की माँग कई फैक्टर्स पर निर्भर करती है जिसमें मुख्य है समय, मौसम, और लोगों के खरीदारी करने की आर्थिक शक्ति। जैसे गर्मी में पंखा, कूलर, फ्रिज, एयर कंडीशनर इत्यादि की माँग बढ़ जाती है लेकिन ठण्ड में कम हो जाती है उसी तरह ठण्ड में रूम हीटर की माँग बढ़ जाती है लेकिन गर्मी में इसकी मांग बिलकुल ख़त्म हो जाती है। उसी तरह से जब लोगों के पास पैसा होता है तो लक्ज़री चीज़ों की माँग बढ़ जाती है लेकिन जब पैसों की कमी होती है तो वे गैर जरुरी चीज़ों से दुरी बना लेते हैं।

लेकिन कुछ चीज़ें ऐसी होती हैं जिसकी मांग हमेशा बनी रहती है और उसे ही जरुरी सामान कहा जाता है। यानि ऐसी चीज़ें जिसके बिना आपका काम चल ही नहीं सकता। और आपने देखा होगा कि जब पूरी दुनिया में कोरोना की वजह से लॉकडाउन लगा हुआ था तब भी किराने, दवाइयाँ इत्यादि के दुकानों को खोलने की इजाजत थी।
तो अगर आप बिज़नेस करना चाहते हैं तो आपको ऐसे चीज़ों का बिज़नेस करना चाहिए जिसका डिमांड हमेशा बना रहे चाहे। और आपका काम आसान करने लिए हम आपके लिए लेकर आये हैं एवरग्रीन प्रोडक्ट बिज़नेस प्लान इन हिंदी।
1. दूध

दूध हमारे घरों में अनेकों प्रकार से प्रयोग में आता है। सुबह की चाय हो या फिर कॉफ़ी, अगर आपके घर में छोटा बच्चा है तब तो आपको दूध की जरुरत पड़ेगी ही पड़ेगी। आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि हमारे देश में रोजाना करीब 67,385 बच्चे जन्मते हैं और देश का लगभग हर व्यस्क दिन में औसतन 2 कप चाय पीता है।
इकनोमिक टाइम्स के अनुसार देश में चाय का व्यापार करीब 10 बिलियन डॉलर का है और यह आंकड़ा हर साल 16% बढ़ जाता है।
इससे आपको यह तो पता चल गया होगा कि देश में फ़िलहाल दूध एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसका डिमांड निकट और दूर के भविष्य में संभव नहीं है। इसलिए दूध है एक फॉरएवर लिविंग प्रोडक्ट और इसका बिज़नेस भी एवरग्रीन है।
दूध का आप कई प्रकार से व्यापर कर सकते हैं। आप चाहे तो प्रोडक्शन लेवल पर बिज़नेस कर सकते हैं जिसमें आपको अच्छा खासा पैसा इन्वेस्ट करना पड़ेगा। इसलिए आपको जमींन, जानवर, चारा इत्यादि मिलाकर करीब 10 लाख रुपयों की जरुरत पड़ेगी।
अगर आप प्रोडक्शन लेवल पर नहीं करना चाहते तो आप डिस्ट्रीब्यूशन लेवल पर काम कर सकते हैं जिसमें आपको किसी दूध कंपनी से एजेंसी लेनी पड़ेगी जिसके बाद उस कंपनी का दूध आप बेच सकते हैं। और आप चाहे तो इन दोनों के बीच में भी काम कर सकते हैं जिसमे आप या तो अपनी खुद की दूध कंपनी शुरू कर सकते हैं या फिर किसी कंपनी के साथ मिलकर किसानों से दूध लेकर कंपनी के प्रोसेसिंग यूनिट का पहुंचा सकते हैं। तीनों ही स्तर पर आपको अच्छी खासी कमाई हो सकती है।
2. किराना सामान

दुनिया चाहे इधर की उधर हो जाए इंसान खाने के बिना तो नहीं रह सकता। इसलिए किराना का सामान एक फॉरएवर लिविंग प्रोडक्ट है। आपने यह गौर भी किया होगा की जब कोरोना की वजह से पुरे देश में लॉकडाउन था तब भी लोगों को किराना के सामान के लिए छूट दी जाती थी ताकि लोग जरुरी खाने पीने का सामान खरीद सकें।
इसमें भी आप कई तरह से बिज़नेस कर सकते हैं। आप चाहें तो एक किराना रिटेल या होलसेल दुकान खोल सकते हैं। या फिर आप अलग-अलग तरह के प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित कर फ़ूड प्रोसेसिंग बिज़नेस भी कर सकते हैं।
इसके लिए आप सीधे किसान से भी अनाज खरीद सकते हैं फिर अपने मिल में प्रोसेस कर बाजार में बेच सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको अच्छा-खासा इन्वेस्टमेंट करना पड़ेगा। उदहारण के तौर पर समझिये कि एक राइस मिल स्थापित करने के लिए आपको करीब 1-2 करोड़ रुपयों की जरुरत पड़ सकती है।
3. दवाई
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दवाई का महत्व आप इस तरह से समझिये कि पाकिस्तान ने जब भारत के साथ व्यापार पर प्रतिबन्ध लगाया तब उसे उन प्रतिबंधों में ढील देते हुए दवाई के सप्लाई को चालू रखा। इससे आप समझ सकते हैं कि दवाई कितनी आवश्यक वस्तु है।
और जिस तरह से लोगों के लाइफस्टाइल में परिवर्तन हो रहा है वैसे-वैसे लोग और ज्यादा बीमारी की तरफ बाद रहे हैं। उदाहरण के लिए समझिये कि भारत में हर 11 व्यक्तियों में से 1 व्यक्ति डायबिटीज का मरीज है और यह संख्या हर साल बढ़ ही रही है।
दवाई का बिज़नेस भी आप 2 तरह से कर सकते हैं। एक तो आप दवाई की दुकान खोल सकते हैं और दूसरा यह है कि आप अपने शहर में किसी कंपनी की दवाई का डिस्ट्रीब्यूटरशिप ले सकते हैं।
4. सैनिटेशन प्रोडक्ट्स

महामारी ने लोगों को कुछ सिखाया हो या नहीं सिखाया हो एक चीज़ जरूर सीखा गया है, और वो चीज़ है साफ-सफाई। लोग अब पहले से ज्यादा जागरूक हो गए हैं। और इस जागरूकता की वजह से बाजार में सैनिटेशन सम्बंधित प्रोडक्ट्स की माँग बढ़ गयी। और जैसे-जैसे लोगों में जागरूकता बढ़ेगी वैसे-वैसे इन प्रोडक्ट्स की माँग और बढ़ेगी। और इस तरह से सैनिटेशन के प्रोडक्ट्स भी एवरग्रीन प्रोडक्ट्स हैं।
इसका बिज़नेस भी काफी सरल है। आप चाहें तो अपने एक्सिस्टिंग बिज़नेस जैसे जनरल स्टोर, मेडिकल स्टोर इत्यादि में सैनिटेशन प्रोडक्ट्स रख सकते हैं या फिर आप सैनिटेशन प्रोडक्ट्स के सप्लाई चैन का हिस्सा बन सकते हैं जिसमें मैन्युफैक्चरर से लेकर सेल्लिंग पॉइंट तक पहुँचाने की जिम्मेदारी आपके ऊपर होगी।
5. स्टेशनरी प्रोडक्ट्स

जैसा की मैंने पहले भी बताया कि देश में हर दिन करीब 67,385 बच्चों का जन्म होता है और जाहिर सी बात है कि इसमें से अधिकांश बच्चे पढ़ेंगे भी। और जब पढ़ेंगे तो इनको स्टेशनरी प्रोडक्ट्स जैसे कॉपी, किताब, कलम इत्यादि की भी आवश्यकता पड़ेगी।
यानि आने वाले समय में भी इसकी डिमांड में तो कोई कमी नहीं आने वाली है। इसलिए आप इसका बिज़नेस भी कर सकते हैं। इसको आप रिटेल, हॉलसेल या फिर बुक्स को ऑनलाइन भी सेल कर सकते हैं। ऑनलाइन सेल्लिंग के लिए आप Fynd प्लेटफार्म की मदद ले सकते हैं जहाँ आपको अमेज़न, फ्लिपकार्ट से ज्यादा अच्छी सर्विस मिल जाती है।

आपके पास अगर 5-10 लाख रूपये इन्वेस्टमेंट हो तो आप अपनी नोटबुक की छोटी फैक्ट्री भी सेटअप कर सकते हैं। आपको बस कोई अच्छा सा पेपर सप्लायर ढूँढना है फिर आपको पेपर को अलग अलग नोटबुक साइज के हिसाब से काटकर बाजार में बेच सकते हैं।
6. इंटरनेट

भारत में अभी करीब 41% लोग इंटरनेट यूज़ करते हैं और यह संख्या में हर दिन बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में इंटरनेट एक ऐसा सेक्टर है जो न सिर्फ फॉरएवर लिविंग है बल्कि इसमें बहुत तेजी से ग्रोथ भी हो रहा है। आप इंटरनेट से संबधित कई तरह के बिज़नेस कर सकते हैं।
आप छोटा सा ऑनलाइन सेंटर से लेकर किसी सिम कंपनी, ब्रॉडबैंड कंपनी की एजेंसी भी ले सकते हैं। और अगर आपके पास स्किल है तो आप वेबसाइट डेवलपमेंट, डिजिटल मार्केटिंग इत्यादि इंटरनेट सेवाएं प्रदान कर अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं।
7. शिक्षा

वैसे तो शिक्षा कोई tangible प्रोडक्ट नहीं है परन्तु यह एक ऐसा सेक्टर रहा है जो हमारे देश में हज़ारों सालों से डिमांड में रहा है। हमारे देश में आप रामायण की बात करें या फिर महाभारत की, हमें हर जगह शिक्षा और ज्ञान का महत्त्व देखने को मिल जाता है।
और सैकड़ों सालों की गुलामी के बाद फिर हमारे देश के लोग शिक्षा के प्रति जागरूक हो रहे हैं। ऐसे में आने वाले समय में शिक्षा न सिर्फ डिमांड में रहेगा बल्कि इसकी डिमांड में बहुत तेजी भी आएगी। इस सेक्टर में आप 1-2 घंटे के ट्यूशन से लेकर करोड़ो का साम्राज्य स्थापित कर सकते हैं। अब तो कई ऑनलाइन एजुकेशन स्टार्टअप्स भी आ गए हैं।
8. रसोई गैस

वैसे तो रसोई गैस अभी तक सभी के घरों तक नहीं पहुंची है लेकिन सरकार के कई महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को देखकर ऐसा लगता है की सरकार रसोई गैस को घर-घर पहुँचाने के लिए बहुत जोर देने वाली है।
ऐसे में यह बहुत ही अच्छा मौका है कि आप इस प्रोडक्ट को लेकर अपना एक बिज़नेस शुरू कर दें। हालाँकि यह बिज़नेस इतना आसान नहीं है क्योंकि इस बिज़नेस को करने के लिए सबसे पहले आपको एक एजेंसी लेनी होगी जो कि मिलना इतना आसान नहीं होगा।
लेकिन इसको आप छोटे स्तर पर भी कर सकते हैं। इसके लिए आप छोटा सा रसोई गैस सम्बंधित उपकरण बेच सकते हैं, उसका मरम्मत कर सकते हैं और बैचलर स्टूडेंट्स को खुदरा गैस भी बेच सकते हैं।
9. फैशन प्रोडक्ट्स

फैशन प्रोडक्ट्स एवरग्रीन प्रोडक्ट बिज़नेस प्लान इन हिंदी का सबसे बेस्ट प्रोडक्ट है क्योंकि इसमें आपको अच्छी खासी मार्जिन के साथ बिक्री भी बहुत अधिक है। नहीं तो कुछ प्रोडक्ट्स जिसमें मार्जिन अधिक होती है उसकी सेल्स कम होती है और जिसकी सेल्स अधिक होती है उसमें मार्जिन कम होता है।
जैसे-जैसे देश की इकॉनमी सुधरेगी वैसे-वैसे लोगों के पास पैसा आएगा और जैसे ही लोगों के पास पैसा आता है लोग फैशन प्रोडक्ट्स पर खर्च बढ़ा देते हैं। तो इस हिसाब से फैशन इंडस्ट्री के लिए आने वाला समय बहुत ही शुभ है।
फैशन अपने-आप में एक बहुत बड़ा सेक्टर है लेकिन अगर आप एक प्रोडक्ट लेकर भी चलते हैं तो आप अच्छा-खासा बिज़नेस बना सकते हैं। कपडे का बिज़नेस बहुत तेजी से ग्रो कर रहा है तो आप भी इस प्रोडक्ट के साथ जा सकते हैं।
आप Fynd platform के साथ जुड़कर फैशन प्रोडक्ट्स को ऑनलाइन भी सेल कर सकते हैं। और कपड़ों में भी सबसे अच्छा बिज़नेस है टी-शर्ट प्रिंटिंग का। इसके लिए आप किसी टी-शर्ट प्रिंटिंग वाले से टाई-अप कर सकते हैं और अपने हिसाब से अलग-अलग डिज़ाइन बनाकर प्रिंट कर ऑनलाइन बेच सकते हैं।
10. सब्जियाँ
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जब से इंसानी सभ्यता ने सब्जियाँ खानी शुरू की है तब से लेकर आजतक सब्जियों का डिमांड बना हुआ ही है। वैसे तो सब्जियाँ सीजनल होती है लेकिन यह एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसमें आप सीजन के हिसाब से सब्जियाँ बेच सकते हैं क्योंकि इसमें आपको प्रोडक्ट को स्टॉक करने की जरुरत नहीं पड़ती।
सब्जियों का बिज़नेस करने के लिए आप खेती भी कर सकते हैं और आधुनिक तकनीक की मदद से सब्जियों की पैदावार 2-3 गुना तक बढ़ा सकते हैं। वहीं अगर आप खेती नहीं करना चाहते तो आप इसे किसानों से खरीदकर बाजार में बेच भी सकते हैं जो आप दो तरीकों से कर सकते हैं। एक है पारम्परिक तरीका जिसमें आप सुबह सब्जियाँ खरीदते हैं और एक छोटी सी खुली दुकान लगाकर शाम तक बेचते हैं।
और दूसरा तरीका है आधुनिक तरीका जिसमें आप सब्जियों को पैक कर के होम डिलीवरी की सर्विस प्रदान कर सकते हैं। आजकल जैविक तरीके से उपजाई जाने वाली सब्जियों की भी खूब मांग है और यह केमिकल वाली सब्जियों से महंगी बिकती हैं।
11. इलेक्ट्रॉनिक्स

वर्ष 2012-13 से भारत में लोग स्मार्टफोन के तरफ ध्यान देने लगे लेकिन तब इंटरनेट सेवाएं महंगी होने की वजह से स्मार्टफोन्स उतना ज्यादा जगह नहीं बना पायी। लोग अभी भी फीचर फ़ोन ही रख रहे थे। लेकिन जब 2016 में जब जिओ आया तब से देश में इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स की डिमांड में काफी बढ़ोतरी हो गयी।
इसके दो कारण थे - पहला तो यह था कि जिओ 4 जी सिम था और फीचर फ़ोन में 4 जी सिम लग नहीं सकता था। इसलिए फ्री इंटरनेट के लालच में लोगों ने सिम के साथ मोबाइल फ़ोन खरीदना शुरू कर दिया। और दूसरा कारण है सस्ता इंटरनेट। जहाँ पहले 200-300 रूपये में 1 जीबी इंटरनेट मिलता था अब 399 में 1.5 जीबी इंटरनेट प्रतिदिन मिलने लगा।
पहले जहाँ लोग मोबाइल फ़ोन पर 1000-2000 रूपये से ज्यादा खर्च नहीं करना चाहते थे अब 5000 से लेकर 1 लाख तक खर्च करने को तैयार हो गए। और इस डिमांड की वजह से इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर ने खूब विकास किया।
अब इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट सिर्फ स्मार्टफोन तक सिमित नहीं रह गया। अब तो स्मार्टवॉच, स्मार्ट टीवी, ब्लूटूथ earbuds जैसे अनगिनत प्रोडक्ट्स मार्किट में आ गए हैं। और इन सब प्रोडक्ट्स की डिमांड आने वाले समय में भी बनी रहेगी क्योंकि अभी भी करोड़ों लोग हैं जो इंटरनेट से वंचित हैं।
वो सब जब इंटरनेट से जुड़ेंगे तो उनको अलग-अलग इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स की जरुरत महसूस होगी। आप इलेक्ट्रॉनिक्स की ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से बिक्री कर सकते हैं। या फिर दोनों एक साथ कर सकते हैं।
12. ब्यूटी प्रोडक्ट्स

महिलाएं अपने सौंदर्य को लेकर हमेशा से ही सजग रही हैं और यही कारण है की आज कॉस्मेटिक प्रोडक्ट इंडस्ट्री की साइज 400 बिलियन डॉलर्स से भी अधिक की हो गयी है। और अनुमान है कि यह आंकड़ा 2027 तक यह आंकड़ा $463.5 बिलियन डॉलर तक पहुँच जाएगा।
ऐसे में यह तो साफ़ हो जाता है कि ब्यूटी प्रोडक्ट्स एक एवरग्रीन प्रोडक्ट्स हैं। और इस सेक्टर में मुनाफा भी खूब है। एक ब्यूटी प्रोडक्ट अपने लागत मूल्य से कई गुना अधिक मूल्य पर बिकता है।

तो अगर आप एक महिला हैं तो यह आपके लिए बेस्ट बिज़नेस आईडिया हो सकता है। आप चाहें तो ब्यूटी पार्लर खोल सकती हैं या फिर कॉस्मेटिक प्रोडक्ट की शॉप भी खोल सकती हैं।
निष्कर्ष
बिज़नेस करना कोई आसान काम नहीं है क्योंकि इसमें आप अपना समय, मेहनत और पैसा सबकुछ लगते हैं। ऐसे में बिज़नेस करने से पहले मार्किट रिसर्च बहुत जरुरी है। लेकिन मार्किट रिसर्च के लिए भी आपको कुछ प्रोडक्ट्स को शॉर्टलिस्ट करना पड़ेगा।
और अपने शॉर्टलिस्ट में उन प्रोडक्ट्स को शामिल करें जो एवरग्रीन हो क्योंकि अगर आप अपना पैसा और मेहनत ऐसे प्रोडक्ट में लगाते जिसकी डिमांड कुछ समय बाद ख़त्म हो जाएगी ऐसे में आपके असफल होने के चांस बढ़ जाता है। इसलिए हमने आपके लिए एवरग्रीन प्रोडक्ट बिज़नेस प्लान इन हिंदी की लिस्ट बनाई जिसपर आप काम कर सकते हैं और एक सफल व्यापारी बन सकते हैं।
Frequently asked questions
एवरग्रीन प्रोडक्ट्स उन प्रोडक्ट्स को कहा जाता है जिनकी बिक्री लगभग पुरे साल रहती है और आने वाले समय में भी उसकी डिमांड बनी रहने की उम्मीद होती है।
बिस्कुट, दाल, चावल, आटा, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स, दवाइयाँ इत्यादि सब एवरग्रीन प्रोडक्ट्स हैं।
कोई भी बिज़नेस शुरू करने में कितना पैसा लगेगा वो इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस प्रोडक्ट का बिज़नेस कर रहे हैं और कैसे कर रहे हैं। एक औसत आंकड़ा अगर दिया जाए तो आपको 1 लाख से लेकर 10 लाख तक इन्वेस्टमेंट करना पड़ सकता है।