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वर्तमान समय में बिजनेस के ऐसे नए-नए कॉन्सेप्ट या फिर यूं कहें कि ऐसे नए नए बिजनेस मॉडल मार्केट में आ चुके हैं। जिनकी मदद से आप बिना किसी भागदौड़ के हर महीने आराम से अच्छा खासा इनकम प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको न तो बहुत ज्यादा पैसे मार्केटिंग में खर्च करने पड़ते है और नहीं अपनी ब्रांडिंग करवानी पड़ती है।
जी हां दोस्तों आपने बिल्कुल सही समझा यहां हम बात कर रहे हैं फ्रेंचाइजी बिजनेस के बारे में फ्रेंचाइजी बिजनेस वर्तमान समय का एक ऐसा बिजनेस मॉडल है जिसकी मदद से आप अपने शहर में किसी भी नामी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेकर आप हर महीने लाखों रुपए तक आसानी से कमा सकते हैं।
जाहिर है दोस्तों अगर हम कोई दुकान खोलते हैं तो हमें उस जगह पर स्थापित होने और एक ब्रांड बनने में साल 2 साल का वक्त तो लगी लगी जाता है और यहीं पर अगर हम किसी बड़ी कंपनी की फ्रेंचाइजी बिजनेस शुरू करते हैं तो हमें बहुत ज्यादा इन्वेस्टमेंट भी नहीं करना पड़ता और हम बड़ी ही आसानी से लोगों की नजर में भी आ जाते हैं।
आज के समय में बड़ी बड़ी कंपनिया चाहे वह खाने से संबंधित हो या फिर दवा कपड़े या हमारी रोज के प्रयोग में आने वाले सामान हर एक चीज कि फ्रेंचाइजी उपलब्ध करवा रही हैं। उदाहरण के तौर पर आप अमूल पतंजलि डोमिनोज लेंसकार्ट या फिर दवाई की जानी मानी कंपनी सन फार्मा को ही ले लीजिए यह सभी कंपनी हर शहर में अपने प्रोडक्ट की सेलिंग और कंपनी के विस्तार के लिए अपनी फ्रेंचाइजी प्रदान करती है।
लेकिन दोस्तो आप फ्रेंचाइजी बिजनेस तभी शुरू कर सकते हैं जब आपको इसके बारे में पूरी जानकारी हो इसीलिए दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको फ्रेंचाइजी बिजनेस से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले हैं। फ्रेंचाइजी बिजनेस से संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त करने हेतु हमारे आज के इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें तो चलिए शुरू करते हैं। -
फ्रेंचाइजी क्या होता है?
दोस्तों फ्रेंचाइजी बिजनेस के बारे में जानने से पहले आपका यह जानना बेहद आवश्यक है कि आखिर यह फ्रेंचाइजी होता क्या है। दोस्तो अगर हम आसान भाषा में आपको समझाया तो जब हम किसी कंपनी के नाम का इस्तेमाल करके उसकी कोई नई शाखा खोलते हैं तो उसे ही फ्रेंचाइजी कहते हैं।
उदाहरण के तौर पर अगर कोई बड़ी कंपनी के मालिक है वह आपको अपनी कंपनी का नाम कंपनी का लोगो और यह कंपनी किस बिजनेस मॉडल के अंतर्गत काम कर रही हैं उन सबका इस्तेमाल करने का अधिकार आपको अथवा किसी थर्ड पार्टी को प्रदान करती या फिर बेचती है तो वो फ्रेंचाइजी कहलाती है।
फ्रेंचाइजी बिजनेस क्या होता है?
दोस्तों वर्तमान समय में हर कोई एक ऐसे बिजनेस कि तलाश करता है जिसमें कम लागत में अच्छा इनकम प्राप्त हो वो भी जल्द से जल्द सामान्यतः आप कोई भी बिजनेस शुरू करते हैं तो उसे जमने में एक दो साल तो लग ही जाता है और अब तक आप मार्केट में नहीं टिक पाते हैं तो आपका बिजनेस घाटे में चला जाता है। यही कारण है कि अब गांव हो या शहर हर जगह पर लोग फ्रेंचाइजी बिजनेस की ओर रुख कर रहे हैं।
चलिए तो अब जानते हैं फ्रेंचाइजी बिजनेस के बारे में आप इसे ऐसे समझ लिजिए कि किसी भी उत्पाद या फिर सर्विस के वितरण की पद्धति जिसमें दो पक्ष शामिल होते हैं वह फ्रेंचाइजी बिजनेस कहलाता है। जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया है कि फ्रेंचाइजी बिजनेस में कंपनी का मालिक कंपनी के लोगों से लेकर इसकी सभी लेखा-जोखा तक को फ्रेंचाइजी लेने वाले व्यक्ति को एग्रीमेंट के तौर पर देता है और उससे उसके बदले में निर्धारित पैसे भी लेता है उसे ही फ्रेंचाइजी बिजनेस कहा जाता है।
चूंकि फ्रेंचाइजी बिजनेस में मुनाफा अच्छा होता है क्योंकि इसमें प्रोडक्ट की मार्केटिंग बहुत ज्यादा नहीं करनी पड़ती। अगर प्रोडक्ट बहुत नामी है तो लोगों उसे पहले से बहुत अच्छी तरीके से जानते हैं तो लोग प्रोडक्ट को नाम और कंपनी से ही खरीद लेते हैं।
यही कारण है कि प्रेजेंट टाइम में जब भी कोई भी बिजनेस करने के बारे में सोचता है तो उसके दिमाग में सबसे पहले किसी भी कंपनी या माल का फ्रेंचाइजी लेकर काम करने की बात ही सामने आती है। जो बहुत ज्यादा आसान है यही कारण है कि अब लोगों फ्रेंचाइजी बिजनेस कि ओर बढ़ रहे हैं और आपको हर जगह किसी न किसी कंपनी की फ्रेंचाइजी देखने को जरूर मिल जाएगी।
फ्रेंचाइजी बिजनेस कितने प्रकार का होता है?
बिजनेस चाहे कोई भी हो उसमें इन्वेस्टमेंट तो करना ही पड़ता है। मगर इससे पहले आपका यह जानना बहुत जरूरी है आखिर वह बिजनेस मॉडल है क्या और किस-किस फॉर्मेट में काम करता है। तभी आप उस बिजनेस में अपने पैर जमा पाएंगे क्योंकि जब तक आप बहुत बिजनेस के मॉडल की समझ नहीं होगी आप कभी भी उस बिजनेस में सफल नहीं हो सकते हैं।
ठीक इसी तरह फ्रेंचाइजी बिजनेस के बीच कई प्रकार हैं जो अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग तरीके से काम करता है तो अगर आप किस क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं और किसी अच्छी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेकर अपने बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपका इसके प्रकार के बारे में जानना बहुत जरूरी है। फ्रेंचाइजी बिजनेस कि यदि प्रकार की बात की जाए तो यह चार प्रकार के होते हैं।
तो चलिए दोस्तो आइए जानते हैं फ्रेंचाइजी बिजनेस के इन प्रकारों के बारे में।
1. ट्रेडिशनल फ्रेंचाइजी
2. बिजनेस फॉर्मेट फ्रेंचाइजी
3. सोशल फ्रेंचाइजी
4. वेंचर फ्रेंचाइजी
1 - ट्रेडिशनल फ्रेंचाइजी -
सबसे पहले बात करेंगे ट्रेडिशनल फ्रेंचाइजी के बारे में जैसा कि आप नाम से ही समझ गए होंगे कि ट्रेडिशनल फ्रेंचाइजी ट्रेडिशनल का इस्तेमाल है इसका मतलब यह पुरानी यानी कि पारंपरिक फॉर्मेट का बिजनेस है। जिसका इस्तेमाल बहुत पहले से होता रहा है और शायद आगे भी होता रहेगा।
इस तरह कि ट्रेडिशनल फ्रेंचाइजी यानी पारंपरिक फ्रेंचाइजी में कंपनी सामान भी बहुत पहले से बना कर रखती है क्योंकि इसके लिए बहुत सारे फ्रेंचाइजी के ऑफर आते हैं। इसमें बहुत सारे ऐसे उत्पाद शामिल होते हैं जो लोग पहले से इस्तेमाल करते आ रहे हैं और उन्हें अच्छी तरीके से जानते भी हैं।
आप इस तरह से समझ लिजिए कि ट्रेडिशनल फ्रेंचाइजी के अंतर्गत वह समस्त कंपनियां आती है जो बहुत ही पुरानी है बहुत पहले से चली आ रही है और वर्तमान समय में भी इनके ब्रांड के प्रोडक्ट उतना ही अच्छा सेल कर रहे हैं और आज भी पहले कि ही तरह रोजमर्रा के काम में भी इस्तेमाल की जा रही है।
दोस्तों आज भी बहुत सारे प्रोडक्ट तो ऐसे हैं जो लोगों की जुबान पर हमेशा बने रहते हैं। उदाहरण के तौर पर आप डाबर कंपनी का ही उदाहरण लें लिजिए। डाबर कंपनी के उत्पाद कि अगर बात करे तो हम सभी इसे बचपन से इस्तेमाल करते आ रहे है क्योंकि यह एक बहुत ही पुरानी कंपनी है और वर्षों से लोगों का इस कंपनी और प्रोडक्ट पर भरोसा आज भी वैसे ही बना हुआ है।
अगर इस कंपनी की फ्रेंचाइजी लेनी हो तो यह ट्रेडिशनल कंपनी के अंतर्गत ही आएगी क्योंकि यह बहुत ही पुरानी है और यह लोगों की रोजमर्रा के काम में शामिल हो गए हैं। मगर जब आप डाबर की फ्रेंचाइजी लेते हैं तो उसके बाद आप डाबर के प्रोडक्ट को तो सेल करेंगे ही लेकिन उसके साथ साथ आप अपने खुद के और प्रोडक्ट हैं। चाहे तो आप उन्हें भी सेल कर सकते हैं।
ट्रेडिशनल यानी कि पारंपरिक फ्रेंचाइजी बिजनेस मॉडल की सबसे अच्छी बात यह है कि ट्रेडिशनल फ्रेंचाइजी के अंतर्गत आपको बहुत ज्यादा मार्केटिंग करने की आवश्यकता भी नहीं पड़ती और यह बहुत ही आसानी से लोगों को मिल भी जाता है क्योंकि इसके बारे में लोग बहुत अच्छी तरीके से जानते हैं इसमें फ्रेंचाइजी का पैसा डूबने का कोई सवाल नहीं होता है।
2 - बिजनेस फॉर्मेट फ्रेंचाइजी -
दोस्तों इस कड़ी में अब हम बात करेंगे अगले फ्रेंचाइजी बिजनेस मॉडल बिजनेस फॉर्मेट फ्रेंचाइजी के बारे में जो की हमारे देश में फ्रेंचाइजी बिजनेस करने का यह एक बहुत ही बेहतरीन तरीका है। क्योंकि इसके अंतर्गत बिजनेस का एक ऐसा मॉडल आपको देखने को मिलता है जो बहुत पुराना भी नही है और बहुत नया भी नहीं है।
अगर हम इसके अंतर्गत बिजनेस की बात करें तो बहुत सारे ऐसे फास्ट फूड कंपनियां हैं जो इस मॉडल के अंतर्गत काम करती हैं और अपनी फ्रेंचाइजी दूसरे लोगों को दिया करती है। और ऐसी हर कंपनी जो एक चेन सिस्टम की तरह काम करती है वह एक बिजनेस फॉर्मेट के अंतर्गत ही आती है क्योंकि एक मॉडल पर काम करती है वह। हम भी कह सकते हैं कि जितनी भी एम एल एम कंपनी से वह इस बिजनेस के अंतर्गत आती है।
बिजनेस फॉर्मेट फ्रेंचाइजी में लागत कम लगती है पर मेहनत बहुत ज्यादा है अपनी मेहनत के दम पर खुद की पहचान बनाने का हिसाब किताब इस बिजनेस फॉर्मेट के अंतर्गत आता है। इसमें हमेशा ही बहुत सारे बदलाव भी किए जाते हैं और इसमें जो प्रोडक्ट चाहते हैं वह भी लोगों को जान पहचान वाले ही होते हैं।
ऐसे बिजनेस फॉर्मैट्स को सिखाने के लिए फ्रेंचाइजी के बाद ही ट्रेनिंग भी करवाई जाती है। उसमे सिखाया जाता है कि आप इस प्रोडक्ट को कैसे सेल कर सकते हैं। इसकी मार्केट किस तरह से कर सकते हैं। इसमें आपको कितना मार्जिन बचता है और इसको आप स्टोर कैसे रख सकते हैं।
इसके साथ ही आप कंपनी के मालिक को रोज अपडेट भी करेंगे के अंतर्गत की आपने कितना माल सेल किया है। ऑफिस में किसी न किसी तरह से ऐसे बेहतरीन तरीके से अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग करें ताकि आपके सेल बढ़ सके। इसके लिए इस बिजनेस फॉर्मेट के अंतर्गत आपको दूर-दूर मार्केट करने के लिए कहा जाता है ताकि लोग दूर-दराज के लोग भी प्रोडक्ट को जाने और उसे खरीदें।
3 - सोशल फ्रेंचाइजी -
अब हम बात करेंगे फ्रेंचाइजी बिजनेस के तीसरे मॉडल के बारे में जो की है सोशल फ्रेंचाइजी। जैसा कि आप नाम से ही समझ गए होंगे कि यह एक ऐसी फ्रेंचाइजी जो सोशल यानी कि समाज से जुड़ी हुई होती है। सामाजिक फ्रेंचाइजी के अंतर्गत बहुत सारे ऐसे मताधिकार का प्रयोग ही आता है। कोई भी सामाजिक संस्था के रूप में जब वह डेवेलप होता है और अपने साथ-साथ अपने कई सारे ब्रांच को खोलता है तो भी सोशल फ्रेंचाइजी के अंतर्गत ही आएगा।
इन शॉट हम यह कह सकते हैं कि समाज सेवा करते हुए बिजनेस करना वह उस तरह की फ्रेंचाइजी सूची या फिर बिजनेस मॉडल के अंतर्गत आती है जो कि पहले के समान में बहुत तेजी से चलता था।और अब धीरे धीरे फिर से शुरू हो रहा है जैसे किसी भी स्कूल के बच्चों के लिए कोई चीज प्रोडक्ट बनाना उसकी फ्रेंचाइजी लोगों को देना या फिर किसी विकलांग स्कूल के बच्चो लिए पढ़ाई से संबंधित या किसी भी अन्य तरह का प्रोडक्ट बनाना और उसके बाद में उसमें अन्य लोगों को जोड़ना भी यह भी सोशल फ्रेंचाइजी के अंतर्गत ही आएगा।
उसके बारे में कंपनी के बाद खुद कंपनी जानकारी रखती है कई बार कंपनी डायरेक्टली भी उससे सामान प्रोवाइड कराती है। बहुत सारी कंपनियां इसमें ऐसी भी आती है इसमें जो भी ग्राहक होता है या जो भी इसका कस्टमर होता है। उसे फ्रेंचाइजी के तौर पर लोगों को जो जोड़ देती है उसके बाद वह डायरेक्ट कंपनी से ही डील करते हैं।
4 - बिजनेस फ्रेंचाइजी वेंचर -
दोस्तों अब हम पहुंच चुके हैं इसके चौथे प्रकार बिजनेस फ्रेंचाइजी वेंचर कि तरफ अगर हम फ्रेंचाइजी बिजनेस के इस प्रकार या फिर इस वेंचर मॉडल की बात की जाए तो इसमें फ्रेंचाइजी लेने वाला व्यक्ति डायरेक्ट कंपनी से न जाकर फ्रेंचाइजर से ही माल लेकर ग्राहक को बेचता है। यानि कि कंपनी और फ्रेंचाइजर के बीच में एक बहुत ही जरूरी कड़ी फ्रेंचाइजी भी शामिल हैं।
ऐसे मामले में अधिकतर जो कंपनी होती है वह जिसको फ्रेंचाइजी देती है उसको कस्टमर बेस भी देती है कि वह अपने माध्यम से दूसरे लोगों को फ्रेंचाइजी भी दे सकता है और अपने डायरेक्ट कस्टमर को भी प्रोडक्ट प्रदान कर सकता है।
अधिकतर बड़ी-बड़ी कंपनियों में जिस तरह की मशीनों का काम होता है अधिकतर को कंपनियां फ्रेंचाइजी के तौर पर मशीनें भेजते हैं और फ्रेंचाइजर इसे खरीद कर अपने कस्टमर को बेच देता है। इसके साथ ही उसकी सर्विसिंग और कस्टमर सेटिस्फेक्शन की भी जिम्मेदारी फ्रेंचाइजर की ही होती है। यह भी फ्रेंचाइजी बिजनेस के पारंपरिक तरीके को विकसित करती है।
फ्रेंचाइजी बिजनेस करने के फायदे -
आज के दौर में आप सभी देख रहे होंगे कि कोई भी बिजनेस शुरू करना और उसे चलाना कितना मुश्किल हो गया है। क्योंकि मार्केट में इस समय बहुत ज्यादा कंप्टीशन है और आगे भी यह बढ़ेगा ही क्योंकि सभी अपने प्रोडक्ट को सेल करने के लिए हर तरह का दाव अपनाते हैं और इसलिए आज हर कोई पुराने ब्राड पर ज्यादा भरोसा रखता है।
इसलिए लोगों को लगता है कि नए ब्रांड के बारे में सोचने से अच्छा है कि पुरानी ब्रांड को ही खरीद कर उसे बेचा जाए। आप में से अधिकतर लोग जो इस फ्रेंचाइजी बिजनेस को चला रहे है उसे बिजनेस के ब्रांड और नाम के साथ ही अपने काम को आगे बढ़ाने के बारे में सोचते हैं और यही मुख्य कारण है जिसके चलते फ्रेंचाइजी का बिजनेस शुरू किया जाता है। इन सबके साथ ही फ्रेंचाइजी बिजनेस को शुरू करने के और भी कई फायदे हैं जिसके बारे में शायद आपको नहीं पता होगा। आइए जानते हैं कि इस बिजनेस को करने से आपको कितने प्रकार के फायदे हो सकते हैं।
1- आसानी से विस्तृत करना -
दोस्तों कोई भी फ्रेंचाइजी बिजनेस शुरू करने से सबसे ज्यादा फायदा यही होता है कि हमें उसकी बहुत ज्यादा मार्केटिंग और ब्रांडिंग नहीं करनी होती है। आपको बस सिर्फ मार्केट में घूम कर इसका प्रचार करना होता है कि हमने इस चीज की फ्रेंचाइजी ली है और हमारी दुकान यहां पर है।
क्योंकि जो भी उत्पाद हम फ्रेंचाइजी के तौर पर लेते हैं उसे पहले से ही लोग काफी ज्यादा जान रहे होते हैं और उसे प्रयोग कर चुके होते हैं। प्रोडक्ट्स सिर्फ नाम से ही सेल हो जाया करते हैं। इसमें कोई भी चीज मैन्युफैक्चरिंग करने का कोई झंझट नहीं होता है और एक बार फ्रेंचाइजी लेने के बाद इसमें आपके द्वारा आसानी से और भी बढ़ाएं और फैलाया जा सकता है।
2 - एक तरह के मॉडल पर काम करता है। -
दोस्तों जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया है कि फ्रेंचाइजी बिजनेस छात्र के मॉडल पर काम करती है और कोई भी फ्रेंचाइजी बिजनेस अपने तरह के एक मॉडल पर ही वर्क करता है। हालांकि उसका मॉडल पहले से कंपनी द्वारा निर्धारित किया जाता है।
हमारे देश में बहुत सारे अलग-अलग कल्चर और भाषा के लोग हैं। इसलिए बहुत सारे लोगों के पास इतना ज्ञान नहीं होता कि वह हर भाषा में अपनी बातों को लोगों को समझा सके फ्रेंचाइजी बिजनेस में लोगों को समझाना बहुत कम पड़ता है। क्योंकि जो लगभग हर प्रोडक्ट कि पहुंच देश भर में होती है तो उस प्रोडक्ट के बारे में हर भाषा हर संस्कृति के जान रहे होते हैं। इस मॉडल के तहत मार्केट का भी संज्ञान अच्छी तरह से हो जाता है।
3 - एक बार में एक से अधिक फ्रेंचाइजी -
ऐसी कोई जरुरी नहीं है कि आप एक बार में एक से अधिक फ्रेंचाइजी नहीं ले सकते। अब आराम से एक बार में 1 से 2 फ्रेंचाइजी लेकर अपने प्रोडक्ट को शेयर कर सकते हैं और अपने मार्केट को डेवलप कर सकते हैं। आपकी कोशिश हमेशा यही होनी चाहिए कि कोई भी कस्टमर आपकी दुकान से किसी और सामान के लिए खाली न जाए।
अगर आप एक से दो फ्रेंचाइजी लेते हैं तो आप ज्यादा ज्यादा सामान रख पाते हैं और सेल कर पाते हैं। हालांकि इसका खर्चा भी आपको अलग-अलग वहन करना होता है। इसका सबसे ज्यादा फायदा यह है कि आप प्रोडक्ट तो आराम से सेल कर ही लेंगे और कस्टमर की डिमांड को पुरा भी करेंगे।
4 - विज्ञापन का खर्चा नहीं -
किसी भी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने पर उसके विज्ञापन संबंधी कोई खर्च आपके ऊपर नहीं आता। क्योंकि जो भी प्रोडक्ट होता है। उसे संबंधित विज्ञापन पहले से ही मार्केट में चल रहा होता है लोग उसके विज्ञापन के सहयोग से उस प्रोडक्ट के बारे में बहुत ही अच्छी तरह से जान रहे होते हैं। बहुत सी ऐसी नामी कंपनियां है जैसे पतंजलि और अमूल जो ना सिर्फ अपनी फ्रेंचाइजी देती हैं बल्कि यह पूरे दुनिया भर में मशहूर हैं और टीवी में भी इनके है आते रहते हैं।
5 - अच्छी पहचान -
दोस्तों हम शुरू से कहते आए हैं कि जब भी हम कोई प्रोडक्ट लेते हैं पहले से ही लोगों के बीच में प्रसिद्ध होता है। यानी उसकी पहचान मार्केट में बहुत अच्छी होती है इसका मतलब साफ है अगर उस प्रोडक्ट की इमेज अच्छी है क्वालिटी अच्छी है तो जाहिर है लोग इस प्रोडक्ट को हमेशा खरीदना चाहेंगे।
इसलिए आपको इसे सेल करने में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती क्योंकि प्रोडक्ट की पहचान ऑलरेडी मार्केट में पहले से ही होती है आपको बस उसे बेचना होता है। कभी-कभी तुम प्रोडक्ट की मार्केट वैल्यू अच्छी होने पर आपको लोन भी मिल जाता है बिजनेस शुरू करने के लिए।
6 - प्रशिक्षण तकनीकी ज्ञान -
दोस्तों जिस भी कंपनी की फ्रेंचाइजी ली जाती है चाहे वह मशीनी वर्क की हो या फिर मार्केट बेस्ड हो या फिर कोई भी पापुलर फूड प्रोडक्ट हो। इन सभी के बारे में पहले से प्रशिक्षण दी जाती है लोगों को ट्रेंड किया जाता है। उसके बाद ही वह मार्केट में अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए प्रयास शुरू करते हैं और यह प्रशिक्षण या तकनीकी जानकारी बिल्कुल फ्री में होती है। किसी तरह का कोई चार्ज या शुल्क नहीं देना होता और ये ट्रेनिंग या तो फ्रेंचाइजर द्वारा दी जाती है या तो खुद कंपनी द्वारा प्रदान किए जाती है।
7- पार्टनरशिप फ्रेंचाइजी -
दोस्तों कई बार ऐसा होता है कि फ्रेंचाइजी लेने के लिए एक से अधिक व्यक्ति आवेदन कर रहे होते हैं और वह एक साथ होते हैं। ऐसे में उनको पार्टनरशिप फ्रेंचाइजी भी दी जाती है जिससे वह आपसी पार्टनरशिप के माध्यम से इस फ्रेंचाइजी बिजनेस को ले सके और चला सके।
इसकी सबसे अच्छी बात है कि इसमें कोई भी समस्या नहीं होती है और आसानी से 5 वर्ष फ्रेंचाइजी प्रदान की जाती है। इसके लिए बस उन लोगों को जो पार्टनरशिप के तहत फ्रेंचाइजी ले रहे हैं अपनी सभी प्रमुख दस्तावेज और जानकारियां कंपनी को प्रदान करना होता है और जो भी पैसे होते हैं वह आपस में बैठकर कंपनी को पेमेंट किये जाते है। ऐसे स्थिति में कई बार कंपनी द्वारा पार्टनरशिप में बहुत ही कम रेट पर भी फ्रेंचाइजी दी जाती है।
8 - एग्रीमेंट आधारित -
सबसे अच्छी बात जो है वह यह है कि फ्रेंचाइजी का बिजनेस एग्रीमेंट पर आधारित होता है। तो कंपनी द्वारा जो भी वादे आप की फ्रेंचाइजी को लेकर किए जाते हैं उसे कंपनी कभी नकार नहीं सकती है और आपका जो भी कर्तव्य कंपनी के प्रति है आपको भी वह कर्तव्य बिल्कुल अच्छी तरह से ईमानदारी से पूरे करने होते हैं।
इसके साथ ही यह ध्यान रखना होता है कि जिस भी कंपनी की फ्रेंचाइजी आपने ली है मार्केट में उसकी रेपुटेशन उसी तरह बनी रहे बल्कि और अच्छी हो जाए। आपके द्वारा यदि मार्केट रेपुटेशन को किसी तरह का खतरा होता है तो कंपनी आपसे फ्रेंचाइजी ले भी सकती है पर यह सब पूरी तरह से एग्रीमेंट पर नोट होता है इससे ना आप नकार सकते हैं ना ही वह कंपनी जिसकी आप फ्रेंचाइजी लेते हैं।
फ्रेंचाइजी बिजनेस में लगने वाली लागत -
दोस्तों बिजनेस कोई भी हो हर बिजनेस में अच्छा खासा इन्वेस्टमेंट करना पड़ता है बिना यह सोचे कि आपको कितनी रिटर्निंग मिलेगी। जहां तक रही बात फ्रेंचाइजी बिजनेस में लगने वाली लागत की तो यह पूर्ण रूप से आप पर निर्भर करता है कि आप किस तरह की कंपनी में फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं।
जितनी बड़ी कंपनी होगी उतनी ही ज्यादा फ्रेंचाइजी के अमाउंट आपको भरना पड़ेगा। इसके साथ ही कंपनी की फॉर्मेलिटी और सिक्योरिटी मनी के अलावा अगर आप कोई जगह लेते हैं या फिर स्टॉक रखते हैं उन सब में आपका अच्छा खासा लागत लग जाता है। हालांकि इसे हम तीन चरणों में डिवाइड कर सकते हैं।
- कम लागत 50 हज़ार से एक लाख रुपए
- मध्यम लागत डेढ़ लाख से पांच लाख रुपए
- अधिकतम लागत तीन लाख रुपए से अधिक
1 - कम लागत 50 हजार से एक लाख रुपए -
इसके अंतर्गत वह सभी कंपनी आती हैं जो न्यूनतम 50,000 रुपए से या फिर इस लागत के आसपास कि कम कीमत पर अपनी कंपनी की फ्रेंचाइजी उपलब्ध कराती हैं। उदाहरण के तौर पर जानी मानी कोरिअर कंपनी DTDC Courier और कार्गो लिमिटेड, हर्बल कंपनी वैदिक हर्बल ग्रुप और भारत की सबसे बड़ी ऑनलाइन फार्मेसी के रूप में जाने जाने वाली Medlife कंपनी आदि। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आपको इन सभी कंपनी के दिव्य फ्रेंचाइजी ले रहे हैं मान्यताओं को पूरा करना अनिवार्य होगा तभी आप उस कंपनी की फ्रेंचाइजी ले पाएंगे।
2 - मध्यम लागत डेढ़ लाख से पांच लाख लाख रुपए -
इसके अंतर्गत वह सभी कंपनियां जो न्यूनतम डेढ़ लाख से पांच लाख रुपए के मध्य अपनी कंपनी की फ्रेंचाइजी उपलब्ध करवाते हैं। इसके अंतर्गत निम्नलिखित कंपनियां शामिल हैं उदाहरण के तौर पर जैसे कि - दूध और क्रीम की जानी मानी कंपनी Amul, Patanjali आदि।
3 -अधिकतम लागत तीन लाख रुपए से अधिक -
दोस्तों इस श्रेणी के अंतर्गत वह कंपनी जो न्यूनतम तीन लाख रुपए से अपनी फ्रेंचाइजी उपलब्ध करवाती है और अधिक से अधिक यह अमाउंट कितना भी हो सकता है। यह पूरी तरीके से इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस कंपनी की फ्रेंचाइजी ले रहे हैं क्योंकि जितनी ज्यादा पॉपुलर कंपनी के पॉपुलर ब्रांड उतनी ही ज्यादा उतना ही ज्यादा उसकी फ्रेंचाइजी के अमाउंट होंगे।
इसके अंतर्गत निम्नलिखित कंपनियां शामिल है उदाहरण के तौर पर जैसे कि - भारत की सबसे नंबर 1 की आयुर्वेदिक कंपनी पतंजलि और अमेरिकन कंपनी सबवे जोकि अपने बेहतरीन सैंडविच और सलाद के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। अगर आप जॉकी डोमिनोज केएफसी वगैरा फ्रेंचाइजी लेने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको कम से कम 25 लाख रुपए से तक और अधिकतम सीमा आपकी ब्रांड की फ्रेंचाइजी के ऊपर निर्भर करता है।
फ्रेंचाइजी बिजनेस और मुनाफा -
दोस्तों अगर हम फ्रेंचाइजी बिजनेस से प्राप्त मुनाफा के बारे में बात करें तो यह पूर्ण रूप से आपके बिजनेस लोकशन और आपके द्वारा लिए गए प्रोडक्ट की क्वालिटी और ब्रांड पर पर निर्भर करता है। क्योंकि अगर आप एरिया या अपने आसपास के लोकेशन के अनुसार बिजनेस का चुनाव करते हैं उदाहरण के तौर पर अगर आप स्कूल के पास किसी कोचिंग क्लासेस और स्मार्ट क्लासेस की फ्रेंचाइजी लेना चाह रहे है।
तो इसमें कोई शक नहीं है कि आपका बिजनेस कम समय में अच्छा ग्रो करेगा और आपको बढ़िया प्रॉफिट होगा और वहीं अगर आप ऑफिशियल एरिया की तरफ अमूल की फ्रेंचाइजी ले लेते हैं तो जाहिर है आपका बिजनेस नहीं चलेगा और आपको लॉस ही होगा ना कि प्राफिट।
दोस्तों इस लिहाज से हमें कह सकते हैं कि अगर आप सही जगह पर सही बिजनेस की फ्रेंचाइजी लेकर अपने बिजनेस को शुरू करते हैं तो आपको फ्रेंचाइजी बिजनेस में बिना किसी नुकसान के अच्छा खासा मुनाफा हो सकता है। लेकिन वही अगर आप सोच समझकर निर्णय नहीं लेते हैं तो आपके लिए यह एक घाटे का सौदा साबित हो सकता है।
फ्रेंचाइजी बिजनेस ही क्यों ले -
दोस्तों यह एक ऐसा सवाल है जिसको सामान्यता हर कोई जानना चाहता है या फिर यूं कहें कि हर कोई यही पूछता है की फ्रेंचाइजी बिजनेस कन्हैया क्यों शुरू करें कोई और बिजनेस क्यों नहीं तो इसका सीधा सा जवाब ये है फ्रेंचाइजी बिजनेस में आपको जोखिम ना के बराबर होता है और प्राफिट पूरी तरीके से आप अपने पास रखते हैं।
चूंकि आप जिस भी ब्रांड की फ्रेंचाइजी ले रहे होते हैं वह ऑलरेडी एक प्रसिद्ध ब्रांड होता है। इसलिए प्रोडक्ट के ब्रांडिंग में खर्च भी शून्य के बराबर आता है और इसमें किसी तरह की कोई मैन्युफैक्चरिंग का भी झंझट नहीं होता है। इन्वेस्टमेंट कि भी एक सीमा होती है और कंपनी भी आपको कई तरह की सहूलियत और सर्विस प्रदान करती है।
अब जहां तक रही बात जगह और स्टाफ की वह तो आप कोई भी बिजनेस शुरू करेंगे आपको उसके लिए एक जगह की आवश्यकता होगी और उसके चलाने के लिए आपको कुछ लोगों को तो स्टाफ के तौर पर रखना ही होगा। क्योंकि आप सब कुछ अकेले नहीं संभाल सकते हैं।
फ्रेंचाइजी बिजनेस हेतु आवश्यक दस्तावेज -
व्यवसाय चाहे जिस भी क्षेत्र का हो उसे शुरू करने के लिए एक निर्धारित दस्तावेज होना अनिवार्य होता है। इसी तरह जब आप फ्रेंचाइजी बिजनेस क्षेत्र में बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपके पास निम्नलिखित दस्तावेज का होना अनिवार्य है। -
1. आईडी प्रूफ के तौर पर आपके पास आधार कार्ड पैन कार्ड वोटर आईडी कार्ड और पासपोर्ट होना अनिवार्य है।
2. एड्रेस प्रूफ के तौर पर आपके पास जमीन के आवश्यक दस्तावेज बिजली का बिल और इन सबके अलावा उस स्थान की पूरी जानकारी जहां पर आप अपनी फ्रेंचाइजी खोलना चाहते हैं होना अनिवार्य है।
3. बैंक डिटेल्स के तौर पर आपके पास आपके अकाउंट के 1 साल के सभी ट्रांजैक्शन डीटेल्स और अगर आप इनकम टैक्स फाइल करते हैं तो उसकी भी पूरी जानकारी होना अनिवार्य है।
4. दोस्तों इन सबके अलावा आपके पास आपके पूरे प्लान की एक रिपोर्ट होनी चाहिए जिसको आपको कंपनी में सबमिट करना होता है।
फ्रेंचाइजी बिजनेस हेतु आवेदन कैसे करें -
दोस्तों यहां हम आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि हर कंपनी की अपनी अलग-अलग आवेदन प्रक्रिया और निर्धारित योग्यता होती है। जिसको पूरा करके ही आप उस कंपनी की फ्रेंचाइजी ले सकते हैं। यहां पर हम आपको एक साधारण प्रक्रिया बता रहे हैं जोकि लगभग सभी जगह पर लागू हो सकती है।
1. इसके लिए आपको सबसे पहले उस कंपनी में संपर्क करना होगा। जिस कंपनी की आप फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं जैसे मान लीजिए कि आपने अल्ट्राटेक की फ्रेंचाइजी ली तो इसके लिए सबसे पहले आपको अल्ट्राटेक कंपनी मे संपर्क करके सभी आवश्यक दस्तावेजों को जमा करना होगा। आप यह प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से पूरी कर सकते हैं।
2. अगर कंपनी के द्वारा आप के दस्तावेज सही पाए जाते हैं और कंपनी आपको फ्रेंचाइजी उपलब्ध करवाना चाहती हैं। तो आपको कंपनी के साथ एक अपना एक एग्रीमेंट बनाना होगा। जिसमें कंपनी के द्वारा आपको यह साफ-साफ परमिशन भी होगी कि आप उनकी कंपनी का इस्तेमाल करके उनकी कंपनी का माल सेल कर सकते हैं तभी आप यह फ्रेंचाइजी ले पाएंगे। बिना कंपनी के परमिशन और एग्रीमेंट के सभी कंपनी के को फ्रेंचाइजी के तौर पर प्रयोग नहीं किया जा सकता।
एक बार अगर यह प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो उसके बात कंपनी की जो भी सेल डिटेल्स है। कंपनी का काम करने का तरीका प्रोडक्ट को सप्लाई करने का तरीका और जो भी जानकारी है उन सभी का इस्तेमाल कर सकते हैं और उसके बारे में जान सकते हैं।
फ्रेंचाइजी लेने से पूर्व ध्यान रखने योग्य बातें -
अगर आप भी फ्रेंचाइजी बिजनेस लेने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको उसे लेने से पहले निम्नलिखित बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। -
1. अगर आप किसी भी कंपनी के तहत फ्रेंचाइजी का बिजनेस करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको सबसे पहले ये निर्धारित करना होगा कि आप कौन सी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं और आप अपने एरिया को भी देखें कि आप यह बिजनेस शहर या गांव या कस्बा कैसा है और वहां पर किस तरीके का बिजनेस चल सकता है।
2. उसके बाद अपनी बजट पर भी ध्यान दें कि जो भी फ्रेंचाइजी आप लेना चाहते हैं वो आपकी बजट में है या नहीं। बहुत बड़ी कंपनी की अगर फ्रेंचाइजी लेंगे तो उस हिसाब से आपको पैसे भी ज्यादा पे करने पड़ेंगे और अगर कंपनी नॉर्मल है लोग जानते हैं लेकिन बहुत पापुलर नहीं है। तो उसकी फ्रेंचाइजी के लिए पैसे थोड़े कम लगेंगे तो सोच समझकर ही है फैसला ले।
3. उसके बाद आप कंपनी की ब्रांच में जाकर वहां पर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं या अगर ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो हर कंपनी की वेबसाइट पर फ्रेंचाइजी का ऑप्शन होता है। आप वहां पर भी ज4. कर लॉगिन करके फ्रेंचाइजी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
4. इसके साथ ही यह भी ध्यान दें कि आप किस तरह की फ्रेंचाइजी ले रहे हैं अगर वह फूड प्रोडक्ट के अंतर्गत आता है तो उसके लिए आपको अलग तरीके से आवेदन करना पड़ेगा और अगर वह वेयर में आता है फैशन डिजाइनिंग और ड्रेसेस के अंतर्गत आता है तो उसके लिए आपको अलग तरीके से फ्रेंचाइजी लेने का प्रोसेस होगा।
5. इस बात का विशेष ध्यान रखें कि हम जिस भी कंपनी की फ्रेंचाइजी ले रहे हैं क्या आप उसके द्वारा निर्धारित सभी योग्यताओं को पूर्ण कर रहे हैं या फिर नहीं।
6. फ्रेंचाइजी बिजनेस शुरू करने से पहले या लेने से पहले सभी आवश्यक दस्तावेजों को सहेज कर अपने पास रख ले उसके बाद ही फ्रेंचाइजी के लिए आवेदन करें।
फ़्रेंचाइज़ी बिजनेस हेतु कुछ टॉप 10 बेहतरीन कंपनियां -
दोस्तों अब तक आप फ्रेंचाइजी बिजनेस को तो समझ ही चुके होंगे। चलिए अब हम आपको भारत की कुछ ऐसी बेहतरीन कंपनी के बारे में बताते हैं जिनकी फ्रेंचाइजी लेने के लिए होड़ लगी रहती है। तो आइए अब हम जानते हैं भारतीय कुछ टॉप टेन कंपनियां और उनके फ्रेंचाइजी बिजनेस लेने के तरीके को।
1 - केएफसी (KFC)
दोस्तों वर्ष 1930 में अमेरिका में शुरू किया गया केएफसी आज दुनिया का एक जाना माना फास्ट फूड ब्रांड है। मगर आज भी बहुत कम लोग केएफसी का पूरा नाम जानते हैं। बता दें कि केएफसी का पूरा नाम केंटकी प्राईड किचन है। केएफसी के बर्गर, चिकन स्टिक्स लोग बहुत पसंद करते हैं।
दुनिया भर में केएफसी की 25000 से ज्यादा फ्रेंचाइजी आज के समय में मौजूद हैं। केएफसी की फ्रेंचाइजी लगभग 115 देशों में फैली हुई हैं। केएफसी के फास्ट फूड को लोग बहुत पसंद करते हैं। अगर आप केएफसी की फ्रेंचाइजी लेते हैं तो यह आपके लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद साबित होगा।
लागत -
दोस्तों, अगर आप केएफसी की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 50 लाख रुपए का लागत शुल्क देना होगा। आपको बता दें कि केएफसी फ्रेंचाइजी स्टोर की वास्तविक बिक्री पर 4% से 5% की रॉयल्टी लेता है।
फ्रेंचाइजी कैसे लें -
अगर आप केएफसी की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं तो इसके लिए आपको लागत शुल्क देना होगा। साथ ही जरूरी कागजात के साथ फ्रेंचाइजी के लिए अप्लाई करना होगा। आपको फ्रेंचाइजी तभी मिलेगी, जब आपके पास स्टोर खोलने के लिए 1000-1500 स्क्वायर फीट की जगह होगी। आपको बता दें कि केएफसी की फ्रेंचाइजी 20 साल के लिए वैलेड होती है। यानी कि अगर आप 50 लाख रुपए देकर फ्रेंचाइजी लेते हैं तो यह आपके पास 20 साल तक रहेगी।
2 - डोमिनोज -
दोस्तों, डोमिनोज आज के समय में पूरी दुनिया में पिज़्ज़ा का एक जाना माना ब्रांड है। डोमिनोज पिज़्ज़ा के अलावा गार्लिक ब्रेड भी बनाता है। डोमिनोज पिज़्ज़ा को लोग बहुत पसंद करते हैं। वर्ष 1960 में शुरू हुआ डोमिनोज ब्रांड का पहले नाम डोमिनोज पिज़्ज़ा हुआ करता था, जिसे वर्ष 2012 में बदलकर सिर्फ डोमिनोज कर दिया गया था। दुनिया भर में डोमिनोज के 17 हजार से ज्यादा स्टोर्स हैं। अधिकतर लोग जो फास्ट फूड के व्यवसाय में आना चाहते हैं, वह डोमिनोज की फ्रेंचाइजी लेना ज्यादा प्रेफर करते हैं क्योंकि यह एक पहले से ही जाना माना ब्रांड है और लोगों को इसके पिज़्ज़ा बहुत पसंद आते हैं।
लागत -
यदि आप डोमिनोज की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं तो आपको बता दें की डोमिनोज की फ्रेंचाइजी लेने के लिए लागत शुल्क तीस लाख रूपए है। अगर आप 30 लाख रुपए का निवेश इस व्यवसाय में कर सकते हैं तो आप इसकी फ्रेंचाइजी ले सकते हैं।
फ्रेंचाइजी कैसे लें -
अगर आप डोमिनोज की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं तो आप को जूबिलेंट फूडवर्क्स लिमिटेड में जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन करने के लिए आपको आवेदन पत्र भरना होगा। आवेदन करने के बाद आप का साक्षात्कार होगा। उसके बाद आपको एक मीटिंग में भाग लेना होगा। इस प्रक्रिया के बाद ही आपको इसकी फ्रेंचाइजी मिल पाएगी।
3 - पतजंलि -
दोस्तों, बाबा रामदेव के द्वारा शुरू किया गया पतंजलि ब्रांड एक जाना - माना भारतीय ब्रांड है। यह ब्रांड वर्ष 2006 में बाबा रामदेव और बाबा बालकृष्ण ने शुरू किया था। देखते ही देखते पूरे देश के लोगों का यह एक भरोसेमंद ब्रांड बन गया। आज के समय में देश भर में पतंजलि के 5000 से ज्यादा आउटलेट हैं।
लोगों के बीच पतंजलि के उत्पादों की बढ़ती मांग को देखते हुए पतंजलि के आउटलेट की संख्या भी बढ़ रही है। इसके उत्पादों पर लोग भरोसा करते हैं। यदि आप पतजंलि की फ्रेंचाइजी लेते हैं तो आप के लिए यह मुनाफे का सौदा साबित होगा।
पतंजलि खाने पीने का सामान, दवा, प्रसाधन सामग्री आदि उत्पाद बनाता है। आप पतंजलि का फ्रैंचाइज़ी लेकर पतंजलि के सामान को ऑनलाइन भी बेच सकते हैं। इसके लिए आप fynd platform के साथ जुड़कर एक ई-कॉमर्स वेबसाइट सेटअप कर सकते हैं। fynd platform के साथ जुड़ने का फायदा यह है कि इसमें आपको बस ऑर्डर्स मैनेज करने हैं बाकि प्रॉडक्ट पिक-अप से लेकर डिलीवरी तक सब कुछ fynd platform देख लेता है। अगर आप पतंजलि की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं तो इसकी लागत और यह कैसे लें, इसके बारे में जानने के लिए नीचे दी गई जानकारी अवश्य पढ़ें।
लागत -
अगर आप पतंजलि की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कम से कम 7 लाख रुपए का लागत शुल्क चुकाना पड़ेगा। लागत शुल्क के साथ ही आपको 5 लाख रुपए का डिपॉजिट शुल्क भी देना पड़ेगा।
फ्रेंचाइजी कैसे लें -
अगर आप पतंजलि की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं तो आप पतंजलि की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। पतंजलि की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपके पास 200 स्क्वायर फुट से 300 स्क्वायर फुट जगह होनी चाहिए जहां पर आप अपना स्टोर खोल सके।
4 - लेंसकार्ट -
दोस्तों, वर्तमान में लेंसकार्ट पूरे भारत में चश्मे का एक जाना माना ब्रांड है। आज के समय में आप अधिकतर लोगों को लेंसकार्ट के चश्मे पहने हुए देखते होंगे। आपको पता है कि लेंसकार्ट को वर्ष 2010 में पियूष बंसल ने शुरू किया था। कुछ ही सालों में यह एक बहुप्रसिद्ध चश्मे का ब्रांड बन गया।
लेंसकार्ट फ्रेंचाइजी बिजनेस भी करता है। तमाम जगहों पर इस की फ्रेंचाइजी मौजूद हैं। आज के समय में लेंसकार्ट एक हजार से भी ज्यादा भारतीय शहरों में मौजूद है। लेंसकार्ट की फ्रेंचाइजी लेना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि लोग इस ब्रांड को जानते हैं, उस पर भरोसा करते हैं तो आपके व्यवसाय के लिए अच्छा होगा और आपकी बिक्री भी अच्छी होगी।
लागत -
दोस्तों,अगर आप लेंसकार्ट की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं तो आपको फ्रेंचाइजी के लागत शुल्क की जानकारी होनी चाहिए। बता दें कि लेंसकार्ट की फ्रेंचाइजी का लागत शुल्क 25 लाख रुपए से 30 लाख रुपए है। लेंसकार्ट की फ्रेंचाइजी आपको 5 साल की अवध के लिए मिलती है। अगर आप इसके बाद भी फ्रेंचाइजी को अपने पास रखना चाहते हैं तो आपको कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू कराना होगा।
फ्रेंचाइजी कैसे लें -
आप लेंसकार्ट की फ्रेंचाइजी प्रोग्राम का हिस्सा बनकर लेंसकार्ट की फ्रेंचाइजी ले सकते हैं। लेंसकार्ट की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन करने से जुड़ी जानकारी आपको लेंसकार्ट की वेबसाइट पर मिल जाएगी। बता दें कि लेंसकार्ट फ्रेंचाइजी से 25 परसेंट की रॉयल्टी वसूलता है।
5 - अमूल -
"अमूल दूध पीता है इंडिया" यह टैगलाइन तो हम में से हर किसी ने कभी न कभी सुनी ही है। अमूल एक भारत का जाना माना दूध ब्रांड है। अमूल दूध ब्रांड के स्थापना वर्ष 1946 में त्रिभुवनदास ने की थी। हम में ऐसे बहुत से ऐसे लोग होंगे जिन्हें अमूल का पूरा नाम नहीं पता होगा। अमूल का पूरा नाम आनंद मिल्क यूनियन लिमिटेड है।
अगर आप अपना व्यवसाय शुरू करने का सोच रहे हैं तो आप अमूल की भी फ्रेंचाइजी ले सकते हैं। भारत में बहुत से लोगों के घर में अमूल दूध का प्रयोग किया जाता है। यह ब्रांड इतना प्रसिद्ध है कि अगर आप इस की फ्रेंचाइजी लेते हैं तो आपको अपने व्यवसाय का प्रचार करने की भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी। पूरे भारत में अमूल के 7 हजार से ज्यादा स्टोर हैं। अमूल का सालाना टर्नओवर लगभग 5 बिलियन डॉलर है। इससे आप अंदाजा लगा ही सकते हैं कि यह कितना सक्सेसफुल ब्रांड है।
लागत -
दोस्तों, अमूल की फ्रेंचाइजी लेने के लिए लागत शुल्क 25 हज़ार रुपए से 60 लाख रुपए तक है। यह आप पर निर्भर करता है कि आप किस साइज का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। इसके अलावा आपको 5 हजार रुपए का सिक्योरिटी डिपॉजिट भी जमा करना होता है। आपको बता दें कि अमूल अपने फ्रेंचाइजी स्टोर्स से किसी भी प्रकार की रॉयल्टी नहीं वसूल करता है।
फ्रेंचाइजी कैसे लें -
अगर आप अमूल की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं तो इसके लिए आपको आवेदन करना होगा। आवेदन में आपको अपनी पहचान से जुड़े कागज संलग्न करने होंगे। इसके साथ ही आपके पास स्टोर खोलने के लिए कम से कम 100 स्क्वायर फीट स्क्वायर फीट की जगह होनी चाहिए।
6 - जॉकी -
जॉकी पूरी दुनिया का एक बहुप्रसिद्ध स्पोर्ट्सवेयर ब्रांड है। जॉकी महिलाओं और पुरुषों के अंडर गारमेंट्स बनाता है। जॉकी लोगों का एक भरोसेमंद ब्रांड है। इसके प्रोडक्ट की गुणवत्ता बहुत अच्छी होती है। इस कारण इसके रिपीट कस्टमर की संख्या बहुत ज्यादा रहती है।
इस ब्रांड की शुरुआत वर्ष 1876 में हुई थी। जॉकी के पूरे भारत में 370 से भी ज्यादा आउटलेट हैं। अगर जॉकी के सालाना टर्नओवर की बात करें तो जॉकी का सालाना टर्नओवर 400 मिलियन डॉलर से ज्यादा है। अगर आप कपड़े से संबंधित कोई व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो आप जॉकी की फ्रेंचाइजी ले सकते हैं। इस व्यवसाय में आपको बहुत मुनाफा होगा।
लागत -
दोस्तों अगर आप जॉकी की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कम से कम 50 लाख रुपए का निवेश करना होगा। अगर आप जॉकी की फ्रेंचाइजी लेने के लिए एक बार पचास लाख रुपए का निवेश कर देते हैं तो आपको यह फ्रेंचाइजी 20 साल की अवधि के लिए मिल जाती है। आपको बता दें कि जॉकी अपनी फ्रेंचाइजी स्टोर से किसी भी प्रकार का रॉयल्टी शुल्क नहीं लेता है।
फ्रेंचाइजी कैसे लें -
दोस्तों, जॉकी की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपको आवेदन करना होगा। आवेदन से संबंधित जानकारी आप जॉकी की ऑफिशियल वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं। अगर आपकी जान पहचान में किसी के पास जॉकी की फ्रेंचाइजी है तो आप उनसे भी सलाह मशवरा कर सकते हैं।
7 - नाइकी -
दोस्तों, नाइकी एक जाना माना फुटवियर ब्रांड है। यह ब्रांड वर्ष 1964 में अमेरिका में शुरू किया गया था। क्या आपको पता है कि नाइकी का पहले नाम ब्लू रिबन स्पोर्ट्स हुआ करता था। जिसे बाद में बदलकर नाइकी कर दिया गया था। आज के समय में नाइकी के जूते, जर्सी आदि उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद है।
अपनी अच्छी गुणवत्ता के कारण है यह कस्टमर की नंबर वन पसंद बना हुए है। बता दें कि नाइकी का सालाना टर्नओवर 30.44 अरब डॉलर है। अगर आप एक अच्छा निवेश करके अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं तो आपके लिए नाइकी की फ्रेंचाइजी लेना बहुत अच्छा साबित होगा। अगर आप नाइकी की फ्रेंचाइजी लेते हैं तो आपको मार्केटिंग में भी ज्यादा पैसा नहीं खत्म करना होगा।
लागत -
दोस्तों, नाइकी की फ्रेंचाइजी लेने का लागत शुल्क कम से कम 50 लाख से एक करोड़ रुपए तक ।है आपको नाइकी की फ्रेंचाइजी 5 साल की अवधि के लिए दी जाती है। नाइकी 15 परसेंट की रॉयल्टी भी वसूल करता है। अगर आप अपने व्यवसाय के लिए 50 लाख रुपए तक का निवेश कर सकते हैं तो आप इसकी फ्रेंचाइजी ले सकते हैं।
फ्रेंचाइजी कैसे लें -
दोस्तों, नाइकी की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपको आवेदन करना होगा। आवेदन में आपको अपनी जरूरी जानकारियां मेंशन करनी होंगी। साथ ही स्टोर खोलने के लिए आपके पास ही कम से कम 500 से 1000 फिट की जगह होनी चाहिए। आपको जगह से संबंधित कागज भी दिखाने पड़ेंगे।
8 - सन फार्मा -
सन फार्मा भारत की जानी-मानी दवा कंपनी है। सन फार्मा का मुख्यालय मुंबई में है। आपको बता दें कि सन फार्मा की शुरुआत वर्ष 1983 में भारत के गुजरात राज्य में दिलीप सांघवी द्वारा की गई थी। आज के समय में यह एक बहुराष्ट्रीय दवा कंपनी है।
आज के समय में दुनिया भर के 100 से अधिक देशों में सन फार्मा मौजूद है। लोगों को उचित दर पर किफायती दवाएं प्रदान कर यह कंपनी एक नेक काम कर रही है। अगर आप दवा से संबंधित कोई फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं तो आप सनफार्मा की फ्रेंचाइजी ले सकते हैं।
एक अच्छा व्यवसाय होने के साथ-साथ यह एक नोबल काम भी है। सन फार्मा की दवाओं पर डॉक्टरों के साथ ही मरीजों का भी सालों से भरोसा कायम है। ऐसे में इसकी फ्रेंचाइजी लेकर अपना व्यवसाय शुरू करना आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।
लागत -
दोस्तों, सन फार्मा की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपको दो लाख रुपए से 3 लाख रुपये तक का निवेश करना होगा। इसके साथ ही आपको फ्रेंचाइजी स्टोर खोलने के लिए जगह की भी आवश्यकता होगी। अगर आपके पास फ्रेंचाइजी का स्टोर खोलने के लिए अपनी जगह है तब तो यह बहुत ही अच्छी बात है। अगर आपके पास अपनी जगह नहीं है तो आप किराए पर जगह लेकर भी यह काम शुरू कर सकते हैं।
फ्रेंचाइजी कैसे लें -
दोस्तों, सन फार्मा की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपको आवेदन करना होगा। आवेदन करने के लिए आपको कुछ दस्तावेजों की जरूरत होगी। इन दस्तावेजों में आप का पहचान पत्र, बैंक पासबुक, जमीन के कागजात आदि प्रमुख हैं। आवेदन करने के बाद वे लोग आपसे कांटेक्ट करेंगे। अगर सब कुछ ठीक रहा तो आपको फ्रेंचाइजी आराम से मिल जाएगी।
9 - प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना ट्रेनिंग सेंटर -
भारत सरकार देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें रोजगार मुहैया कराने के लिए तरह तरह के प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में भारत सरकार ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत युवाओं को तमाम तरह के कौशल संबंधित ट्रेनिंग दी जाती है।
अगर आप कोई सरकारी फ्रेंचाइजी लेने का सोच रहे हैं तो आपके लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना ट्रेनिंग सेंटर खोलना बहुत ही अच्छा साबित होगा। इससे आप अच्छा मुनाफा तो प्राप्त करेंगे ही, साथ ही आपके क्षेत्र का भी विकास होगा। लोगों को रोजगार मिलेगा आपके क्षेत्र के युवा कौशल विकास योजना ट्रेनिंग सेंटर से स्किल्स को सीख कर अपना रोजगार शुरू कर सकते हैं।
लागत -
अगर आप प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना ट्रेनिंग सेंटर खोलना चाहते हैं तो इसमें सरकार आपकी आर्थिक मदद भी करेगी। सेंटर खोलने में लगने वाली कुल लागत का 75 फीसदी से 85 फीसदी सरकार आपको लोन के रूप में मुहैया कराएगी।
फ्रेंचाइजी कैसे लें -
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए आपको सरकार द्वारा जारी की गई आवश्यक शर्तों का पालन करना होगा। इस की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आप सरकारी वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करते समय आपको आपका पहचान पत्र एवं अन्य जरूरी दस्तावेज संलग्न करने होंगे। आपके ट्रेनिंग सेंटर में क्लासरूम, टॉयलेट का उचित प्रबंध आदि व्यवस्थाएं आवश्यक रूप से होनी चाहिए।
10 - बर्गर किंग (Burger King)
दोस्तों जब भी बात ‘व्हॉपर/Whopper‘ बर्गर यम्मी कुरकुरी फ्राइज़ और इन सबके साथ ही टेस्टी टेस्टी सैंडविच कि आती है। तो हम सभी के दिमाग में सबसे पहला नाम बर्गर किंग का ही आता है। सन 1953 में स्थापित के बर्गर किंग एक अमेरिकी फ़ास्ट फ़ूड रेस्टोरेंट्स कि चेन है।
जिसकी दुनिया भर में 11 Million से भी अधिक कस्टमर 75 से भी अधिक देशों में रेस्टोरेंट्स है। अगर अब इसकी फ्रेंचाइजी लेने के बारे में सोच रहे हैं तो यह आपके लिए बहुत ही फायदे का सौदा साबित हो सकता है।
लागत -
दोस्तों अगर आप बर्गर किंग की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं तो आपको बता दें की बर्गर किंग की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपको लागत शुल्क के तौर पर करोड़ों रूपए के इन्वेस्टमेंट करना पड़ता है। अगर आप लगभग 20 करोड़ रुपए का निवेश इस व्यवसाय में कर सकते हैं तो आप इसकी फ्रेंचाइजी ले सकते हैं।
फ्रेंचाइजी कैसे लें -
अगर आप बर्गर किंग की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं तो आपको इसकी ऑफिशल वेबसाइट में जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन करने के लिए आपको आवेदन पत्र भरना होगा। आवेदन करने के बाद आप का साक्षात्कार होगा। उसके बाद आपको एक मीटिंग में भाग लेना होगा। इस प्रक्रिया के बाद ही आपको इसकी फ्रेंचाइजी मिल पाएगी।
निष्कर्ष -
वर्तमान समय में फ्रेंचाइजी बिजनेस कैसा बिजनेस मॉडल है जोकि बहुत ही जल्दी और तेजी से विकसित हो रहा है। इस बिजनेस में घाटे की गुंजाइश बहुत ही कम है और मार्केटिंग और ब्रांडिंग का कोई खास खर्च भी नहीं है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि जिस भी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेंगे वह पहले से ही एक नामी कंपनी होगी और बरसों से लोगों का विश्वास उस कंपनी पर बना हुआ होगा।
इस कारण आपको लोगों के मध्य खुद को जमाने के लिए ज्यादा प्रयास नहीं करना पड़ेगा। दोस्तों फ्रेंचाइजी लेते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जब भी आप किसी भी कंपनी का फ्रेंचाइजी ले तो उसे ऐसी जगह पर खोले जहां पर लोग आपको नोटिस करे जिससे आपकी प्रोडक्ट कि सेलिंग ज्यादा से ज्यादा हो।
इस लिहाज से हम यह कह सकते हैं कि फ्रेंचाइजी बिजनेस एक फायदे का सौदा साबित हो सकता है। दोस्तों अगर आप भी भविष्य में किसी बड़ी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेकर अपना एक फ्रेंचाइजी बिजनेस शुरू करने के बारे में विचार कर रहे हैं तो आपको हमारे द्वारा प्रदान की गई जानकारियां आपके लिए बहुत हो फायदेमंद साबित हो सकता है।
हमने आज के इस आर्टिकल में आपको फ्रेंचाइजी बिजनेस से संबंधित वह सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको हमारा आज का यह आर्टिकल बेहद पसंद आया होगा ऐसे ही ज्ञानवर्धक आर्टिकल को पढ़ने हेतु जुड़े रहिए हमारे साथ धन्यवाद।
Frequently asked questions
दोस्तों अगर आप भी किसी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने के इच्छुक हैं तो आपके पास फ्रेंचाइजी को खोलने के लिए जमीन ऐसे लोकेशन में होनी चाहिए। जहां पर लोगों का आना जाना है जिससे आपकी सेलिंग और बहुत अधिक से अधिक लोगों तक हो सके। इसके साथ ही आपके पास फ्रेंचाइजी से संबंधित सभी अनिवार्य दस्तावेज और सिक्योरिटी मनी के रूप में जितना भी पैसा कंपनी मांगेगी वह होना अनिवार्य है।
दोस्तों हर वह कंपनी चाहे वह जिस भी क्षेत्र से हो की मार्केट वैल्यू अच्छी होनी चाहिए लोगों के बीच वह है एक ट्रस्टेड और क्वालिटी ब्रांड हो और समय के साथ उसके डिमांड मार्केट में और ज्यादा बढ़ने की उम्मीद हो। हमेशा ऐसी कंपनी की फ्रेंचाइजी बिजनेस लेना चाहिए।
दोस्तों अगर आपको ऐसा बिजनेस करना चाहते हैं जिसमें आपको बहुत ज्यादा ब्रांडिंग और मार्केटिंग की आवश्यकता नहीं और अब कम समय में अच्छा पैसा कमा सकें तो आपके लिए फ्रेंचाइजी बिजनेस सबसे बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है क्योंकि अब जिस भी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेंगे वह पहले से इस्टैबलिश्ड हो चुकी होगी इसलिए आपको ब्रांडिंग पर ज्यादा समय नहीं खर्च करना पड़ेगा और उस ब्रांड के माध्यम से आप अपना बिजनेस चलाकर अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं।
कई प्रमुख कंपनियां फ्रेंचाइजी प्रदान करती हैं, जैसे:
- खाद्य उद्योग: अमूल, डोमिनोज।
- हेल्थकेयर: सन फार्मा।
- रिटेल: लेंसकार्ट, पतंजलि।
- अन्य: कपड़े, स्टेशनरी और रोजमर्रा के उत्पाद।
- आपके पास उपयुक्त स्थान और बुनियादी सुविधाएं होनी चाहिए।
- कंपनी की शर्तों और नीतियों का पालन करना होगा।
- फ्रेंचाइजी शुल्क और शुरुआती निवेश के लिए पूंजी होनी चाहिए।
- व्यवसाय चलाने का सही दृष्टिकोण और जिम्मेदारी होनी चाहिए।