Solutions for every business need
Growth comes in all shapes and sizes. Whether it’s smoother operations, sharper insights, higher revenue—or all of the above—we’ve got you covered

Warehouse management made simple
Gain full control over your inventory with smart automation, real-time tracking, and efficient workflows—ensuring your stock moves smoothly, every time

Launch hyperlocal commerce instantly
Set up and scale your hyper-local e-commerce with easy tools for web, orders, and delivery management—bringing you closer to customers, faster

Delivery management made easy
Gain control over your deliveries with real-time visibility, smart automation, and seamless coordination—ensuring on-time arrivals, every time

Order management made easy
Master every order with full visibility, smart automation, and effortless control—delivering the right outcomes, every time

Speak to an expert
Explore how Fynd Commerce can improve every aspect of your business, from online to instore and beyond

Speak to an expert
Explore how Fynd WMS powers operational excellence with our solution experts

Speak to an expert
Explore how Fynd Quick powers hyperlocal businesses with our solution experts

Speak to an expert
Explore how Fynd TMS powers better deliveries with our solution experts

Speak to an expert
Explore how Fynd OMS powers seamless order management with our solution experts

Featured Blog


Empower your business, every step of the way
Simplify operations, scale smarter, and deliver better experiences with solutions designed to grow with your business
Take your warehouse management to the next level
Experience hassle-free inventory management with Fynd WMS, designed to keep your operations efficient and accurate. Book a demo to see how Fynd WMS can boost productivity and profits for your business!
Kickstart your quick delivery website
Experience seamless hyper-local commerce with Fynd Quick—engineered to keep things running smoothly and help you reach customers in record time. Book a demo and see how Fynd Quick can drive efficiency and growth for your business!
Level up your delivery management
See how you can manage deliveries with Fynd TMS, designed to streamline operations and keep your customers delighted. Book a demo with our team and find out how Fynd TMS can boost your efficiency and bottom line!
Take your order management to the next level
Discover how effortless order management can be with Fynd OMS, built to keep things running smoothly and make your customers happy. Book a demo with our team and see how Fynd OMS can help boost your efficiency and profits!
दोस्तों वर्तमान समय में हर घर में दो पहिया वाहन देखने को मिल ही जाती हैं और हो भी क्यों ना हम सभी को अपने दैनिक जीवन से संबंधित कार्यों को निपटाने हेतु आय दिन विभिन्न स्थानों पर आना जाना पड़ता है और आप इस बात से अंदाजा लगा लीजिए कि आज के जीवन शैली में दोपहिया वाहनों की कितनी ज्यादा उपयोगिता है।
प्राचीन काल में जिस दूरी को तय करने में कई दिन का समय लगता था अब वाहनों की वजह से हम कुछ घंटों में ही तय कर लेते हैं। अब तो लोग अपने आसपास के जगहों पर जाने के लिए भी दोपहिया वाहनों का ही प्रयोग करते हैं।
यही कारण है कि दिन-प्रतिदिन बाइक और स्कूटी की मांग बढ़ती चली जा रही है और कंपनी नित नए मॉडल में इन्हें अपनी आंखों के आगे पेश कर रही है। इस बात से आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है की अगर हम बाइक सर्विस सेंटर खोलते हैं तो वह कितने जोरों शोरों से चलेगी।
हालांकि बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस प्लान करना इतना आसान नहीं है इसके लिए आपको इस क्षेत्र की बारीकियों को समझना होगा। इसलिए दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस प्लान से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को प्रदान करने वाले हैं। बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस प्लान से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारा आज का ये आर्टिकल अंत तक जरूर पढ़ें तो चलिए शुरू करते हैं।
बाइक सर्विस क्या है। -
दोस्तों वर्तमान समय में लगभग सभी के घर में एक टू व्हीलर तो होता ही है और आज कोई भी ऐसा घर अछूता नहीं रह गया जहां टू व्हीलर ना देखने को मिलती हो। अब हम बात करते है बाइक सर्विस की, जैसा कि आप सभी जानते हैं कि किसी भी मशीनरी सामान को कुछ महीनों के अंतराल में सर्विस की जरूरत होती है।
और इसी तरह टू व्हीलर हो या फोर व्हीलर इन सभी को भी समय-समय पर सर्विसिंग करवाने की आवश्यकता होती है और बाइक की किसी भी तरह से मरम्मत और सर्विस कराना ही बाइक सर्विस कहलाती है। अगर हमें अपने टू व्हीलर को धुलवाना हो या किसी भी तरह का काम हो तो उसे हम सर्विस सेंटर लेकर जाते हैं। इसके लिए अलग-अलग जगहों पर सर्विस सेंटर खुले होते हैं हालांकि हर कंपनी की अपनी भी अलग सर्विस सेंटर होती हैं।
जहां पर आपको उस कंपनी के बाइक से संबंधित सभी तरह कि नई टू व्हीलर पर बहुत सारी छूट और बहुत सारी सर्विसेज भी दी जाती है। बाइक से संबंधित किसी भी काम के लिए जब हम सर्विस सेंटर जाते हैं या उसे मरम्मत कराने के लिए ले जाते हैं तो वह सेंटर ही सर्विस सेंटर कहलाता है।
इसके अंतर्गत बाइक से संबंधित हर काम अब चाहे वह एक स्क्रू को कसना हो या पूरी बाईक की धुलाई या मरम्मत हो सभी काम सर्विस सेंटर में ही होता है। बाइक की सर्विस के लिए कई व्यक्ति एक साथ काम करते हैं कोई उसकी धुलाई करता है तो कोई उसके पार्ट्स की सफाई करता है। कोई उसकी आयलिग पर काम करता है। इस तरह से सभी की अपनी अलग-अलग जिम्मेदारी होती है।
बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस क्या है। -
दोस्तों वर्तमान समय में सबसे ट्रेडिंग बिजनेस प्लान में से एक मानी जानी वाली बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस प्लान कम लागत में शुरू होने वाले बिजनेस प्लान में से एक है। दोस्तों जब भी हम किसी भी मशीनरी सामान का इस्तेमाल करते हैं तो हमें उसे लंबे समय तक अच्छे से चलाने के लिए समय-समय पर उसके रखरखाव और सर्विसिंग पर खास ध्यान देना बहुत जरूरी होता है।
वैसे ही जब हम बाइक खरीदते हैं तो समय समय पर उसकी सर्विसिंग बहुत जरूरी होती है ताकि उसकी जो मशीन है वह हमेशा सही रहे और कार्य करती रहे यानि कि रनिंग कंडीशन में रहे। बाइक और स्कूटी मे भी स्क्रूट, गियर बॉक्स और इंजन होता है।
इन सभी कल-पुर्जों को समय-समय पर चेक करना और ठीक कराना बहुत जरूरी होता है ताकि आपकी टू व्हीलर गाड़ी बिल्कुल आराम से बिना किसी दिक्कत के चल सके। बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस प्लान के अंतर्गत आपको बाइक की सर्विसिंग से संबंधित सभी सुविधाओं को मुहैया करवाना होता है। जिसके लिए आपको इस क्षेत्र से संबंधित टूल्स, स्पेयर पार्ट्स और इस क्षेत्र में कार्य कर रहे और इस क्षेत्र के जानकार लोगों को नियुक्त करना होता है।
यह सभी काम जिस दुकान पर होते हैं या जिस सेंटर पर होते हैं उसे हम सर्विस सेंटर कहते हैं। इसे फ्रेंचाइजी के द्वारा या खुद से दुकान के माध्यम से भी खोला जा सकता है जैसा कि हमने कहा कि इस क्षेत्र में टू व्हीलर से संबंधित अब चाहे है बाइक हो या फिर स्कूटी दोनों से संबंधित जानकारी होना अनिवार्य है। तभी आप अच्छे तरीके से इस टू व्हीलर बिजनेस प्लान को सेटअप कर सकते हैं।
बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस हेतु लागत -
दोस्तों जब भी हम बाइक सर्विस सेंटर का बिजनेस शुरू करते हैं तो इसके लिए हमें अच्छे लागत की जरूरत पड़ती है। वह लागत अलग-अलग हिस्सों में बटी होती है आइए जानते हैं कि वह लागत हम कैसे और कब खर्च करते हैं।
दोस्तों अगर हम इस बिजनेस को शुरू करते हैं तो अगर हम मोटा मोटा हिसाब भी रखे तो हमें एक लाख रुपए से ज्यादा पैसे की ही जरूरत पड़ती है। अगर हम बिजनेस अपने घर से ही स्टार्ट करते हैं तो हमारा दुकान का पूरा पैसा बच जाता है।
अगर हम दुकान पर अपना पैसा खर्च करते हैं तो हमें जगह के अनुसार उसका किराया देना होता है और इसके अलावा जो भी टूल्स और मशीनें हम खरीदते हैं उसमें लगभग 30 हजार तक का खर्च आता है। अभी जो जरूरी पार्ट्स और सामान है उसमें लगभग 50 हजार तक का खर्च आता है।
दोस्तों ये सभी मोटा मोटा हिसाब है इसके अलावा भी और भी बहुत सारी जरूरतें हैं जिसमें हमारे पैसे खर्च होते हैं। जाहिर है इस बिजनेस को हम अकेले नहीं चला सकते हैं और हमे इसके लिए भी तीन से चार लोगों की नियुक्ति करनी होगी और तो उसे भी हमें पेमेंट करना होता है। इसके अलावा बिजली पानी और भी अन्य खर्चो को वहन करना होता है।
बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस हेतु आवश्यक दस्तावेज -
दोस्तों हम जब भी कोई सर्विस सेंटर खोलते हैं तो उसके लिए अगर हम आवश्यक दस्तावेजों की बात करें तो सबसे पहले हमें यह निर्णय लेना होता है कि हमे कोई बाइक सर्विस सेंटर खोलना है या किसी बाइक सर्विस सेंटर कि फ्रेंचाइजी लेनी है।
अगर कोई फ्रेंचाइजी लेनी है तो फ्रेंचाइजी से संबंधित सारे कागजात होनी चाहिए और अगर सर्विस सेंटर खुद शुरू करना है तो इसके लिए आवश्यक दस्तावेज निम्न है।
1. व्यापार मंडल के कागजात जिस एरिया में आप अपना व्यापार शुरू कर रहे हैं उस एरिया के व्यापार मंडल में रजिस्ट्रेशन कराएं और वहां का सर्टिफिकेट जरूर प्राप्त करें।
2. जीएसटी दोस्तो जैसा कि आप सभी जानते हैं कि अड हर जगह जीएसटी नंबर अनिवार्य हो गया है तो आपको अपने व्यवसाय यानि अपने सर्विस सेंटर का भी जीएसटी नंबर भी लेना होगा। क्योंकि आप अपने ग्राहकों को अपने बिजनेस के अंतर्गत जो भी सर्विस दे रहे हैं अथवा बाइक और स्कूटी से संबंधित जो भी पार्ट्स वगैरह बेच रहे हैं वह सब जीएसटी नंबर पर ही आधारित है।
3. दुकान की जरूरी कागजात भी जरूर बनवा लें जहां पर जो भी प्रॉपर्टी पर आप ही दुकान खोल रहे हैं उस प्रॉपर्टी के पेपर भी साथ में जरूर रखें।
4. दोस्तो इसके अलावा अपने बैंक अकाउंट से सभी दस्तावेजों को भी दुरुस्त रखें।
5. नगर निगम का कागजात भी जरूर बनवा लें जिससे नगर निगम के अंतर्गत आप ही बिजनेस कर रहे हैं। यह कागजात नगर निगम के द्वारा ही आपको मिलेगा।
बाइक रिपेयरिंग हेतु टूल्स -
दोस्तों जब भी हम कोई बिजनेस शुरू करते हैं तो हम उस बिजनेस से संबंधित जरूरी टूल्स उपकरण का भी इंतजाम करते हैं। वैसे ही बाइक सर्विस सेंटर खोलने से पहले इससे संबंधित सारे उपकरण का होना बहुत जरूरी है।
क्योंकि बिना उपकरण के तो सर्विस सेंटर की कल्पना ही नहीं की जा सकती उपकरण की मदद से ही हम गाड़ियों को ठीक करते हैं वह अपने सर्विस सेंटर को आगे बढ़ाते हैं। उपकरण की लिस्ट में सबसे पहले बात करते हैं हैंड टूल्स के बारे में जो भी हैंड टूल्स होते हैं उससे आप हाथ से ही बहुत सारी ऐसी चीजें होती हैं गाड़ी में जो आप सही कर सकते हैं जैसे कि मीटर वायर ठीक करना मीटर में कोई भी दिक्कत लाइट की या पेट्रोल की जो नहीं बताता है वह भी वायर की मदद से होता है इसको भी हाथ से ही ठीक किया जा सकता है।
1. स्क्रुड्राइवर - इसकी मदद से गाड़ी के सभी नट बोल्ट और स्क्रूट खोले जाते हैं।
2. अलग-अलग साइज की रेंच - अलग-अलग साइज के नट बोल्ट में इसकी जरूरत पड़ती है।
3. प्लास - किसी भी भारी नट बोल्ट या मशीन को पकड़ने के लिए भी प्लास की जरूरत पड़ती है।
4. रब्बर हथौड़ी - इस अलग तरह कि हथौड़ी की जरूरत भी स्कूटी और बाइक में बहुत पड़ती है।
5. टायर प्रेशर गेज - इसकी मदद से टायर की दिक्कत को ठीक किया जाता है।
मोटरसाइकिल के लिए उपकरणों की आवश्यकता -
दोस्तों मोटर साइकिल की संख्या में दिन पर दिन वृद्धि होती जा रही है इसलिए अगर आप मोटरसाइकिल के रिपेयरिंग के टूल्स रखते हैं और कोई भी दिक्कत आती है इसके सर्विस सेंटर में संपर्क करते हैं तो आपके पास मोटरसाईकिल के सर्विसिंग के लिए भरमार है।
मोटरसाइकिल के लिए कुछ ऐसे आवश्यक उपकरण होते हैं जो मोटरसाइकिल की सर्विसिंग में इस्तेमाल होते हैं आइए जानते है कि कौन कौन से ऐसे उपकरण है जो मोटरसाइकिल के लिए बहुत जरूरी है।
Wd40, Mechanic के Gloves, Nitrile Gloves, Funnel, Shop Rang, Grunge Brush, स्पेयर फ्यूज, Utility Knife, Penetrating Oil, Portable Air Compressor, Work Lamp With lamp, ब्रेकर बार, Rolling Tools, Stand.
कोई भी बाइक स्कूटी सर्विस सेंटर के लिए यह सभी चीजें बहुत जरूरी है। इन सभी उपकरण के अलावा बहुत सारी ऐसी जरूरी चीजें हैं जो एक बाइक सर्विस सेंटर में होनी चाहिए। जब भी आप सर्विस सेंटर ओपन करें तो आप किसी ने किसी ऐसी डीलर और होल सेलर से जरूर संपर्क करें जो आपको जरूरी चीजों की लिस्ट जरूर बताएगा।
बाइक सर्विस सेंटर हेतु विज्ञापन -
दोस्तों बिजनेस बड़े स्तर पर खोला जाए या फिर छोटे स्तर बिना विज्ञापन बिना पब्लिसिटी के उसका लोगों कि नजर में आना संभव नहीं है। ऐसे स्थित में आप सर्विस सेंटर खोलने से पहले ही विज्ञापन की प्लानिंग भी करें। बिना विज्ञापन के आजकल कोई भी सामान नहीं बिकता वैसे ही अगर आप विज्ञापन करेंगे तो लोग आपके बाइक सर्विस सेंटर को जानेंगे। तो चलिए आइए जानते हैं किन तरीकों से विज्ञापन किया जा सकता है। -
1- वेबसाइट बनाए -
दोस्तों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आप अपने सर्विस सेंटर के नाम से वेबसाइट बना सकते हैं। ऐसे बहुत सारे वेबसाइट डिजाइन ऐप्स है और इसके साथ ही प्लेटफार्म है जिसके जरिए आप वेबसाइट बना सकते हैं। दोस्तो इसके अंतर्गत आपके सर्विस सेंटर से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों जैसे कि आपके सर्विस सेंटर का पता, वह किस किस लोकेशन में अपनी सर्विस देती है, कौन कौन सी सर्विस देती है और इसके साथ ही बुकिंग सुविधा से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को दिया जाता है। ताकि किसी भी व्यक्ति को आप तक पहुंचने में कोई असुविधा न हो और वह व्यक्ति आसानी से आप तक पहुंच पाएं।
2 - ऐप बनाएं -
दोस्तों आपने कुछ सर्विस सेंटर के ऐप भी देखा होगा। वैसे ही आप अपने सर्विस सेंटर का ऐप बना सकते हैं जिसमें डाउनलोड करने के बाद उसमें सारी प्रतिक्रिया आप देख सकेंगे। आपके में जब भी कोई कस्टमर जोड़ता है या कोई भी प्रतिक्रिया देता है तो उस ऐप के जरिए देखा जा सकता है।
वैसे ही अगर आप अपने सर्विस सेंटर का ऐप बनाते हैं उसमें सारी डिटेल फीड करते हैं सर्विस सेंटर में फोन नंबर वगैरह सब कुछ डालते हैं। उसके बाद जो भी कस्टमर उस पर सर्च करेगा या देखेगा तो वह आपको पता चल जाएगा आप उससे कांटेक्ट करके उसकी हेल्प कर सकते हैं। इसके साथ ही आप ऐप के माध्यम से बुकिंग और अन्य तरह कि आफर्स और सुविधाएं भी प्रदान कर सकते हैं।
3 - समाचार पत्र टेलीविजन और सोशल मीडिया में एडवर्टाइजमेंट दें -
दोस्तों समाचार पत्र में विज्ञापन देना एक बहुत ही पुराना मगर बहुत ही कारगर तरीका है। इसके लिए जिस स्थान पर आप अपना सर्विस सेंटर खोल रहे है उस स्थान के किसी भी स्थानीय समाचार पत्र मे संपर्क करके लिखित तौर पर विज्ञापन दे सकते हैं।
इसका कुछ चार्ज भी होगा जो आपको पे करना होगा और ठीक उसी प्रकार टेलीविजन पर जो वहां का चैनल होगा। जिस पर वहां का स्थानीय समाचार आता होगा वहां पता करके एडवर्टाइजमेंट दे सकते हैं। इसमें भी विज्ञापन देने के लिए प्रति मिनट या कुछ सेकेंड का पैसा देना होता है
और अगर सोशल मीडिया पर एडवर्टाइजमेंट देना है तो आप सभी ने देखा होगा कि फेसबुक इंस्टाग्राम यूट्यूब और भी बहुत सारे ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स है जिस पर आप अपने सर्विस सेंटर का प्रचार कर सकते हैं। आप से जुड़े हुए जितने भी लोग होंगे वह इसके बारे में अच्छे से जानेंगे और उन लोगों की पेज पर भी आपका यह एडवर्टाइजमेंट शो होगा।
बाइक सर्विस सेंटर शुरू करने से पूर्व तैयारी -
1- मार्केट रिसर्च करें (खुद का सर्विस सेंटर या फ्रेंचाइजी) -
दोस्तों हम कोई भी बिजनेस करते हैं तो उससे पहले इसकी प्लानिंग करते हैं ठीक उसी तरह अगर हम बाइक का सर्विस सेंटर शुरू कर रहे हैं तो हमें उससे पहले उसकी तैयारी करनी पड़ती है। जिसमें हमें सबसे पहले यह मार्केट रिसर्च करना होगा कि हमें स्वयं का बाइक सर्विस सेंटर खोलना है अथवा हमारे लिए किसी बड़ी कंपनी कि फ्रेंचाइजी लेना ज्यादा सही होगा।
अगर हम खुद का सर्विस सेंटर खोलते हैं तो उसके लिए हमें पूरी प्लान करनी होती है एडवर्टाइजमेंट से लेकर मार्केटिंग तक खुद से ही करना होता है। वहीं पर अगर फ्रेंचाइजी लेकर के सर्विस सेंटर शुरू करते हैं तो हमें इसकी मार्केटिंग और एडवर्टाइजमेंट करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। क्योंकि हम जिस भी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेंगे उसे लोग पहले से ही मार्केट में जानते समझते होंगे।
2 - स्थान का चयन करें (लोकेशन संबंधित चयन)-
दोस्तों जब भी आप बाइक का सर्विस सेंटर खोलने के बारे में सोचें तो सबसे पहले लोकेशन को देखें। क्योंकि बाइक सर्विस सेंटर के लिए लोकेशन का सही चयन करना बहुत जरूरी होता है। कोई भी सर्विस सेंटर अधिकतर आपने देखा होगा कि वह मेन रोड से जुड़ा हुआ होता है।
रोड भी ऐसी होनी चाहिए जहां बहुत अधिक पब्लिक का आना जाना हो। कई जगह पर ऐसे मार्केट होते हैं जहां पर बाइक सर्विस सेंटर की या बाइक रिपेयरिंग की कई दुकानें एक साथ होती है। तो ऐसी जगह का ध्यान देकर ही सर्विस सेंटर खोलें और हमेशा बड़ी जगह देख कर के ही सर्विस सेंटर खोले क्योंकि इसके वॉशिंग एक्यूपमेंट बड़े होते हैं जिसके लिए बड़ी जगह की जरूरत होती है। कई सारे वाहन एक दिन मे रिपेयर नहीं हो पाते तो उनके लिए पार्किंग की भी जगह होनी चाहिए और उनकी सुरक्षा की व्यवस्था भी करनी जरूरी है। जिसके लिए गार्ड तैनात किए जा सकते हैं।
3 - वित्त का प्रबंध -
दोस्तों बिना पैसे के इंतजाम के कोई भी बिजनेस करना या उसके बारे में सोचना फिजूल है। सर्विस सेंटर की प्लानिंग करने की साथ ही वित्त का भी इंतजाम यानी कि पैसे का भी इंतजाम करना बहुत जरूरी है। यह वित्त पुर्ण रुप से आपके बिजनेस के साइज के हिसाब से टूल्स के हिसाब से लग सकता है। इसके बारे में भी रिसर्च करने की जरूरत है कि आप कैसे और किस स्तर पर और कितनी पूंजी में अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं।
हालांकि उसमें लगभग 3 से 5 लाख तक की जरूरत पड़ सकती है फिर बात करने से पहले एक बाइक और इसकी रिपेयरिंग के बारे में ही बात करें और रिपेयरिंग से ही शुरुआत करें। तो अगर फ्रेंचाइजी ले करके इस बिजनेस को कर रहे हैं कि फ्रेंचाइजी में थोड़ा पैसा ज्यादा लगता है। क्योंकि जिस कंपनी का फ्रेंचाइजी लेते हैं उसमें फ्रेंचाइजी फीस के तौर पर भी आप कुछ पैसे जमा कराते हैं।
अगर आपका बिजनेस स्तर बड़ा है तो आप बाइक एक्सेसरीज भी बेच सकते इसमें थोडे पैसे और लगेंगे। जिस तरह से हम हर चीज का क्राइटेरिया बढ़ाएंगे तो उसी तरह हमें स्टाफ भी रखना होगा और उसका भी पेमेंट करना होगा।
बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस कैसे शुरू करें -
दोस्तों जब हम कोई भी बिजनेस शुरू करते हैं तो हम सबसे पहलए उसकी प्लानिंग करते हैं ठीक उसी प्रकार से जब भी सर्विस सेंटर शुरू करते हैं तो हमें सर्विस सेंटर के बारे में भी पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है। बिना जानकारी प्राप्त किए इस क्षेत्र में कदम रखना कहीं से भी बुद्धिमानी का काम नहीं है।
क्योंकि अगर इस क्षेत्र में पैसा लगाया जाए तो अच्छा खासा सर्विस सेंटर खोलने के लिए बहुत अधिक पैसा लगता है। अगर फ्रेंचाइजी लेकर बिजनेस को शुरू करना है तो फ्रेंचाइजी के तौर पर भी हमें कुछ पैसे जमा कराना पड़ता है।
अगर फ्रेंचाइजी लेनी है तो फ्रेंचाइजी के बारे में भी पूरी जानकारी प्राप्त करना बहुत जरूरी है। उसके लिए क्या दस्तावेज लगेंगे क्या-क्या नियम और कानून है बिना यह जाने बिजनेस में कदम नहीं रखा जा सकता है।
1- निर्णय लें -
दोस्तों बाइक सर्विस सेंटर का बिजनेस शुरू करने से पहले उसके बारे में अच्छे से निर्णय लेना बहुत जरूरी है। बाइक सर्विस सेंटर के लिए यदि आपने निर्णय ले रहे हैं तो यह फैसला वहाँ के एरिया और पब्लिक को जानकर और उनके बारे में अच्छे से समझकर के लें।
एरिया छोटे-मोटे गांव या कस्बों को कवर करता हुआ हो यानी कि उस एरिया में बाइक और छोटे-मोटे वाहनों की भरमार होनी चाहिए और इस विषय में निर्णय अच्छे से निर्णय लेकर आप किस स्तर पर इस काम को कर रहे हैं अगर आप बड़े पैमाने पर कर रहे हैं तो आपके प्लानिंग भी बड़े पैमाने पर होनी चाहिए।
वहीं पर अगर आप इस काम को छोटे तौर पर शुरू कर रहे हैं तो आप की प्लानिंग भी उस हिसाब से ही होनी चाहिए। इस बारे में आपको खुद ही निर्णय लेना होगा अगर आप इसमें सफल ना हुए तो आप इस बिजनेस को अच्छी तरीके से नहीं कर पाएंगे।
अगर आप चाहे तो इसके लिए मार्केट रिसर्च भी कर सकते हैं आपको जिस काम में ज्यादा मन लगे आप बाइक रिपेयरिंग के सेक्टर में उस काम पर ज्यादा जोर दें। मार्केट रिसर्च में किसी अनुभवी व्यक्ति के पास भी आप इस विषय में बात कर सकते हैं और उसकी राय ले सकते हैं कोई भी बिजनेसमैन हो जिससे आप इस विषय पर राय ले सकते हैं। हालांकि इसके अलावा आपको इस बिजनेस से संबंधित फ्रेंचाइजी और अपने बिजनेस के बारे में भी सोच विचार कर निर्णय लेने कि आवश्यकता होती है।
2 - बाइक रिपेयरिंग का काम सीखे -
दोस्तों अगर आपके पास में निवेश ज्यादा है तो आप इस क्षेत्र से संबंधित कुछ लोगों को रखकर भी इस काम को शुरू कर सकते हैं। लेकिन हां आपको थोड़ी बहुत जानकारी होना बहुत जरूरी है। लेकिन आप सीमित निवेश करना चाहते हैं तो सबसे पहले इस काम को सीखना बहुत जरूरी है
अगर आप इस काम को सीख कर शुरू करते हैं तो आपके एक वर्कर का खर्च बचेगा। दूसरी तरफ अगर आप पर वर्कर रख कर के भी काम करा रहे हैं तो भी अगर आपको इसकी जानकारी है तो वर्कर की लापरवाही होगी तो आप उससे अपने हिसाब से काम करवा सकते हैं।
क्योंकि आप उस काम को जानते हैं और अगर आप उसको नहीं जानते हैं तो वर्कर कोई भी बहाना बनाकर लापरवाही कर सकता है। बाइक रिपेयरिंग का काम सीखने के लिए आप किसी वर्कशॉप में भी काम कर सकते हैं बड़े-बड़े वर्कशॉप होते हैं
जहां पर बाइक रिपेयरिंग का काम लोगों को सिखाया भी जाता है और बड़ी-बड़ी गाड़ियों को रिपेयर करा भी जाता है तो ऐसी जगह काम करके आप इसको सीख सकते हैं। इसके अलावा आई टी आई के अंतर्गत बकायदा इस विषय इस क्षेत्र से संबंधित पढ़ाई भी कर सकते हैं।
3 - बजट निर्धारित करें (किस क्षेत्र में कितना इन्वेस्टमेंट करना है। ) -
दोस्तों जब भी हम कोई भी बिजनेस शुरू करते हैं तो उसके लिए हमें पहले से बजट निर्धारित करना बहुत जरूरी होता है। वैसे ही सर्विस सेंटर का बिजनेस शुरू करना या बाइक रिपेयरिंग का बिजनेस शुरू करने से पहले उसका बजट निर्धारित करना बहुत जरूरी है।
इसमें भी हम क्षेत्र के अनुसार से बजट निर्धारित करते हैं कि हमें किस क्षेत्र पर ज्यादा ध्यान देना है। किसी भी बिजनेस में कई पार्ट होते हैं वैसे ही बाइक सर्विस सेंटर या रिपेयरिंग सेंटर में भी कई पार्ट होते हैं, सिर्फ बाइक रिपेयरिंग सेंटर खोलना, या बाइक सर्विस सेंटर की फ्रेंचाइजी लेना, या उसके पार्ट्स बेचना, या होलसेल एरिया डीलर के रूप में सेल करना।
इन सभी पर बहुत गहरा विचार करने की आवश्यकता है और क्षेत्र निर्धारित होने के बाद ही इन्वेस्टमेंट करें क्योंकि हर चीज पर इन्वेस्टमेंट अलग-अलग है। वैसे यह अगर आप इसका बिजनेस बड़े पैमाने पर करना चाहते हैं वाकई इन्वेस्टमेंट भी बड़े पैमाने पर होगा इन्वेस्टमेंट का कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। यह इन्वेस्टमेंट लाखों रुपए तक का हो सकता है इसके अंतर्गत आपके सारे खर्चे आते हैं और इसमें आपके कारीगरों के महीने कि तनख्वाह भी शामिल होती है।
4 - दुकान ले और इंटीरियर डिजाइन करें -
दोस्तों बाइक सर्विस सेंटर के लिए हमें बड़ी जगह की भी आवश्यकता पड़ेगी जिसमें हम अपना बाइक सर्विस सेंटर शुरू कर सके और उसके साथ ही सर्विस के लिए आने वाले बाइक को सुरक्षित रखने के अधिक जगह कि आवश्यकता होगी।
बाइक सर्विस सेंटर का इंटीरियर डिजाइन भी थोड़ा अलग तरीके का होता है वह उसी तरह से डिजाइन किया जाता है जिस तरह से वहां के जरूरत की सारी चीजें आराम से मिल सके और अलग-अलग रखी रहे। उसी हिसाब से कबर्ड बनाए जाते हैं और इंटीरियर भी स्कूटी और बाइक के डिजाइन से मिलता-जुलता बनाया जाता है ताकि देखने में भी थोड़ा आकर्षक लगे।
5 - टूल्स खरीदें -
दोस्तों जब भी हम कोई भी दुकान खोलते हैं तो उसे संबंधित सारे उपकरण हमें खरीदें होते हैं वैसे यह बाइक सर्विस सेंटर की हम दुकान खोल रहे हैं तो उससे संबंधित सारे टूल्स और उपकरण हमें खरीदने पड़ेंगे। टूल्स बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है इस क्षेत्र में क्योंकि बिना टूल्स के इसके कोई भी भूमिका नहीं बनाई जा सकती।
बिना टूल्स के सर्विस सेंटर खोलने की कल्पना भी नहीं की जा सकती।कुछ बड़े उपकरण भी है जैसे हवा भरने के लिए कंप्रेसर, गाड़ी की धुलाई के लिए प्लेटफार्म, और पूरी वॉशिंग यूनिट की भी स्थापना करनी होती है। बाइक रिपेयरिंग सेंटर छोटे टूल्स के साथ भी शुरू किया जा सकता है। इसमें कुछ हैंडल टूल्स है।
1. हेंडलबार एक्सेंट्रेशन के साथ सॉकेट रिंच
2. स्क्रू ड्राइवर
3. हैक्स बिट साकेट
4. हथौड़ी
5. प्लास्टिक रबड़ की हाथोड़ी
6. पतले मुंह वाला प्लास
7. टायर प्रेशर गेज
8. विभिन्न प्रकार की रिंच
मोटरसाइकिल टूलबॉक्स की वस्तुएं
1. नाइट्रोल गलप्स
2. मैकेनिकल ग्लब्स
3. शॉप रैक
4. फनल
5. जीप टाइड
6. लॉक्ड थ्रेड लॉक
7. स्पेयर फ्यूज
8. पेनिट्रेटिंग ऑयल
9. मिश्रित नायलॉन और तार का ब्रश
10. यूटिलिटी नाइफ
11. ग्रंथ ब्रश
अन्य सहायक उपकरण
1. फ्रंटियर स्टैंड
2. रोलिंग स्टूल
3. वर्क लैंप विथ क्लैंप
4. मैग्नेटिक डिस्क
5. एडजेस्टेबल रिंच
6. ब्रेकर बार
दोस्तों बाइक और टू व्हीलर रिपेयरिंग के यह कुछ जरूरी टूल्स है जो आपको एक अच्छा बाइक सर्विस सेंटर शॉप शुरू करने पर रखने जरूरी होते हैं क्योंकि यह वह सभी जरूरी टूल्स है जो बाइक और स्कूटी रिपेयरिंग में काम आते हैं। यह सब बहुत ज्यादा प्राइस कि नहीं मिलते आपके बजट में भी उपलब्ध होते है।
6 - स्टाफ की नियुक्ति करें-
दोस्तों जब भी बाइक रिपेयरिंग का बिजनेस शुरू करें अगर आप ही बिजनेस बड़े पैमाने पर कर रहे हैं तो आप स्टाफ की नियुक्ति जरूर करें। ऐसे में अगर आप कहीं चले भी जाते हैं तो भी आपकी दुकान बंद नहीं होगी आप का स्टाफ काम करता रहेगा।
शुरुआत में अगर आप एक दो स्टाफ रखते हैं तो भी काम चल जाएगा। जैसे आप का मुनाफा बढ़ता जाएगा तो आप स्टाफ की संख्या भी बढ़ा सकते है। इसके साथ ही आप बाइक रिपेयरिंग सेंटर भी खोल सकते हैं जहां पर लोग आपकी सेंटर में इससे संबंधित सभी जरूरी चीजों को सीखेंगे।
अगर आप छोटे पैमाने पर अपने काम को कर रहे हैं तो आपको मजदूर रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बल्कि आपको खुद ही अपने काम को करना होगा लेकिन अगर आप बड़े पैमाने पर इस काम को शुरू कर रहे हैं तो आपको मकैनिक और हेल्पर की जरूरत पड़ेगी।
बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस में ध्यान देने योग्य बातें -
1- ग्राहकों से विनम्र व्यवहार रखें -
दोस्तों कोई भी ग्राहक हो वह आपके दुकान पर दोबारा तभी आएगा जब आप उससे अच्छा व्यवहार करेंगे। हमें हमेशा अपने व्यवहार में विनम्रता रखना चाहिए क्योंकि आप चाहे किसी भी चीज का बिजनेस करते हो अगर आपके व्यवहार में विनम्रता नहीं है तो आपका बिजनेस बहुत अच्छे से नहीं चल सकता।
खासतौर पर व्यवसाय के मामले में विनम्रता बहुत ही ज्यादा मायने रखती है। अगर आपको मार्केट में अपने बिजनेस और गुडविल को बनाना है तो आपको अपने ग्राहकों के साथ बहुत ही विनम्रता और शालिनता के साथ पेश आना होगा।
2 - क्वालिटी चीजों का इस्तेमाल करें -
दोस्तों अगर हम बाइक और स्कूटी में किसी भी लोकल प्रोडक्ट या पार्ट्स का इस्तेमाल करते हैं तो उससे बाईक और स्कूटी की हालत और खराब हो सकती है। ऐसे में जरूरत है कि आप हमेशा क्वालिटी युक्त ब्रांडेड प्रोडक्ट अच्छी चीजों का इस्तेमाल करें जिससे कस्टमर को क्वालिटी से संबंधित किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो।
अगर हम कोई भी लोकल चीज का इस्तेमाल करेंगे मान लीजिए हमने किसी टू व्हीलर में लोकल मोबिल आयल डाल दिया तो स्कूटी के इंजन में दिक्कत आ सकती है और हो सकता है कि इसकी वजह से टू व्हीलर में और ज्यादा परेशानियां बढ़ जाए। ऐसे में आपके कस्टमर तो टूटेंगे ही साथ ही आपका व्यवहार भी खराब हो जाएगा।
3 - बाइक और स्कूटी से संबंधित हर तरह की सुविधा उपलब्ध हो -
दोस्तों जब भी हम किसी बाइक सर्विस सेंटर की शुरुआत करते हैं तो उस सर्विस सेंटर में हमें अपने ग्राहकों को बाइक के रिपेयरिंग एवं सर्विसिंग से संबंधित सभी तरह कि सुविधाए प्रदान करनी चाहिए। अगर आपके यहां सारी सुविधा उपलब्ध होगी तो कस्टमर को कहीं और जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी वहीं पर अगर सभी जरूरी सुविधाएं एक जगह नहीं मिलेगी तो आपके ग्राहक आपके विकल्प के तौर पर अन्य सर्विस सेंटर को ज्यादा तरजीह देंगे।
4 - शुरू मे ज्यादा मुनाफा ना कमाएं -
दोस्तों बिजनेस कोई भी हो उसे सेटअप करने और उसमें मुनाफा मिलने में थोड़ा वक्त तो लगता ही है और हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि ज़ब भी सर्विस सेंटर शुरू करें शुरुआत मे प्रॉफिट कम रखें। ताकि आपके सर्विस सेंटर कि तरफ कस्टमर का ज्यादा ध्यान आकर्षित हो।
हालांकि जब आप इस क्षेत्र में सेट हो जाए ज़ब आपका बिजनेस पुराना हो जाये तो फिर आप अपने प्रॉफिट को बढ़ा सकते है। क्योंकि जब आप इस क्षेत्र में स्थापित हो जाएंगे तो धीरे धीरे आपके कस्टमर भी बढ़ेंगे। याद रखे शुरुआत हमेशा छोटे पैमाने से करें और सम्पर्क भी ज्यादा लोगों से बनाये।
अगर कभी आपको अपने व्यवहार पर उधार भी देना पडे तो बिना झिझक दे इससे आपका व्यवहार और कस्टमर दोनों ही बढ़ेंगे। कई बार ये व्यवहार आपको अच्छा मुनाफा दिला सकते है। हमें हमेशा बिजनेस मे प्रॉफिट रखकर ही बिजनेस करना चाहिए, लेकिन वो प्रॉफिट परसेंट के अनुसार होता है। आप अपना परसेंट खुद निर्धारित करें।
5 - पिकअप और ड्राप सुविधा -
दोस्तों पिकअप और ड्राप सुविधा भी आपके बिजनेस मे चार चाँद लगा सकते है। शहरी इलाकों में इसके मार्केट डिमांड की बात की जाए तो पिकअप और ड्राप सुविधा की भी शुरुआत की जाए तो अच्छा होगा। इससे आपके कस्टमर बढ़ेंगे और प्रॉफिट भी अच्छा होगा।
हम सर्विस सेंटर खोले वहां से हम किस ने किसी ऐसे वर्कर को जरूर रखें जो घर जाकर लोगों की स्कूटी और बाइक को सही कर सके। क्योंकि आजकल बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो अपने घर पर ही हर तरह कि सुविधा चाहते हैं।
6 - एडवांस बुकिंग और हर तरह के पेमेंट की पूरी सुविधा हो -
दोस्तों एडवांस बुकिंग आपके बिजनेस को और बढ़ा सकता है। इसके लिए आप अपनी वेबसाईट बनाकर भी बुकिंग ले सकते है इसके लिए आपको हमेशा तैयार रहना पड़ेगा। अथवा आप चाहे तो व्हाट्स ऐप फेसबुक इंस्टाग्राम तीनों माध्यमों से बुकिंग प्राप्त कर सकते हैं।
इसके साथ ही आज ज़ब सब कुछ स्मार्ट हो रहा है तो पेमेंट मोड भी स्मार्ट हो गया है। इसलिए आपको अपने इस बाइक सर्विस सेंटर में हर तरह से पेमेंट लेने की पूरी व्यवस्था करनी होंगी इससे आपके पास हर तरह के कस्टमर आएंगे।
बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस प्लान की मार्केट डिमांड -
दोस्तों अगर हम बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस प्लान के मार्केट डिमांड के बारे में बात करें तो बाइक सर्विस सेंटर की मार्केट डिमांड काफी तेजी से बढ़ रही है और आने वाले समय में यह और भी बढ़ेगी क्योंकि जिस तरह से जनसंख्या वृद्धि हो रही है बाइक और स्कूटी लेने वालों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है।
ऐसे मे बहुत सारी जगह है ऐसी है कि बाइक सर्विस सेंटर बहुत दूर पड़ता है तो ऐसे एरिया में बाइक अथवा स्कूटी सर्विस सेंटर दूर हो तो वहां पर सर्विस सेंटर खोलकर अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं। वर्तमान समय में बाइक हो या फिर स्कूटी इन दोनों से संबंधित सभी डिमांडिंग टूल्स को जरूर रखें।
जिससे हर तरह की स्कूटी और हर तरह की बाइक को तुरंत सही कर सके अच्छे पैसे कमा सके। जैसा कि हम सभी देखते हैं कि हर साल दिवाली पर बेहिसाब बाइक और स्कूटी खरीदी जाती है ऐसे ही अगर आने वाले समय की बात की जाए तो सर्विस सेंटर की मांग और ज्यादा बढ़ जाएगी।
बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस में जोखिम -
दोस्तों बिजनेस कोई भी हो मगर उसमें कम या ज्यादा जोखिम का खतरा तो बना ही रहता है। और आजकल मार्केट में हर जगह चीजें डुप्लीकेट मिलने लगी है। ऐसे में कोई भी गाड़ी ठीक करते समय अगर आपने उसमें कोई पार्ट्स गलत या फिर डुप्लीकेट सामान लगा दिया तो वह सामान जल्दी खराब हो जाएगा और ऐसे में ग्राहक आपसे उस नुकसान का हर्जाना भी मांग सकता है।
इसके साथ ही आपकी मार्केट गुडविल भी खराब हो सकती है इसलिए इस बिजनेस में हमेशा यह ध्यान दें की जो भी पार्ट्स और एसेसरीज हो वो ब्रांडेड होने चाहिए। इन सबके अलावा आपको गाड़ीयों के सर्विसिंग और रिपेयरिंग के दौरान भी बहुत सी बारिकियों को ध्यान में रखना चाहिए ताकि किसी भी तरह कि गड़बड़ी ना हो।
बाइक सर्विस सेंटर में प्रॉफिट -
दोस्तों जाहिर है कि हम कोई भी बिजनेस करते हैं तो हम उसमें अधिक से अधिक प्रॉफिट कमाना चाहते हैं। जब बात आती है बाइक सर्विस सेंटर खोलने की तो यह एक बहुत ही प्रॉफिटेबल बिजनेस है। दोस्तों हम सभी जानते हैं कि किसी भी टू व्हीलर का सर्विस चार्ज 200 रूपये से तो कम होता ही नहीं है और बाइक और स्कूटी के मॉडल के हिसाब से यह चार्ज अलग अलग 300 रुपए से 400 रुपए भी हो सकता है।
अगर आप दिन में 5 गाड़ियों की सर्विस भी करते हैं और अगर आपने 200 रूपये के हिसाब से भी चार्ज कि तो भी आपको 1000 रुपए तो मिलते हि हैं। इसके अलावा गाड़ियों में जो भी सामान लगाते हैं उसमें भी कुछ न कुछ प्रॉफिट कमीशन जरूर मिलता है। इस मोटे मोटे हिसाब से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आप इसमें कितना पैसा कमा पाएंगे। अगर किसी गाड़ी में बड़ी प्रॉब्लम सामने आती है तो उसमें आपको पैसा भी अच्छा मिल सकता है।
दोस्तो बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस प्लान में यदि मुनाफा प्रॉफिट की बात की जाए तो इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पहले कितनी बाइक कम हुआ करती थी और एक आज का जमाना है हर घर में दो से तीन बाइक और स्कूटी जरूर होती है।
2020 में सिर्फ होंडा ब्रांड के 2,46,000 से ज्यादा बाइक कि बिक्री हुई है और हम इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि इतनी सारी बाइकों में जब भी कुछ भी गड़बड़ी आएगी तो वह बाइक सर्विस सेंटर में ही जाएगी। अगर हम फ्रेंचाइजी लेकर बाइक सर्विस सेंटर खोलते हैं या बिना फ्रेंचाइजी की भी सर्विस सेंटर खोलते हैं तो भी ये हमें अच्छा खासा प्रॉफिट होगा ही इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है।
निष्कर्ष -
दोस्तों जैसा कि हमने आपसे पहले ही कहा कि बाइक और स्कूटी डिमांड दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है और जिस हिसाब से हमारे देश में बाइक और टू व्हीलर का प्रयोग किया जाता है। उस हिसाब से बाइक सर्विस सेंटर की मात्रा बहुत ही कम है और अगर ऐसे में आप बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस शुरू करते हैं यह आपके लिए बहुत ही बेहतरीन और अत्यंत लाभकारी विकल्प साबित हो सकता है।
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको बाइक सर्विस सेंटर बिजनेस प्लान से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को प्रदान करने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको हमारा आज का ये आर्टिकल बेहद पसंद आया होगा ऐसे ही ज्ञानवर्धक आर्टिकल को पढ़ने हेतु जुड़े रहिए हमारे साथ धन्यवाद।
Frequently asked questions
दोस्तो अगर हम विशेषज्ञ की सलाह माने तो हर 2,500 किमी के पश्चात एलाइनमेंट और 5,000 किमी के पश्चात व्हील बैलेंसिंग करवाना हमारे गाड़ी के लिए अत्यंत आवश्यक होता है। हालांकि अगर आपकी गाड़ी उबर खाबर या फिर यूं कहें की पहाड़ी रास्तों से अधिक गुजरती है तो आपको अपने गाड़ी कि जल्दी सर्विसिंग करवानी चाहिए।
दोस्तों बाइक सर्विसिंग के अंतर्गत वह सभी कार्य शामिल है जिसकी आपके बाइक को आवश्यकता होती है। अब चाहे इंजन ऑयल और एयर फिल्टर को बदलना हो या फिर क्लच, रेस और ब्रेक वायर की मरम्मत करना हो यह शामिल होता है।
दोस्तों जहां तक रही बात मोटरसाइकिल के काम सीखने का तो आप आईटीआई का कोर्स करके इस काम को बड़ी ही आसानी से सीख सकते हैं। इसके साथ ही आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि भारत में लगभग सभी जगहों के आईटीआई के द्वारा मोटर मैकेनिक का कोर्स तथा इससे संबंधित अन्य कोर्स करवाया जाता है।
हां, बाइक सर्विस सेंटर शुरू करने के लिए आपको स्थानीय प्रशासन से व्यापार पंजीकरण और परिवहन विभाग से लाइसेंस प्राप्त करना होगा। साथ ही GST पंजीकरण भी अनिवार्य है।
सर्विस सेंटर में निम्नलिखित सेवाएं प्रदान की जा सकती हैं:
- नियमित सर्विसिंग
- इंजन ऑयल चेंज
- टायर रिपेयर और बदलना
- बैटरी चेक और रिप्लेसमेंट
- ब्रेक सिस्टम चेक
- वाहन की सफाई और ट्यूनिंग
स्थान ऐसा चुनें जहां वाहनों की आवाजाही अधिक हो, जैसे आवासीय क्षेत्र, व्यस्त सड़कें, या बाजार। स्थान पर पहुंचने में सुविधा और पर्याप्त पार्किंग स्पेस भी आवश्यक है।