30 एग्रीकल्चर बिज़नेस आइडियाज इन हिंदी 2024 के लिए (100 % कमाने का मौका)
यह तो हम सभी जानते हैं कि हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है जहां पर ऐसे हजारों बिजनेस है जो कृषि से संबंधित है और वर्तमान समय में यह एक ऐसा क्षेत्र बन चुका है जो बहुत ही तेजी से विकसित हो रहा है और जहां पर व्यवसाय के हजारों विकल्प मौजूद है।
इस क्षेत्र में बहुत से ऐसे बिजनेस है जिसे आप बहुत ही कम इन्वेस्टमेंट में शुरू कर सकते हैं मगर इसके साथ ही कुछ ऐसे भी बिजनेस हैं जिनके लिए आपको एक अच्छी खासी इन्वेस्टमेंट की जरूरत होगी। अगर आपके अंदर भी एग्रीकल्चर बिजनेस को लेकर समझ जुनून और क्षेत्र में कुछ कर गुजरने का जोश है तो आपको इस क्षेत्र में सफल होने से कोई भी नहीं रोक सकता है।
हां मगर आपका यह जानना बहुत जरूरी है कि आप एग्रीकल्चर बिजनेस आइडियाज के इस क्षेत्र में ऐसे कौन कौन सा बिजनेस आइडियाज है जिन्हें शुरू कर सकते हैं। इसलिए दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे ही बेहतरीन एग्रीकल्चर बिज़नेस आइडियाज इन हिंदी बताने वाले हैं तो चलिए शुरू करते -
30 एग्रीकल्चर बिज़नेस आइडियाज इन हिंदी -
यहां भारत में 30 एग्रीकल्चर बिज़नेस आइडियाज विचार दिए गए हैं:
1. बीज उत्पादन -
दोस्तों जैसा कि हमने शुरू में ही तो है कि हमारा देश भारत कृषि प्रधान देश है। अब चाहे कितनी भी कल कारखाने विकसित हो जाए और शहरीकरण तेजी से होने लगे लेकिन फिर भी भारत एक कृषि प्रधान देश ही रहेगा। हमारे देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था कृषि पर ही टिकी है।
आज ऐसे में अगर हमारे नौजवान बीज उत्पादन का बिजनेस करते हैं तो उनके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। कोशिश करें कि यह बिजनेस गांव की मार्किट से जुड़ा हो, लगभग सभी किसान बीज के लिए हर बार मार्केट की ओर रुख करते हैं और उनकी बुवाई का आधा से ज्यादा हिस्सा बीच पर खर्च होता है।
आजकल लोग शहरों में भी अपने छतों पर सब्जियाँ उगाने लगे हैं और वैसे लोग ज्यादातर बीज तथा अन्य जरुरी सामग्रियाँ ऑनलाइन ही मंगवाते हैं। अगर चाहें तो आप उन्हें भी टारगेट कर सकते हैं। इसके लिए आपको बस Fynd Platform से जुड़कर एक ऑनलाइन स्टोर सेटअप कर सकते हैं और फिर एक यूट्यूब चैनल बनाकर लोगों को छतों पर खेती करना सीखा कर अपनी साइट से बीज व अन्य सामग्री खरीदने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
अगर आप बीज उत्पादन का बिजनेस करना चाहते हैं और चाहते हैं कि सरकार आपकी मदद करें तो आप इसमें सरकार की मदद लेकर भी अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं। गवर्नमेंट के तौर तरीकों को अपनाकर आप अपना बीज का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इसमें आपको गवर्नमेंट द्वारा जो बीज मिलेंगे उसको भी कुछ प्रॉफिट पर सेंल करना होगा। इससे संबंधित ज्यादा जानकारी के लिए आप किसान सेवा केंद्र पर जाकर पता कर सकते हैं।
2. कीटनाशक दवा -
आज के दौर में युवा एग्रीकल्चर बिज़नेस आइडियाज पर विचार कर रहे हैं। ऐसे में अगर कीटनाशक का बिजनेस किया जाए तो उसमें कोई नुकसान नहीं है। चूंकि भारत में खेती किसानी पर बहुत ज्यादा जोर दिया जाता है और अगर बिजनेस ऐसा किया जाए जिसमें नुकसान ना हो और वह काफी लंबा भी चले तो ऐसे में कीटनाशक का बिजनेस एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है क्योंकि कृषि में अब और भी नए-नए तरीके शामिल हो रहे से है।
इस बिजनेस को करने के लिए आपको लाइसेंस की भी जरूरत पड़ती है। इसके लिए आप ऑनलाइन या ऑफलाइन किसी भी तरीके से लाइसेंस बनवा सकते हैं। इसमे ड्रग्स का लाइसेंस आपको मिलता है जो दवाइयां आप अपनी दुकान पर रखेंगे।
अब जाहिर है कि फसल में कीड़े ना लगे इसलिए हर फसल के लिए कीटनाशक की आवश्यकता तो पड़ती ही है। अब चाहे वह सब्जी हो या अनाज फल हो या फूल सभी पर कीड़ों से बचाने के लिए कीटनाशक का छिड़काव किया जाता है। ऐसे में अगर आप कीटनाशक की दुकान खोल ले और उसका प्रचार किया जाए लोग जब इसके बारे में जान जाएंगे तो आपका बिजनेस अच्छा चलेगा।
3. खाद वितरित का व्यवसाय -
खाद का बिजनेस किसानों से जुड़ा हुआ सबसे पुराना बिजनेस है। हमारे देश में सबसे ज्यादा धान गेहूं और मक्का की पैदावार होती है जिसके लिए सबसे ज्यादा खाद का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में बहुत से लोग जो सरकारी भंडारण से खाद लेते हैं और बहुत सारे ऐसे हैं जो बिचौलियों से खाद लेते हैं। मगर कुछ ग्रामीण लोग हैं जो स्टोर से खाद खरीदते हैं तो ऐसे में आप अपने क्षेत्र में इसका बिजनेस करके मुनाफा पा सकते हैं।
बस कुछ सरकारी नियम व शर्तों का पालन करके आप इसकी लाइसेंस को प्राप्त कर सकते है और लाइसेंस मिलने के बाद अपना खाद स्टोर खोल सकते हैं। यह बिजनेस काफी लंबा चलने वाला बिजनेस है क्योंकि खाने के लिए इंसान जो भी चीजों की जरूरत पड़ती है वह उसके लिए हमेशा जुगाड़ करने के लिए तत्पर रहता है। इसी तरह खेती में सबसे ज्यादा जरूरी चीज उर्वरक ही होती है जो खाद और पानी से मिलता है क्योंकि इसी से खेती अच्छे से होगी।
4. पोल्ट्री फार्म -
दोस्तों आप एग्रीकल्चर बिज़नेस आइडियाज के लिए अच्छे विकल्प ढूंढ रहे है तो पोल्ट्री फार्म का बिजनेस आपके लिए एक बहुत अच्छा बिजनेस है। भारत में मुर्गी पालन का व्यवसाय सबसे अच्छा कृषि व्यवसाय है जो वर्तमान समय में काफी तरक्की पर है।
आज भारत के अधिकतर किसान पहले से ही पोल्ट्री फार्म का बिजनेस कर रहे है और इसके साथ में अपना खेती का काम भी करते हैं। अगर आप भी इसका व्यवसाय करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको इसके लिए बस सही जगह का चुनाव करना होगा। जगह काफी साफ-सुथरी और लंबी चौड़ी होनी चाहिए जहां पर आप एक साथ बहुत सारी मुर्गी का पालन कर सकें। अगर आप छोटे पैमाने पर इस का व्यवसाय कर रहे हैं तो लगभग 50 हजार रुपए से शुरुआत कर सकते है।
शुरुआत के महीनों में आपका लागत पर आपका खर्च ज्यादा लगेगा। लेकिन 2 से 3 महीने के बाद आपको मुनाफा होने लगेगा। दिन प्रतिदिन आप सभी देख रहे होंगे कि मार्केट में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों की मांग बहुत ज्यादा बढ़ रही है और उसका उत्पादन भी हो रहा है इस लिहाज से पोल्ट्री फॉर्म का बिजनेस काफी अच्छा बिजनेस है। ध्यान रहे कि इसके लिए भी लाइसेंस बनवाने की जरूरत पड़ती है।
5. दुग्ध उत्पादन -
दूध उत्पादन का व्यवसाय छोटे और बड़े दोनों ही पैमाने पर किया जा सकता है। आप ने गांव में देखा होगा कि लगभग हर घर-घर में गाय और भैंस पालते है। जिससे दूध उत्पादन होता ही है और वह अपने गांव में ही डेयरी पर उस दूध को बेच रहे होते हैं। दुग्ध उत्पादन का यह सबसे छोटा स्वरूप है अब अगर बात बड़े पैमाने की की जाये तो बड़ी -बड़ी गौशालाओं में जो दूध का उत्पादन होता है। वह बड़े-बड़े डेरी फार्म से जुड़ा होता है उससे जो मुनाफा मिलता है वह उस व्यवसाय का प्रॉफिट है। यह पर्यावरण के अनुकूल भी है और हमारे पर्यावरण को किसी भी प्रकार से प्रदूषित भी नहीं करता है।
दुग्ध उत्पादन के लिए भी एक लाइसेंस की आवश्यकता पड़ती है जिसे बनवाना पड़ता है FCI डिपार्टमेंट से। अगर आप आर्थिक रूप से कमजोर हैं और यह व्यवसाय करना चाहते हैं तो भी आप सरकार की मदद से यह व्यवसाय कर सकते हैं। इस व्यवसाय में सरकार की तरफ से अच्छा खासा अनुदान मिलता है जिससे काफी सहायता हो जाती है।
6. मधुमक्खी पालन -
मधुमक्खी पालन का व्यवसाय भी देश में काफी तेजी से उभर रहा है। इस बिजनेस को भी आप छोटे और बड़े दोनों स्तर पर शुरू कर सकते हैं। बहुत सारे किसान ऐसे हैं जो परंपरागत खेती को छोड़कर इस व्यवसाय में जुड़ गए हैं क्योंकि इससे होने वाला मुनाफा उन्हें काफी ज्यादा लगता है।
इस व्यवसाय में इतना फायदा है कि अगर बड़े पैमाने पर इसे किया जाए तो कोई भी व्यक्ति कुछ ही महीनों में लाखों की कमाई कर सकता है। सरकार द्वारा इस व्यवसाय को लेकर कई तरह की सुविधाएं भी दी गई है और अगर लोन की बात की जाए तो 2 से 5 लाख तक का लोन भी इस व्यवसाय के लिए मिल रहा है।
अगर आप चाहे तो कम से कम 10 बॉक्स लेकर भी इसको शुरू कर सकते हैं। फिर उसके द्वारा आपको जो भी प्रॉफिट मिले उसको वापस से इसी व्यवसाय में लगाकर इसको और बढ़ा सकते हैं और अगर यही काम बड़े पैमाने पर करना चाहते हैं तो कम से कम 100 बॉक्स लेकर इस काम को शुरू करें।
7. मछली पालन -
एग्रीकल्चर बिज़नेस आइडियाज इन हिंदी के अंतर्गत मछली पालन भी आता है। अगर आप छोटे पैमाने पर मछली पालन शुरू करना चाहते हैं तो आप किसी छोटे पोखरे या तालाब या कुंड से भी इसको शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आप छोटा सा तालाब बनाकर उसमें मछलियों की कुछ बीजों को डालकर उसको शुरू कर सकते हैं।
बीज का मतलब छोटे-छोटे बच्चों से है। ऐसे बच्चे जो जल्दी ही प्रजनन करते हो और अपने जैसे बहुत सारे बच्चे पैदा कर सकते हो। इसमें आपको बहुत सारी वैरायटी मिल जाएगी जिसे आप आसानी से अपने तालाब के जरिए मार्केट तक पहुंचा सकते हैं। इसके लिए आपको मार्केट के बारे में भी पता करना होगा।
हर जगह अपनी एक अलग मार्केट होती है जहां पर नॉनवेज सेल होता है आप वहां पर पता करके अपनी मछलियों को डायरेक्ट मार्केट तक पहुंचाने का काम कर सकते हैं। फिश फार्मिंग लोगों को जॉब देने का भी एक अच्छा अवसर प्रदान करती है आप एक-दो वर्कर रख कर अपने काम को और भी अच्छी और सफाई से करवा सकते है।
8. मिट्टी परीक्षण केंद्र -
अगर आप ग्रामीण क्षेत्र से जुड़े हुए हैं और कोई नया व्यवसाय या रोजगार की तलाश में है तो ऐसे में मिट्टी परीक्षण का यह बिजनेस आपके लिए काफी लाभदायक होगा। आप अपने जमीन पर मिट्टी परीक्षण केंद्र खोलकर भी ना सिर्फ आप बिजनेस कर सकते हैं बल्कि अन्य लोगों को भी रोजगार के अवसर प्रदान कर सकते हैं।
आज के समय में लोग आधुनिक तरीकों पर विश्वास करना शुरू कर चुके हैं और मॉर्डनाइज्ड मशीनरी तरीके से खेती करना भी सीख चुके है। मगर हर जमीन खेती के लिए उपजाऊ नहीं होती और सब में कोई ना कोई परेशानी बनी रहती है जिसका पता उसके मिट्टी के परीक्षण से ही हो पाता है।
मट्टी की जांच कराने पर पता चलता है कि मिट्टी में किस चीज की कमी है अगर उस चीज को पूरा किया जा सके तो उसे खनिज द्वारा खाद द्वारा पूरा किया जाता है। लेकिन यह तभी तो पता चलेगा जब उसकी सही ढंग से जांच होगी। आजकल तो अधिकतर लोग खेती करवाने से पहले अब मिट्टी की जांच जरूर करवाते हैं जिससे बाद में उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े।
ऐसे में अगर आप यह बिजनेस शुरू करते हैं तो ग्रामीण क्षेत्रों से बहुत सारे ऐसे लोग अपने खेतों की मिट्टियों का परीक्षण कराने के लिए आप तक आएंगे इसके लिए आपको कुछ मशीनों की भी आवश्यकता पड़ती है और आपको वह मशीनें भी खरीदनी होंगी जिससे लोग आपके पास आए तो आप उनकी मिट्टी का सही परीक्षण कर सकें। इसके लिए सोल टेस्ट लैबोरेट्री आप खोल सकते हैं और गांव के एरिया में इसकी डिमांड हमेशा देखने को मिलती है।
9. फूलों की खेती -
फूलों की खेती उद्योग बहुत पहले से ही चला रहा है लेकिन पहले के जमाने में सिर्फ माली ही फूलों की खेती किया करते थे। लेकिन अब यह ट्रेंड बदल गया है और अब जिनके पास भी अच्छे खासे उपजाऊ खेत हैं वह फूलों की खेती पर जोर देने लगा है।
क्योंकि फूलों की खेती बारहों महीने करके वह अच्छी रकम प्राप्त कर सकते है और पहले के अनुसार अब फूलों की खेती बहुत ही वैश्विक पैमाने पर हो रही है। क्योंकि लोग अब हर त्योहार पर हर फंक्शन में फूलों की सजावट पर विशेष जोर देने लगे हैं।
जिससे मार्केट में फूलों की मांग बढ़ रही है और उसी के अनुसार उत्पादन भी बढ़ रहा है। हमारे देश से ज्यादा विदेशों में इन फूलों की मांग है ऐसे में यहां फूलों कि खेती करके उसका आयात बाहर के देशों के लिए भी किया जा सकता है।
ऐसे में अगर आप फूलों की खेती करने के बारे में सोच रहे हैं तो आप इसकी खेती एक प्लानिंग के तौर पर करके अपने और लोगों को भी इसमें लगाकर अच्छा मुनाफा प्राप् कर सकते हैं और मार्केट के बारे में सर्च करके इसके लिए पार्टी शादी मेकर्स को भी खोजें जो हमेशा आपके फूलों को उचित दाम में खरीद कर इस्तेमाल कर सकें।
10. सोया बींस प्रोसेसिंग -
दोस्तों एग्रीकल्चर बिजनेस के इस लिस्ट में अब हम बात करेंगे सोया बींस प्रोसेसिंग बिजनेस के बारे में। वर्तमान समय में भारत में सोयाबीन प्रोसेसिंग का काम भी बहुत तेजी से चल रहा है। चूकी सोयाबीन मे सबसे ज्यादा पोषण तत्व पाए जाते हैं और यही कारण है कि इसे प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है।
इसलिए इस फसल को दलहन और तिलहन दोनों ही रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इस लिहाज से इसमें दोनों ही तरीकों से प्रॉफिट कमाया जा सकता है। इसके लिए आपको एक प्रोसेसिंग मशीन लगाना होगा और इस मशीन में लगभग एक लाख तक का खर्च आता है। जिसकी मदद से आप सोया बींस को प्रोसेसिंग करके अच्छा खासा इनकम प्राप्त कर सकते हैं।
11. फल और सब्जी निर्यात का बिजनेस -
आप सभी अच्छे से जानते होंगे कि भारत से तरह-तरह की मौसमी सब्जियों और फलों का भी निर्यात सबसे ज्यादा होता है। क्योंकि भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां 3 ऋतुएं पाई जाती है और अलग-अलग ऋतुओं में अलग-अलग सब्जियां और फल पाए जाते हैं।
ऐसे मे हर तरह की मौसमी सब्जियां और फल भारत से निर्यात तो होता ही है और भारत में उपयोग भी सबसे ज्यादा होता है। अगर आप इसका बिजनेस करना चाहते हैं और आपके पास लंबे चौड़े खेत है तो आप बेझिझक इसका बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
इसके लिए आपको क़ृषि वैज्ञानिकों कि जरुरत पड़ेगी जो आपको तरह तरह की सब्जियों और फल बोने के लिए उचित और अनुकूल वातावरण के बारे में अच्छे से समझा सके। फल और सब्जियों के निर्यात के लिए सबसे पहले आपको डीजीएफटी में रजिस्ट्रेशन करवाने की जरूरत पड़ती है।
इसके अलावा ANF2A फार्म भी फिल करना होता है और उसके बाद अपनी पेन और आधार की डिटेल्स के साथ कुछ पैसे जमा करने पड़ते हैं। जैसे आपको अप्रूवल मिल जाता है अप्रूवल मिलने के बाद आप इसका निर्यात शुरू कर सकते हैं।
12. फल और सब्जी कोल्ड स्टोरेज का व्यवसाय -
अगर आप एग्रीकल्चर बिजनेस में अच्छा इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं तो आपको इस एग्रीकल्चर बिजनेस आइडिया के बारे मे जरुर सोचना चाहिए। चूंकि अन्य व्यवसायों की तुलना में यह काफी लंबा चलने वाला व्यवसाय है और एक बार इन्वेस्टमेंट काफी ज्यादा लगता है लेकिन उसके बाद रिटर्न बहुत अच्छा मिलता है।
कोल्ड स्टोरेज में पोल्ट्री फार्म से लेकर फल सब्जियां और कई तरह के केमिकल का भी अलग अलग तरह का स्टोरेज होता है। इसके लिए आपको सबसे पहले एक ऐसी बड़ी जगह की तलाश करनी होगी जिससे आप स्टोरेज में बदल सकते हैं। फिर ऐसे इंटीरियर मेकर को हायर करना होगा जो आपके स्टोरेज को अच्छे से तैयार कर सके और उसके बाद आपको इसके लिए मशीन लेने होंगे।
इसके साथ ही सरकार से उसका लाइसेंस भी प्राप्त करना होगा। पानी और बिजली का अच्छा मैनेजमेंट भी करना होगा जिससे कोल्ड स्टोरेज के सामानों कि सड़ने और खराब होने की स्थिति ना उत्पन्न हो क्योंकि कोल्ड स्टोरेज मैं रखें सामानों और उनके रखरखाव की इसकी पूरी जिम्मेदारी आपकी होती है।
13. टोकरी बनाना -
टोकरी बनाने का व्यवसाय खास तौर पर ग्रामीण इलाको में इस तरह के व्यवसाय ही बहुत अच्छे चलेंगे। पहले के जमाने में टोकरियां बस कुछ सामान रखने के काम में आता था। लेकिन अब लोगों की बदलती जीवन शैली और फैशन मैं सभी लोग साजो सामान के लिए टोकरी खरीदा करते हैं। गिफ्ट मेकिंग बास्केट बनाना एक बहुत अच्छा आईडिया है इसमें लागत बहुत कम लगती है क्योंकि यह बिजनेस 10 हजार रूपये से शुरू हो सकती है।
इसके लिए आपको बहुत बड़ी जगह की भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी और आप चाहें तो इसे अपने घर से भी शुरू कर सकते हैं। अगर आप क्रियेटिव माइंड के व्यक्ति हैं तो आपके लिए यह एक बहुत ही अच्छा और क्रिएटिव एग्रीकल्चर बिजनेस साबित हो सकता है। अपनी क्रिएटिविटी को यूज करके आपस में बेहतर डिजाइन बना सकते हैं जो लोगों को लुभा सके।
आजकल चाहे कोई भी फंक्शन हो शादी हो, तिलक हो इंगेजमेंट हो लोग फल -फ्रूट को भी गिफ्ट बास्केट में ही पैक करके लोगों को देते हैं। ऐसे मे मार्केट में गिफ्ट बास्केट की मांग बहुत ज्यादा बढ़ रही है। आपको अपना बिजनेस अच्छा चलाने के लिए मार्केट से ऐसे फल फ्रूट विक्रेता से संपर्क करना होगा जो इस तरह की बास की टोकरियों में फल फ्रूट बेचते और पैक करते हो।
14. कृमि खाद उत्पादन -
दोस्तों वर्तमान समय में लोग ऑर्गेनिक खेती की तरफ लोग तेजी से बढ़ रहे हैं और क्रीमी खादों की मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है और आप इसका उत्पादन करके भी अपना अच्छा व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। इसकी जरूरत है एक्सपोर्ट्स किराए की बिना इनके बारे में आप समझे यह काम नहीं कर पाएंगे।
केंचुआ मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बहुत तेजी से बढ़ाता है केंचुए से बना हुआ खाद फसल के लिए बहुत अच्छा होता है और बाजार में इसके लिए अच्छी कीमत भी प्रदान कि जाती है। इस बात का ध्यान रखें कि केंचुए का पालन अलग चीज है और चीजों से खाद बनाना अलग चीज है।
इसकी खाद का प्रयोग सभी तरह के फल- फूल और फसल में किया जाता है। इसको लगाना बहुत आसान है इसमें किसी प्रकार की दुर्गंध या बदबू भी नहीं पैदा होती है और यह मिट्टी की जल निकासी की क्षमता में सुधार करने की पूरी कोशिश करने के साथ ही मिट्टी की गुणवत्ता को बहुत बढ़ाता है। इसको बनाने के लिए किसी भी प्रकार के बायोग्रिड कचरे का इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसके लिए आपको अच्छी खासी जमीन की आवश्यकता पड़ती है जहां पर आप इसकी खेती कर सकें। इसके साथ ही अच्छी मार्केट की भी तलाश करनी पड़ेगी जहां पर आपके इन कृमि कंपोस्ट को खरीदा जा सके। बीज भंडारण और खेती से संबंधित सामान जहां पर भी बिकता हो आप उसके अगल-बगल की मार्केट बना सकते हैं लोगों तक अपनी पहुंच बनाकर आप इसमें अच्छी खासी प्रॉफिट प्राप्त कर सकते हैं।
15. सिचाई मशीन सप्लाई -
अब हमारे कृषि के क्षेत्र में भी बहुत सारे नए नए यंत्र आ गए हैं जैविक खेती से संबंधित यंत्र हो या फिर सिंचाई से संबंधित इंस्ट्रूमेंट हों। पहले के जमाने में एक ही पंप टूबवेल से कई सारे खेतों को पानी दिया जाता था। लेकिन अब इतने सारे यंत्र आ गए हैं कि बजट को मद्देनजर रखते हुए अधिकतर लोग पंप खरीद रहे हैं।
अगर बात की जाए सिंचाई मशीन यानी कि बोरिंग के सामान के बिजनेस की तो यह ग्रामीण क्षेत्र हो या फिर शहरी हर जगह बहुत ही अच्छे और प्राफिट मे चलने वाला बिजनेस है। इसके साथ-साथ सिंचाई की और भी कई सारी नई मशीनें है जिसको स्टॉक में रखकर आप इसका बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
यदि मशीन की बात करें वो भी सिचाई के तो सबसे ज्यादा बिकने वाला पंप 8hp का डीजल इंजन पंप है और इन सभी मशीनों की लागत तो बहुत ज्यादा है। अगर आपके पास इतनी लागत ना हो तो आप एग्रीमेंट के तौर पर भी इन मशीनों का बिजनेस कर सकते हैं। ऑर्डर आने पर आप उनसे कांटेक्ट कर यह मशीनें मंगा कर अपने कस्टमर को दे सकते हैं।
इसके साथ ही 3 इंच का 5.5 hondfarm भी आजकल मार्केट में काफी ट्रेंड में है। इसके साथ ही उच्च दबाव के साथ खेतों में सिंचाई करने वाली बहुत सारी ऐसी मशीन है जो कम दाम में ग्रामीणों को मुहैया कराई जा सकती हैं। इसके साथ पीवीसी पाइप और बोरिंग से संबंधित अन्य सभी सामान का जो ग्रामीण क्षेत्र में खेतों में इस्तेमाल होता है।
वह सब भी बेच सकते हैं इसके लिए अगर बजट की बात की जाए तो शुरुआत में आप लगभग 30 लाख तक का बजट लेकर चल सकते हैं और आपको ऐसी बड़ी जगह की तलाश करनी होगी जहां अगल-बगल कई सारे गांव मार्केट के पास हो बाजार होने के साथ ही आपके दुकान के अगल-बगल बीज और कृषि संबंधित सारे सामान बिकते हैं।
16. अदरक तेल उत्पादन -
अगर आप कृषि पर आधारित हैं एग्रीकल्चर बिज़नेस आइडियाज संबंधित ही अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आप अदरक के तेल का व्यवसाय के बारे में भी सोच सकते हैं। आजकल कई सारी बीमारियों के इलाज के रूप में अदरक के तेल का इस्तेमाल हो रहा है। जिसको बनाने के लिए ताजा और कच्ची अदरक का इस्तेमाल होता है और इसे कैंडी के रूप में पकाकर बनाया जाता है।
वर्तमान समय में कई सारे आयुर्वेदिक पेय पदार्थों में भी उसका इस्तेमाल हो रहा है। चाहे वह बॉडी स्लिम करने का आयल हो या कोई ऐसा लिक्विड हो जिससे लोग पी रहे हैं, अपने फैट को बर्न करने के लिए उसमें भी इसका इस्तेमाल हो रहा है इसलिए इसकी मांग भी मार्केट में बहुत ज्यादा है। शुरुआत में आपको इसका तेल निकालने के लिए एक मशीन लगाने की आवश्यकता है जिसकी सहायता से आप अदरक के तेल को निकाल सकें और उसका उत्पादन कर सकें।
17. सूरजमुखी तेल उत्पादन -
दोस्तों सूरजमुखी का फूल देखने में जितना सुंदर होता है और और इसके बिजनेस मे उतना ही ज्यादा प्रॉफिट भी होता है। आज गांव में बहुत सारे लोग सूरजमुखी के फूल की बहुत बड़े पैमाने पर खेती करते हैं और जैसे -जैसे उसका फूल मुरझाने लगता है और पत्तियां झड़ जाती हैं तब तक उसका बीज भी पक चुका होता है।
फूल के बीच का हिस्सा जो काफी चौड़ा और कठोर होता है वही होता है सूरजमुखी का बीज और उसी बीज से निकाला जाता है सूरजमुखी का तेल जिसका मार्केट प्राइस आम तेल के मुकाबले बहुत ज्यादा होता है। इसका तेल विटामिन ई की मात्रा का बहुत बड़ा स्त्रोत होता है विटामिन ई से संबंधित जो भी चीजें दवाई या अन्य चीजें बनती है उसमें इसका प्रयोग किया जाता है। आप चाहें तो सिर्फ इसकी खेती करके इसके तेल को चक्की से भी निकलवा करके मार्केट में बेच सकते हैं।
18. सोयाबीन उत्पादन -
आपने सोयाबीन की खेती के बारे मे तो जरूर सुना होगा और अब मार्केट में हरा सोयाबीन भी काफी बिकता है। यह सिर्फ तेल ही नहीं बल्कि दूध पनीर बिस्कुट इत्यादि सभी चीजों में इसका इस्तेमाल होता है। अधिकतर महानगरों में सोया उत्पादों की मांग दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है क्योंकि इसमें बहुत अधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है।
इसलिए अधिकतर किसान भाइयों को सोयाबीन की खेती में बहुत फायदा हो रहा है। कुछ ऐसे भी है जो सोयाबीन को डायरेक्ट मार्केट में नहीं भेज रहे हैं बल्कि उसके अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट को बनाकर मार्केट में बेच रहे हैं जिससे उनको ज्यादा प्रॉफिट हो रहा है।
सोयाबीन को सुखाकर पीसकर आटा बनाकर भी इस्तेमाल कर रहे हैं आप भी करके अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं। सोयाबीन की खेती करने के लिए आपको बहुत बड़ी जमीन की आवश्यकता पड़ेगी और खासकर की गर्म जगह जहां पर गर्मी अधिक हो वह जगह बहुत अच्छी पड़ेगी। ध्यान रहे इस बिजनेस को भी शुरू करने से पहले इसका व्यावसायिक पंजीकरण जरूर करा ले।
19. सरसों के तेल का उत्पादन -
सरसों के खेतों को तो सभी ने देखा ही होगा। इसके फूलों में खड़े होकर फोटो भी जरूर खिंचवाई होगी। मगर क्या कभी आपने ये सोचा है कि इसके तेल से आप अपना बिजनेस कैसे शुरू कर सकते हैं। बहुत आराम से उगाई जाने वाली फसलों में से एक सरसों आपको अच्छा खासा बिजनेस दे सकती है। सरसों के तेल का इस्तेमाल सदियों से होता रहा है और आगे भी होता रहेगा इसका बिजनेस कभी भी रुकने वाला नहीं है।
क्योंकि इंसान खाना तो हमेशा ही खायेगा और जब तक रहेगा इस तेल का उपयोग अपने दैनिक जीवन में करता रहेगा। अगर हम बात करें इसके बिजनेस की तो सरसों का तेल एग्रीकल्चर बिजनेस का यह सबसे अच्छा उदाहरण है। सरसों के बीजों से तेल निकालने के लिए बहुत सारी मशीनों का इस्तेमाल होता है। स्क्रू एक्सपेलर और कुकर फ़िल्टर प्रेस मशीन कई चरणों में सरसों के बीज से तेल निकालने का काम करती है।
अगर आप इन मशीनों को खरीदकर अपना काम शुरू करना चाहते हैं तो आपको बहुत सारे पैसे की आवश्यकता है लगभग 20 से 22 लाख रुपए तक का खर्च आता है। लेकिन यह लॉन्ग टर्म बिजनेस आइडियाज मे शामिल है एक बार पैसा लगाने पर आपको कई सालों तक इसका रिटर्न मिलता रहेगा। इसके साथ ही आप एक से दो लोगों को अपने काम में लगा कर उन्हें भी रोजगार का अवसर दे सकते हैं।
20. आटा मिल -
खाना तो हम सभी खाते हैं और जब तक हमारा जीवन है आगे भी खाते रहेंगे और उस खाने को बनाने के लिए आटा का इस्तेमाल तो हमारे घरों में रोज ही होता है। ऐसे में आटा चक्की प्लांट का बिजनेस लॉन्ग टर्म बिजनेस है और यह एक ऐसा बिजनेस है जिसमें प्रतिदिन का प्रॉफिट निर्धारित है। क्योंकि आटा की जरूरत हर किसी को हर रोज ही पड़ती है।
इस मशीन को एक बार लगाने के बाद इसमें कुछ भी नया एक्सपेरिमेंट करने की जरूरत नहीं पड़ती। सिर्फ एक बार प्रचार की आवश्यकता पड़ती है कि आपने अपना चक्की शुरू किया है, उसके बाद लोग खुद ही आपकी चक्की पर आकर आटा पीसवाने लगते हैं।
इसके साथ ही अगर आपने मार्केट से संपर्क किया तो मार्केट से भी आपको बहुत सारे मल्टीग्रेन आटे के लिए आर्डर आ सकते हैं। आप वह आटा तैयार करते है और मार्केट में प्रॉफिट के साथ बेच सकते हैं। आटा का इस्तेमाल सिर्फ चपाती बनाने में ही नहीं बल्कि बहुत सारी कुकीज़ और बेकिंग प्रोडक्ट में भी होता है।
पहले जो चीज़ें मैदे से बनी मिलती थी वो सबको आटे की बनी चाहिए क्योंकि लोगों में अब यह जाग्रुकता बढ़ रही है कि मैदा हमारे स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। इसलिए आप चाहे तो मार्केट से गेहूं खरीद कर दामों में पिसवा कर अपने यहां से आटा सप्लाई भी कर सकते हैं।
21. चावल मिल -
भारत चावल उत्पादन के मामले में दूसरे नंबर पर विराजमान है और इसके साथ ही चावल का बहुत बड़ा निर्यातक देश भी है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि लगभग देश में हर कोने में चावल की खपत बहुत ज्यादा मात्रा में होती है और हर कोई चावल की मांग करता है। ऐसे में एग्रीकल्चर बिज़नेस आइडियाज इन हिंदी की बात हो और चावल की बात न हो ऐसा भला कैसे हो सकता है।
चावल मिल में धान पहुंचता है और चावल बन कर निकलता है चावल के दाने टूटे बिना अच्छी तरह से चावल बाहर आ जाते हैं। क्योंकि हम और आप धान को चावल के रूप मे तो खा नहीं सकते तो उन्हें चावल मिल में ले जाना होता है।
एक व्यापारी के तौर पर चावल की मील शुरू करने से पहले चावल के लिए कई प्रकार के लाइसेंस की भी आवश्यकता पड़ती है जिसे बनवाना बहुत जरूरी होता है। मिल को शुरू करने के लिए जिस मशीन की आवश्यकता पड़ती है उसमें आने वाले लागत की यदि बात करें तो वह लगभग 8 लाख रूपये तक मिलती है।
अगर आपके पास इतना बजट हो तो आप राइस मिल जरूर शुरू करें। इसके द्वारा जो भी माल निकलता है उसका भी यूज़ मार्केट में होता है। इसलिए कुछ भी ऐसा नहीं है जो खराब है भूसा या चावल वह सब कुछ मार्केट में अलग-अलग दामों पर बिक जाता है। हर तरफ से सिर्फ प्रॉफिट ही प्रॉफिट है, लागत सिर्फ एक बार ही लगती है और रिटर्न बार -बार मिलता है।
अगर आप राइस मिल बिज़नेस को बड़े स्तर पर करना चाहते हैं तो इसमें आपको 1-2 करोड़ तक की लागत आ सकती है जिसमें राइस मिल के साथ राइस पॉलिशिंग का काम भी आप कर सकते हैं। आपको बता दें की पॉलिशिंग के बाद चावल की कीमत बहुत बढ़ जाती है क्योंकि पॉलिशिंग के बाद चावल प्रीमियम क्वालिटी का दिखने लगता है। उस चावल को आप अपना एक ब्रांड बनाकर अलग-अलग पैकेज साइज के साथ मार्किट में सप्लाई भी कर सकते हैं।
22. दाल मिल -
दोस्तों हमारे देश में कई तरह की दलहनी फसलें पाए जाते हैं या फिर यूं कहें कि कई तरह की दालें हम अपनी थाली में प्रयोग करते हैं उदाहरण के तौर पर उड़द, अरहर, मूंग, मंसूर, बिन्स राजमा और चना की भी कई फसलें यह सब दलहनी फसलों के अंतर्गत आता है।
ऐसे में अगर आप भी दाल का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आप कर सकते हैं। बशर्ते आपको भारतीय दालों के बारे में अच्छे से जानकारी होना जरूरी है। इसकी मशीन के लिए आपको लगभग 30 स्क्वायर फुट की जमीन चाहिए। क्योंकि इस की मशीन काफी लंबी और चौड़ी होती है 3HP वाली मशीन से आप अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
इसकी लागत कि यदि बात की जाए तो लगभग 5 लाख तक की लागत आती है और इससे संबंधित सभी कागजी कार्रवाई और सभी लाइसेंस को पहले ही दुरुस्त करा लें तब यह व्यापार शुरू करें। अगर आप यह व्यापार शुरू करना चाहते हैं तो मार्केट में तो संपर्क करें ही और अपने व्यापार की मार्केटिंग भी करें।
23. औषधीय जड़ी बूटी की खेती -
आप सभी देख रहे होंगे कि अब न सिर्फ देश बल्कि विदेशों से भी लोग आयुर्वेद की तरफ से चले आ रहे हैं। क्योंकि इतना ज्यादा केमिकल युक्त खाना और बाकी चीजें के इस्तेमाल से लोगों को शरीर में बहुत सारी समस्याएं शुरू हो रही हैं। एकाएक बाल पकना शुरू हो रहे हैं और शरीर में कई सारी चीजें बिगड़ रही है। पीएच लेवल गड़बड़ हो रहा है इसलिए अब लोग जड़ी बूटी की ओर ज्यादा ध्यान दे रहे है।
अभी आपने करोना काल में देखा ही होगा कि लोग गिलोय और तुलसी की काढा पर ज्यादा ध्यान देने लगे थे और इससे लोग ठीक भी हो रहे थे। इन बातों से आप समझ सकते हैं कि अब मार्केट में आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की मांग कितनी ज्यादा बढ़ रही है तो आप इसकी खेती करके भी अच्छा प्रॉफिट पा सकते हैं।
इस बिजनेस में आपको सरकार के द्वारा भी सहायता प्रदान किया जाता है क्योंकि यह मेडिसिन फॉरमिंग स्टार्टअप इंडिया के अंतर्गत आता है। मेडिसिन प्लांटस के तहत अगर आप 15 से 20 हजार निवेश करते हैं तो भी आप इसकी शुरुआत कर सकते हैं।
यदि औषधीय पौधों की बात की जाए तो एलोवेरा, तुलसी, गिलोय, पुदीना, अजवाइन, शिकाकाई, आंवला, और भी ऐसे बहुत सारे प्लांट हैं जिन्हें लगाकर आप औषधीय जड़ी बूटी को उगाकर और उसको सप्लाई कर अच्छा खासा प्रॉफिट प्राप्त कर सकते हैं।
24. सब्जी की खेती -
दोस्तों वर्तमान समय में सब्जी की खेती से भी लोगों को बहुत प्रॉफिट हो रहा है और इसकी खेती के लिए भी आपको कभी रुकना नहीं पड़ेगा। क्योंकि हर समय अलग-अलग तरह की सब्जियों को लगा कर आप सीजन के हिसाब से फायदा पा सकते हैं। हमारे देश में तीन अलग-अलग ऋतु में होती हैं जिसके अनुसार हर ऋतु के अलग- अलग फल और सब्जी होती है।
ऐसे में अगर आप बड़े पैमाने पर इसका व्यापार शुरू करते हैं तो आप इसका प्रॉफिट पा सकते हैं। इसके लिए आपको जरूरत पड़ेगी बड़े खेतों की और अच्छे मार्केट की जहां पर आप अपने सब्जियों को बेच सकें। शुरुआत में आप इतना व्यापार छोटे पैमाने पर कर सकते हैं पर जैसे-जैसे आप का प्रॉफिट बढ़ता जाए।
आप इसे बड़े पैमाने पर, बड़ी- बड़ी मंडियों पर बेचकर अच्छा पैसा कमा सकते हैं। इस व्यापार में आपको हमेशा सजग रहने की आवश्यकता है समय-समय पर पानी देना, खाद डालना और कटाई बुआई कि इसको बहुत ज्यादा जरूरत पड़ती है।
25. पशुधन चारा उत्पादन -
मित्रों खेतिहर किसान जो होते हैं वह अपनी खेती के लिए अतिरिक्त पैसा या उसमें लगने वाला पैसा निकालने के लिए भी पशुओं को पालते हैं और उनसे जो दूध निकलता है उन्हें मंडियों में भेजते हैं। उससे मिलने वाले पैसे को वह खेती में ही लगाते हैं। गांव और शहर दोनों ही जगह पर अगर देखा जाए तो पशुधन चारा का बिजनेस थी काफी तेजी से बढ़ रहा है।
पशुधन चारा पशुओं को सभी तरह की प्रोटीन और वह सभी जरूरी तत्व प्रदान करता है जो उन्हें घास या बाकी हरी चीजों से नहीं मिल पाता। पशुधन में सभी तरह के अनाज का चोकर और भूसी मिला होता है। अगर आप छोटे पैमाने पर अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो हाथ से चलाने वाली कई तरह की मशीन आती है जो पशु धन चारा को बनाती हैं और अगर बड़े पैमाने पर करना चाहते है तो इतनी बड़ी-बड़ी मशीनें आती है जिन लगाकर आप पशुचारा बना सकते हैं और मार्केट में पहुंचा सकते हैं और अच्छा प्रॉफिट पा सकते हैं।
26. चाय उगाना -
हमारे देश में चाय की कितनी महत्व है इससे तो आप सब भी वाकिफ होंगे। भले ही दूसरे देशों में चाय को ड्रग्स के रूप में देखा जाता हो लेकिन हमारे देश में यह एक बहुत ही अच्छा पेय पदार्थ है जो लोगों की थकान को दूर करता है। आप सभी जानते हैं कि चीन के बाद भारत ही दूसरे नंबर पर सबसे बड़ा चाय के उत्पादन का देश है।
चाय के उत्पादन के लिए एक उपयुक्त वातावरण की आवश्यकता पड़ती है और उस वातावरण और माहौल के बिना उस तरह से उत्पादन नहीं हो पाता। आप चाय का अच्छा उत्पादन और सप्लाई करके अपना बिजनेस बेसिक लेवल पर भी शुरू कर सकते हैं। अगर आप चाय को किसी कंपनी में सप्लाई बिजनेस भेजना करना चाहते हैं तो उसका बिजनेस भी आप कर सकते हैं।
27. मक्का की खेती -
मक्का की खेती एक सदाबहार एग्रीकल्चर बिजनेस के अंतर्गत आता है जिसकी खेती अलग - अलग समय पर की जाती है। यदि आपके पास एक हेक्टेयर जमीन है और आप इसकी खेती बड़े ही आराम से शुरू कर सकते हैं। अगर लागत की बात कि जाए तो लगभग 50 हजार रूपये की लागत आएगी। और इससे मिलने वाला प्रॉफिट 4 से 5 गुना अधिक होगा और समय-समय पर इसकी मांग अलग अलग तरीके से होती है।
मक्के के आटे से लेकर कॉर्न फ्लोर पॉपकॉर्न, यह सारे उत्पाद मक्का से ही होते हैं। इसका बचा हुआ पौधा भी पशुओं के चारे के रूप मे इस्तेमाल होता है। अगर आपके घर में पशु है तो यह चारा आपके पशुओं के काम आ जाएगा नहीं तो आप इसे बेचकर भी पैसा कमा सकते हैं।
28. फलों का रस उत्पादन -
फलों का रस साल के 12 महीने बिकने वाला उत्पाद है। इसका उत्पादन से लेकर पैकेजिंग तक भारत में दोनों ही होता है अब आप गन्ने के रस को ही ले लीजिये। क्योंकि इसमें लागत कम और मुनाफा ज्यादा है ठीक उसी प्रकार से अन्य फलों के रसों का उत्पादन और उसकी पैकेजिंग करते हैं तो भी उसमें आपको काफी अच्छा प्रॉफिट हो सकता है।
जिसके लिए सही मार्केट और सही जगह चाहिए होगी मार्केट के साथ-साथ इसका लाइसेंस भी बनवाना पड़ेगा। इसलिए इस बिजनेस को करने से पहले अच्छी खासी प्लानिंग करनी बहुत जरूरी होती है। इसकी शुरुआत आप छोटे निवेश के साथ कर सकते हैं पिछले कुछ सालों में यदि देखा जाए तो डिब्बाबंद जूसों का इस्तेमाल काफी ज्यादा होने लगा है।
29. आर्गेनिक फॉर्म ग्रीन हाउस -
आर्गेनिक फॉर्मिंग का मतलब है तकनीकों का विशेष रूप से इस्तेमाल करके सभी प्रकार की फसल का उत्पादन करना। आजकल हर कोई ऑर्गेनिक चीज पर ज्यादा जोर दे रहे हैं और अगर आप इस बिजनेस को करना चाहते हैं तो इसके लिए आपके पास पर्याप्त जगह होना बहुत जरूरी है।
अगर आपने इसके लिए अच्छी लोकेशन ढूंढ ली तो आप अपनी फसलों की पैदावार काफी अच्छे से कर पाएंगे। बिजनेस शुरू करने से पहले इसका कानूनी रेजिस्ट्रेशन करवाना भी बहुत जरूरी होता है बिना इसके आप अपना बिजनेस शुरू नहीं कर सकते।
इसके लिए FSSAI का लाइसेंस बनवाना पड़ता है। और यह एक ऐसा बिजनेस है जिसमें आपको कई लोगों की मदद की जरूरत पड़ेगी। ऑर्गेनिक ग्रीन हाउस बिजनेस में तकनीक का इस्तेमाल करके फसलों का अच्छा उत्पादन किया जाता है और इसकी पैकेजिंग की भी अच्छी व्यवस्था की जाती है ताकि उसको मार्केट तक पहुंचाया जा सके।
30. हाइड्रोपोनिल रिटेल स्टोर बिजनेस -
यह विधि एक ऐसी विधि है जिसमें फसलों को बिना मिट्टी के पैदा किया जाता है और वर्तमान समय में इस तकनीक का इस्तेमाल इन दिनों काफी तेजी से हो रहा है। बढ़ती मांग के साथ लोग इस प्रकार के ग्रीन हाउस बनाने के लिए अच्छी खासी जगह को खरीद रहे हैं और अपने बिजनेस को शुरू कर रहे हैं। यदि इस विधि की बात की जाए तो इसमें पानी के साथ ही पौधों में वह सभी पोषक तत्व दिए जाते हैं जो मिट्टी में उन्हें मिलते हैं।
हाइड्रोपोनिल का बिजनेस स्टार्ट करने से पहले इससे संबंधित मशीन और उपकरण को खरीदने की आवश्यकता पड़ती है। इनकी पौधों को इनडोर प्लांट भी कहा जा सकता है यह बंद दरवाजे के अंदर भी अच्छे से उगाए जा सकते हैं। लेकिन ये बिजनेस शुरू करने से पहले इसका पूर्ण प्रशिक्षण लेना बहुत जरूरी है क्योंकि बिना प्रशिक्षण के आप ये बिजनेस नहीं कर पाएंगे।
सबसे जरूरी है इसके लिए जगह उचित जगह होना बहुत जरूरी है, फिर इसकी रिटेलिंग के लिए आप हाइड्रोपोनिक्स रिटेल स्टोर का रजिस्ट्रेशन करवाएं। इसके बाद सप्लायर का चयन करें और मार्केट का भी निरीक्षण करें। इसके साथ ही अधिकतर लोगों को इसके फायदे के बारे में समझाएं और इससे कैसे किया जाता है इसे भी बताएं ताकि वह भी अपने यहां इसे बिजनेस को शुरू कर सके।
निष्कर्ष -
आज एग्रीकल्चर एक ऐसे व्यापक क्षेत्र के रुप में सामने आ रहा है जहां बिजनेस के असीम संभावनाएं हैं और इसके साथ ही उत्पादन और सप्लाई करने के लिए एक बहुत ही बेहतरीन और बड़ा मार्केट मौजूद है। अगर आप एग्रीकल्चर से संबंधित जानकारी रखते है और इस क्षेत्र में बिजनेस करने के बारे में सोच रहे हैं तो आप उपरोक्त एग्रीकल्चर बिज़नेस आइडियाज इन हिंदी में से किसी भी बिजनेस को शुरू कर सकते हैं।
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको एग्रीकल्चर बिजनेस आइडियाज से संबंधित जानकारी प्रदान करने कि कोशिश कि है उम्मीद है आपको हमारा आज का ये आर्टिकल बेहद पसंद आया होगा ऐसे ही ज्ञानवर्धक आर्टिकल को पढ़ने हेतु जुड़े रहिए हमारे साथ धन्यवाद।